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    राष्ट्रीय क्षत्रिय जन संसद अधिवेशन में गवर्निंग काउंसिल का पुनर्गठन, महेश पाटिल चुने गए सभापति

    By Mangal YadavEdited By:
    Updated: Mon, 11 Nov 2019 03:50 PM (IST)

    10 नवंबर को दिल्ली में संपन्न हुए राष्ट्रीय क्षत्रिय जन संसद अधिवेशन में 25 सदस्यों की गवर्निंग काउंसिल का पुनर्गठन किया गया।

    राष्ट्रीय क्षत्रिय जन संसद अधिवेशन में गवर्निंग काउंसिल का पुनर्गठन, महेश पाटिल चुने गए सभापति

    नई दिल्ली, ऑन लाइन डेस्क। देश की राजधानी दिल्ली में राष्ट्रीय क्षत्रिय जन संसद अधिवेशन का समापन हो गया है। 10 नवंबर को संपन्न हुए अधिवेशन में 25 प्रांतों के 250 क्षत्रिय-राजपूत संगठन के अध्यक्ष उपस्थित रहे। इस मौके पर 250 जन संसद सदस्य नामित किए गए। अधिवेशन में 21 सदस्यीय मार्गदर्शक मंडल का भी गठन किया गया।

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    इसके अलावा राष्ट्रीय क्षत्रिय जन संसद अधिवेशन में 25 सदस्यों की गवर्निंग काउंसिल का पुनर्गठन किया गया। मराठा रियासत के महेश पाटिल को सभापति और खेम सिंह बिष्ट को उप सभापति निर्वाचित किया गया है। कुंअर अजय सिंह को सदन का नेता और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को युवा सदन नेता निर्वाचित किया गया है।

    लोगों को संबोधित करते हुए सदन नेता कुंवर अजय सिंह ने कहा कि समय-समय पर राष्ट्रीय मुद्दों को लेकर संसद का अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षत्रिय जन संसद का प्रांतीय स्तर पर भी गठन किया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने प्रांतीय स्तर पर आम जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष का भी एलान किया।

    अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए राष्ट्रीय क्षत्रिय जन संसद अधिवेशन में सर्वोच्च अदालत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दिया गया। इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा गठित होने वाले न्याय में राम के वंशजों को  50 फीसद हिस्सेदारी देने का सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है।

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