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    RML अस्पताल में 6 साल बाद भी अधूरा सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक, शुरू होने पर मिलेंगी ये सुविधाएं

    Updated: Fri, 15 Aug 2025 09:06 AM (IST)

    दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में निर्माणाधीन सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है जो कि छह साल पहले शुरू हुआ था। अब इसे मार्च 2026 तक पूरा करने का नया लक्ष्य है। इस ब्लॉक के बनने से हृदय न्यूरो किडनी लिवर और कैंसर के इलाज की बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। बेडों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी और अंग प्रत्यारोपण जैसी नई सुविधाएं भी शुरू होंगी।

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    छह वर्ष बाद भी आरएमएल को सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का इंतजार।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में आरएमएल अस्पताल में निर्माणाधीन सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का काम छह वर्ष बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। वर्तमान में इसके फिनिशिंग का काम चल रहा है।

    इस ब्लॉक का काम अगस्त 2019 में शुरू हुआ था। कोरोना के चलते काम प्रभावित होने पर दिसंबर 2024 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया। इससे आठ महीना ज्यादा होने को है, पर काम अभी भी अधूरा है।

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    वहीं, अब इसे मार्च 2026 तक शुरू करने का नया लक्ष्य रखा गया है। हालांकि, निदेशक प्रो. अशोक कुमार ने कहा कि कार्यों का रिव्यू किया जा रहा है। जल्द से जल्द बचे हुए काम पूरे कराए जाएंगे, ताकि मरीजों को उत्तम स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।

    दरअसल, आरएमएल में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक तैयार होने के बाद कई तरह की सुविधाएं बढ़ जाएंगी। हृदय और न्यूरो की बीमारियों के साथ-साथ किडनी लिवर और कैंसर के इलाज की भी बेहतर सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। इससे कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

    वहीं, वर्तमान में आरएमएल अस्पताल में मेडिकल आंकोलाजी, सर्जिकल आंकोलाजी, रेडियोथेरेपी, न्यूक्लियर मेडिसिन सहित कई सुपर स्पेशियलिटी विभाग नहीं है। वहीं कॉर्डियोलाजी, न्यूरोलाजी, नेफ्रोलाजी व कॉर्डियक सर्जरी के लिए बेड की संख्या भी सीमित हैं। अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर की भी समस्या है। वर्तमान में ढांचागत निर्माण पूरा कर लिया गया है। अब फिनिशिंग और चिकित्सा उपकरण लगाने का काम किया जा रहा है।

    बताया जा रहा कि इसमें छह से सात महीने में चिकित्सा सुविधाएं शुरू हो पाएंगी। तब न्यूरोलाजी, कार्डियोलाजी व कार्डियक सर्जरी विभाग के लिए निर्धारित बेड की संख्या भी 20 से बढ़ाकर 40-40 हो जाएगी। नेफ्रोलाजी व पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के भी बेड बढ़ेंगे।

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    इसके अलावा अंग प्रत्यारोपण मेडिसिन विभाग शुरू होगा और प्रत्यारोपण के लिए अलग से आपरेशन थियेटर निर्धारित रहेगा। इससे अस्पताल में किडनी व हृदय प्रत्यारोपण सर्जरी भी बढ़ेगी। लिवर प्रत्यारोपण की सुविधा भी शुरू की जाएगी। कैंसर मरीजों के इलाज के लिए मेडिकल आंकोलाजी, सर्जिकल आंकोलाजी व न्यूक्लियर मेडिसिन के विभाग भी शुरू हो सकेंगे।