Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दिल्ली पुलिस ने 6.40 करोड़ के शेयर बाजार घोटाले में दो को दबोचा, फर्जी ऐप्स से करते थे ठगी

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 02:03 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शेयर बाजार घोटाले में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मोहम्मद आसिम अली खान और रुशिकेश जयवंत कांबले पर निवेशकों से 6.40 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप है। ये आरोपी फर्जी आईपीओ फंडिंग और शेयर बाजार में निवेश के झूठे वादे करते थे। सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के जरिए लोगों को गुमराह करते थे।

    Hero Image
    दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शेयर बाजार घोटाले में शामिल दो प्रमुख आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने शेयर बाजार घोटाले में शामिल दो प्रमुख आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इंस्पेक्टर मंजीत कुमार की अगुआई और एसीपी रमेश लांबा की निगरानी में हुई इस कार्रवाई में पकड़े गए मोहम्मद आसिम अली खान और रुशिकेश जयवंत कांबले ने अंतरराज्यीय साइबर सिंडिकेट्स को अपने बैंक खाते उपलब्ध कराए, जिससे पीड़ितों के धन को कई चैनलों के जरिए हेराफेरी और मनी लॉन्ड्रिंग की गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    निवेशकों से करीब 6.40 करोड़ रुपये ठगे

    फर्जी आईपीओ फंडिंग और हाई रिटर्न वाले शेयर बाजार निवेश के झूठे वादों से लुभाकर इस सिंडिकेट ने निवेशकों से करीब 6.40 करोड़ रुपये ठगे। गिरफ्तार आरोपियों में एक मोहम्मद आसिम अली खान नैनीताल का रहने वाला है। वहीं, दूसरा आरोपित रिषीकेश जयवंत कांबले महाराष्ट्र के पुणे शहर का रहने वाला है।

    यह भी पढ़ें- जंगपुरा के डाॅक्टर पाल हत्याकांड में मास्टरमाइंड समेत दो आरोपी गिरफ्तार, नेपाल सीमा से पुलिस ने दबोचा

    निवेश के नाम पर करते थे गुमराह 

    जांच में दोनों ने पुलिस को बताया कि पीड़ितों को सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के जरिए संपर्क किया जाता था। फिर उन्हें फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स जैसे सीबीसीएक्स डाउनलोड करने और निवेश समूहों में शामिल होने के लिए प्रेरित करते थे।

    इसके बाद लोगों को निवेश के नाम पर गुमराह किया जाता था। दोनों आरोपितों ने कमीशन के लिए बार-बार अपने बैंकिंग क्रेडेंशियल्स प्रदान किए, जबकि कई एनसीआरपी शिकायतों से जुड़े होने के बावजूद। दोनों आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे संगठित साइबर सिंडिकेट्स के लिए पेशेवर खाता प्रदाता के रूप में काम करते थे।

    नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस

    उन्होंने कई खाते खोले, जिनके चेकबुक, एटीएम कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग क्रेडेंशियल्स और सिम हैंडलर्स को सौंप दिए। उनके खाते धोखाधड़ी की रकम लेने प्रयुक्त किये गए हैं। बैकग्राउंड जांच से पुष्टि हुई कि वे पहले भी साइबर अपराध में संलिप्त रहे हैं। अब पुलिस इनसे नेटवर्क में शामिल अन्य अपराधियों का पता लगाने में जुटी है।

    यह भी पढ़ें- दिल्ली पुलिस ने निजी एयरलाइन पायलट को किया गिरफ्तार, लाइटर जैसे जासूसी कैमरे से बना रहा था महिला का वीडियो

    comedy show banner
    comedy show banner