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    शेयर बाजार में हाई रिटर्न का झांसा देकर 200 लोगों से 100 करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी, आरोपी गिरफ्तार

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 08:07 PM (IST)

    दिल्ली पुलिस ने शेयर बाजार में उच्च रिटर्न का लालच देकर 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने एल्गोरिथम आधारित ट्रेडिंग के माध्यम से निवेश करके उच्च रिटर्न का वादा किया था। पीड़ितों ने 2.5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपित की 10 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है।

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    शेयर बाजार में उच्च मुनाफे का झांसा देकर 200 लोगों से 100 करोड़ की ठगी करने वाला गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। शेयर बाजार में उच्च रिटर्न का झांसा देकर करीब 200 लोगों से 100 करोड़ से अधिक निवेश करवा धोखाधड़ी करने में शामिल एक आरोपित को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने साथियों के साथ मिलकर एल्गोरिथम आधारित ट्रेडिंग के आधार पर शेयर बाजार में निवेश करके निश्चित उच्च रिटर्न देने के बहाने लोगों से धन प्राप्त किया था।

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    फरवरी में हुआ था खुलासा

    यह मामला इसी साल फरवरी में प्रकाश में आया। अब तक 56 पीड़ितों ने ईओडब्ल्यू में 2.5 करोड़ धोखाधाड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई है। उनकी शिकायतों की जांच में पुलिस को 200 लोगों से 100 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी करने की जानकारी मिली है। धोखाधड़ी के पैसों से आरोपितों ने मथुरा के छाता तहसील में करीब 10 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन खरीदी है, जिसे पुलिस ने कुर्क करने की कार्रवाई शुरू कर दी है।

    मास्टरमाइंड है वकील

    एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमृता गुगुलोथ के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम संजय है। वह मुल्तानी मोहल्ला, गीता कालोनी का रहने वाला है। उसने दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्राचार माध्यम से स्नातक और सीसीएस विश्वविद्यालय, मेरठ से एलएलबी भी की है। कड़कड़डूमा कोर्ट में उसने दो साल तक वकालत भी की है। फरार आरोपित दीपक ठाकुर के साथ मिलकर उसने काम शुरू किया था, जो इस मामले का मास्टरमाइंड है, वह भी वकील है।

    आरोपी की पत्नी हुई फरार

    संजय की पत्नी भी इस मामले में आरोपित है, जो फरार है। संजय के खिलाफ हरियाणा और उत्तराखंड में भी कई मामले दर्ज हैं। एल्गोरिथमिक ट्रेडिंग उसे कहते हैं जब कोई कंप्यूटर कोड और साफ्टवेयर का उपयोग करके किसी अंतर्निहित बाजार में मूल्य परिवर्तन के बिंदुओं जैसे निर्धारित नियमों के अनुसार ट्रेड खोलते और बंद करते हैं।

    दोगुना रुपया मिलने का वादा

    गौरव गोयल समेत अन्य ने शिकायत कर आरोप लगाया था कि आरोपितों ने अपनी निवेश योजना शुरू की थी जिसमें उनके द्वारा किए गए निवेश पर आठ प्रतिशत मासिक रिटर्न साझा करने की बात कही गई थी। जिसमें चार प्रतिशत ब्याज दिया जाना था और शेष चार प्रतिशत निवेशित राशि से दिया जाना था। इस तरह शिकायतकर्ताओं को 25 महीने में उनके निवेश का दोगुना रुपया मिलने का वादा किया गया था।

    एलएलपी नामक कंपनी को ट्रांसफर

    ट्रेड काप्स प्राइवेट लिमिटेड व ट्रेडकाप फाइनेंशियल सर्विसेज आदि कंपनियों में बड़े पैमाने पर लोगों से निवेश कराया गया। आरोपितों ने गलत बयानी की और दावा किया कि सामूहिक रूप से वित्तीय बाजार में इन-हाउस एल्गोरिथम डिजाइन किए गए हैं जिससे 20 प्रतिशत से अधिक मासिक रिटर्न उत्पन्न कर सकते हैं।

    शुरुआत में आरोपितों ने कुछ महीनों तक रिटर्न देना जारी रखा। बाद में रिटर्न देना बंद कर सभी गायब हो गए, पीड़ितों के पैसे वापस नहीं किए गए। जांच के दौरान, उन कंपनियों का विवरण एकत्र किया गया है जिनमें निवेशकों ने धन जमा किया था। जांच से पता चला कि राशि ट्रेडकाप पोर्टफोलियो एलएलपी नामक एक कंपनी को हस्तांतरित कर दी गई।

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