डॉक्टरों को MR से न मिलने का आदेश, आरएमएल अस्पताल में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव और लैब कर्मचारियों के प्रवेश पर रोक
राम मनोहर लोहिया अस्पताल प्रशासन ने एमआर और लैब कर्मचारियों के अस्पताल में प्रवेश पर सख्ती से रोक लगाने का फैसला किया है। पहले चेतावनी के बाद भी प्रवेश जारी रहने पर सुरक्षा प्रभारी को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। पहले जारी आदेश में एमआर के प्रवेश पर रोक थी और ऑनलाइन जानकारी देने को कहा गया था।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली: आरएमएल अस्पताल प्रशासन की चेतावनी के बाद भी मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एमआर) और डायग्नोस्टिक लैब संचालकों के कर्मचारियों के अस्पताल में प्रवेश पर अंकुश नहीं लग पाया है। इस वजह से अस्पताल प्रशासन ने अब सख्ती करने का मन बनाया है।
यही वजह है कि अस्पताल प्रशासन ने एमआर और लैब संचालकों के कर्मचारियों के अस्पताल में प्रवेश करने पर सुरक्षा प्रभारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। ताकि अस्पताल में एमआर व डायग्नोस्टिक लैब संचालकों के कर्मचारियों का प्रवेश बंद हो सके।
इस मामले को लेकर पिछले माह अस्पताल में एक आदेश जारी किया गया था जिसमें अस्पताल में एमआर के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी।
अस्पताल के सभी विभागों के विभागाध्यक्षों, डाॅक्टरों व नर्सिंग कर्मचारियों को इसकी सूचना दी गई थी और एमआर से अस्पताल में मुलाकात नहीं करने के निर्देश दिए गए थे।
तब आदेश में कहा गया था कि एमआर दवाओं से संबंधित नवीनतम जानकारी ऑनलाइन व इंटरनेट मीडिया के माध्यम से दें।
इसके बाद हाल ही में जारी दूसरे आदेश में कहा गया है कि एमआर सहित कई निजी कर्मचारी खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताकर अस्पताल में प्रवेश कर रहे हैं। अस्पताल के सुरक्षा प्रभारी गंभीरता से कार्रवाई करें।
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