Samanvita 2025: सीसीएस ने सामाजिक परिवर्तन और सशक्तिकरण के लिए 26 महिलाओं को किया सम्मानित
नई दिल्ली में सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी (CCS) द्वारा आयोजित समन्विता 2025 में समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाली 26 महिलाओं को सम्मानित किया गया। इनमें स्ट्रीट वेंडर्स शिक्षिकाएं छात्राएं और नीति निर्माण में योगदान देने वाली महिलाएं शामिल रहीं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्वतंत्रता समानता और न्याय को बढ़ावा देना था। CCS ने इस पहल के माध्यम से समाज में बदलाव लाने वाली महिलाओं के प्रयासों को सराहा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी (CCS) द्वारा समन्विता 2025 कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली स्थित डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में किया गया। समन्विता 2025 कार्यक्रम का उद्देश्य था- स्वतंत्रता, समानता और न्याय को बढ़ावा देना ताकि समाज का हर तबके को आगे बढ़ने का अवसर मिले। इस दौरान समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करने वाली 26 महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।
सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी की ओर से समन्विता 2025 के दौरान सम्मानित होने वाली महिलाओं में अपनी मेहनत से से आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश करने वाली सात स्ट्रीट वेंडर्स, शिक्षा के माध्यम से समाज को बेहतर बनाने में योगदान देने वाली नौ शिक्षिकाएं, संसाधनों के अभाव के बावजूद अपनी काबिलियत से मुकाम बना रही छह छात्राएं और नीति निर्माण व सामाजिक सुधारों में योगदान देने वाले चार सीसीएस एलुमनाई हैं।
नीति निर्माण व सामाजिक सुधारों में योगदान देने के लिए सीसीएस एल्युमिनाई और जागरण न्यू मीडिया की मुख्य उप संपादक दीप्ति मिश्रा, एडवोकेट राजुल जैन, टाटा ट्रस्ट्स के लिए काम करने वाली डैफने वल्लाडो, इकॉनोमिस्ट स्वाति अग्रवाल को सम्मानित किया गया।
स्ट्रीट वेंडर्स को मिला सम्मान
जयपुर जिला अदालत के पास डोसा की स्टॉल लगाने वाली रीनू, गोलगप्पे का ठेला लगाने वाली गीता देवी, दादी के फाटक के पास चाय की दुकान लगाने वाली पिंकी अग्रवाल, दिल्ली के लाजपत नगर में हैंडमेड सामान बेचने वाली किरण, कविता कात्ये।
With mementos and smiles - a wonderful close to an inspiring evening of connection & collaboration! ❤️
— Centre for Civil Society (@ccsindia) March 23, 2025
#Samanvita2025 pic.twitter.com/YmR8XInGtM
सरोजनी नगर में समोसा का स्टॉल लगाने वाली कंचन, दिल्ली में साउथ इंडियन फूड खिलाने वाली तमिलनाडु की नित्या को समन्विता 2025 में सम्मानित किया गया। ये महिलाएं तमाम समस्याओं से लड़कर न सिर्फ खुद आत्मनिर्भर बनी हैं,बल्कि आज अपने साथ कई लोगों को रोजगार भी दे रही हैं।
शिक्षक (एजुकेटर्स) की पहल को मिला सम्मान
नई टेक्नोलॉजी और लैंग्वेज के लिए बच्चों को तैयार करने की पहल करने के लिए हैदराबाद के कॉर्डिनल ग्रेसियस हाईस्कूल के अंग्रेजी डिपार्टमेंट की हेड शीला गोगी, नई दिल्ली के संगम विहार स्थित हरि विद्या भवन की शिक्षिका संध्या गोस्वामी, नई दिल्ली के एसडी विद्या स्कूल की टीचर प्रीति शर्मा।
हरियाणा के अंबाला में जीएपीएस स्कूल की अंग्रेजी डिपार्टमेंट की हेड प्राची दीक्षित, एमएचडी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की डायरेक्टर डॉ. कुलदीप कौर और नई दिल्ली के छतरपुर स्थित ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. नीतू गर्ग।
आंध प्रदेश के श्री राम रूरल हाई स्कूल की प्रिंसिपल के. उमा रानी, हरियाणा के पंचकूला स्थित सेंट विवेकानंद मिलेनियम स्कूल की टीचर शिल्पा शर्मा, नई दिल्ली के सूर्या मॉडल स्कूल, उत्तम नगर की बबिता पुंडीर को सम्मानित किया गया।
हुनरमंद बेटियां को भी सम्मान
हिमाचल प्रदेश की पलक ठाकुर , अंकिता शर्मा कनिका ठाकुर, पूजा ठाकुर और गोवा की करेन मित्जी मेंडेस को सम्मानित किया गया।
समन्विता 2025 कार्यक्रम में महिलाओं को होने वाली समस्याओं पर चर्चा, प्रेरणादायक कहानियां और अनुभव साझा किए गए, जिससे उपस्थित लोगों को सीखने और प्रेरित होने का अवसर मिला।
सीसीएस ने समन्विता 2025 पहल के तहत अपने स्तर पर छोटे-छोटे प्रयास कर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाली महिलाओं को सम्मान देकर संदेश दिया है कि सामाजिक बदलाव केवल बड़े मंचों से नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर किए गए प्रयासों से आता है।
सीसीएस का ये है उद्देश्य
यह एक-दो दिन, महीने या साल में नहीं होता है, बल्कि इसके लिए लंबे समय तक मेहनत करनी होती है। यह आयोजन उन्हीं लोगों को आगे बढ़ाने का प्रयास था, जो अपने छोटे-छोटे योगदान से समाज को समृद्ध बना रहे हैं।
बता दें कि सेंटर फॉर सिविल सोसाइटी सामाजिक परिवर्तन और नीति अनुसंधान के क्षेत्र में कार्यरत है। सीसीएस शिक्षा, महिलाओं और हाशिए पर खड़े समुदायों को सशक्त बनाने पर काम कर रहा है। सीसीएस का उद्देश्य समाज में स्वतंत्रता, समानता और न्याय को बढ़ावा देना है।
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