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    ED-CBI अधिकारी बनकर 23 करोड़ की ठगी, दक्षिणी दिल्ली में पूर्व बैंकर को एक महीने तक रखा ‘डिजिटल अरेस्ट’

    Updated: Sun, 21 Sep 2025 05:41 PM (IST)

    दिल्ली के हौजखास में साइबर ठगों ने ईडी और सीबीआई अधिकारी बनकर एक पूर्व बैंकर को डिजिटल अरेस्ट किया और 23 करोड़ रुपये ठग लिए। पीड़ित को मादक पदार्थ तस्करी में फंसाने की धमकी दी गई और विभिन्न खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर 12.11 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिए हैं और आरोपियों की तलाश जारी है।

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    फर्जी ईडी व सीबीआइ अधिकारी बन पूर्व बैंकर को डिजिटल अरेस्ट कर 23 करोड़ ठगे

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली के हौजखास इलाके में जालसाजों ने ईडी व सीबीआई का अधिकारी बन पूर्व बैंकर को डिजिटल अरेस्ट कर 23 करोड़ रुपये ठग लिए। जालसाजों ने पीड़ित को मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त बताया। इसके बाद डिजिटल अरेस्ट कर फ्लैट से बाहर निकलने को मना कर दिया। ये सिलसिला एक महीने तक चलता रहा और पीड़ित ने आरोपितों के विभिन्न अकाउंट में रकम ट्रांसफर कर दी। फिलहाल, पीड़ित की शिकायत पर आइएफएसओ में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने ठगी के 12.11 करोड़ रुपये को बैंक खाते में फ्रीज करा लिया है।

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    डर के मारे हर बात मानते रहे

    पुलिस के मुताबिक, अपनी शिकायत में पीड़ित ने बताया कि चार अगस्त को मुंबई पुलिस के अधिकारी बताने वाले शख्स की उनके पास काॅल आई थी। उसने पीड़ित को मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त बताया। इसके बाद डिजिटल अरेस्ट कर फ्लैट से बाहर निकलने को मना कर दिया। उसने पीड़ित को बैंक खातों में जमा पूरी रकम को बताए हुए खातों में ट्रांस्फर करने के लिए कहा। पीड़ित इतना डरे हुए थे कि वह ठगों के अनुसार बताए हुए बैंक में रुपये जमा करते रहे।

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    रुपया खत्म होते ही फोन बंद

    इसके बाद ठगों ने पीड़ित के कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी और कैनरा बैंक के खातों से रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जमा करना शुरू किया। इस दौरान मुंबई पुलिस के अलावा प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई के अधिकारी बन कर ठग फोन करते रहे। पीड़ित अधिकारी बने ठगों के अनुसार बताए हुए बैंक खातों में रकम जमा करते रहे। जब बैंक खाता पूरी तरह से खाली हो गया तो ठगों ने फोन बंद कर लिया।

    अलग-अलग जगहों से रकम निकाली 

    यह सिलसिला चार सितंबर तक चला। कुछ दिन तक पीड़ित ने घटना के बारे में किसी से बात नहीं की। लेकिन ठगे जाने का अहसास होने पर शुक्रवार को एनसीआरपी पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज की, जिसके बाद इस मामले को आईएफएसओ को भेज दिया गया। आईएफएसओ की टीम ने विभिन्न बैंक खातों में मौजूद ठगी की 12.11 करोड़ रुपये की रकम को फ्रीज करा लिया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच से बचने के लिए यह रकम कई बैंक खातों में कई स्तर पर जमा की गई है और देशभर में अलग-अलग जगहों से रकम निकाली गई है।

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