Delhi Rains: 17 सालों में रिकॉर्ड दूसरी सबसे ज्यादा बारिश, कई इलाकों में जलभराव; खुल गई तैयारियों की पोल
दिल्ली में भारी वर्षा के कारण कई सड़कों पर जलभराव हो गया है जिससे यातायात प्रभावित हुआ। सरकार ने जलभराव की समस्या को दूर करने का दावा किया था लेकिन वर्षा होते ही दावों की पोल खुल गई। मिंटो ब्रिज और आईटीओ जैसे संवेदनशील स्थानों पर पानी भर गया जिससे वर्षा होते ही जलभराव की समस्या फिर सामने आ गई है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार सुबह झमाझम बारिश हुई। इस कारण मई के महीने में एक दिन की 17 सालों (2009 से 2025) में यह दूसरी सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई।
इससे पूर्व 20 मई 2021 को 119.3 मिमी वर्षा दर्ज हुई थी। लोधी रोड पर 78.0 मिमी, पालम में 45.6 मिमी, रिज में 59.2 और आया नगर में 39.4 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई है। इस बारिश और आंधी से तापमान में भी गिरावट दर्ज हुई है।
दिल्ली की कई सड़कों पर लबालब पानी
भारी बारिश से एक बार फिर से दिल्ली की कई सड़कों पर पानी भर गया। दिल्ली की नई भाजपा सरकार इस बार जलभराव की समस्या दूर करने का दावा कर रही थी। इसके लिए मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री अधिकारियों के साथ बैठक व सड़कों पर उतरकर निरीक्षण कर रहे थे। लेकिन, वर्षा होते ही दिल्लीवासियों की परेशानी बढ़ गई। पिछले वर्ष की तरह जलभराव को लेकर संवेदनशील स्थानों पर पानी भर गया।
सरकार का दावा- जलभराव को लेकर पूरी है तैयारी
पिछले दिनों बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया था कि जलभराव वाले अधिकांश स्थानों पर समस्या दूर कर दी गई है। अन्य स्थानों पर तेजी से काम चल रहा है। पिछले कई दिनों से नालों की सफाई का काम चल रहा है, लेकिन शुक्रवार सुबह की वर्षा से उनके दावों की पोल खुल गई। मिंटो ब्रिज, आईटीओ, किशनगंज अंडरपास सहित अन्य स्थानों पर पानी भरने से वाहनों की आवाहाजी प्रभावित हुई।
जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने किया जल निकासी काम का निरीक्षण
लोक निर्माण विभाग व जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने कई स्थानों पर जल निकासी के काम का निरीक्षण किया। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा बेमौसम रिकॉर्ड वर्षा से कई स्थानों पर कुछ मात्रा में पानी रूक गया है। सुबह साढ़े पांच बजे से ही कई स्थानों पर जाकर स्थिति का जायजा लिया।
जल मंत्री ने मिंटो ब्रिज पर जाकर देखा कि चारों पंप चल रहे थे और ऑपरेटर भी तत्पर था। एक पाइप फट गया था जिसको ठीक करने के लिए बोला गया है। मानसून को ध्यान में रखकर पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, दिल्ली जल बोर्ड, एनडीएमसी और सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा नालों की सफाई की जा रही है।
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