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    Delhi Ramleela Celebration: गणेश वंदना से शुरू हुई रामलीला, तुलसी श्राप की लीला दिखाई

    Updated: Tue, 23 Sep 2025 12:14 AM (IST)

    पूर्वी दिल्ली में रामलीला का भव्य शुभारंभ हुआ जहां गणेश वंदना और मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। पंडालों में भारी भीड़ उमड़ी और कलाकारों ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रामलीला में भगवान गणेश श्रवण कुमार और रावण से जुड़े प्रसंगों का मंचन किया गया। कई स्थानों पर राम मंदिर की थीम पर आधारित मंच भी तैयार किए गए।

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    पूर्वी दिल्ली में रामलीला का भव्य शुभारंभ हुआ। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। यमुनापार में सोमवार को गणेश वंदना और मंत्रोच्चार के साथ रामलीला का औपचारिक शुभारंभ हुआ। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को लेकर लोग उत्साहित दिखे। पंडालों में उमड़ी भीड़ ने दर्शाया कि रामलीला लोगों के दिलों में बसती है।  

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    कलाकारों ने संवाद और भाव-भंगिमाओं से पात्रों को जीवंत कर उत्साह को दोगुना कर दिया। बच्चे झूलों का आनंद लेते दिखे, तो कई लोग लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठाते नजर आए।

    पहले दिन रामलीला की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। रामलीला समिति के पदाधिकारियों और दर्शकों ने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की।

    रामलीला पंडाल में "जय सिया राम" के जयकारे गूंज उठे। श्री रामलीला समिति इंद्रप्रस्थ द्वारा आईपी एक्सटेंशन स्थित महोत्सव स्थल पर आयोजित इस लीला में भगवान गणेश द्वारा तुलसी माता को श्राप देते हुए दिखाया गया।

    आइपी एक्सटेंशन में आयोजित श्री रामलीला कमेटी इंद्रप्रस्थ में भगवान गणेश का तुलसी माता से संवाद का एक दृश्य। जागरण

    यह दृश्य भक्तों के लिए अत्यंत आध्यात्मिक और भावपूर्ण था। इसके बाद बाबा खाटू श्याम को समर्पित भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तगण भावविभोर होकर नाचते रहे। इस अवसर पर सुरेश बिंदल, प्रमोद अग्रवाल, राजीव शर्मा आदि उपस्थित थे।

    उत्तराखंड की पारंपरिक भीमताली और राधेश्याम शैली में पश्चिम विनोद नगर में रामलीला का शुभारंभ हुआ। कामधेनु रामलीला समिति द्वारा आयोजित इस रामलीला में पहले दिन गणेश वंदना और राम स्तुति का मंचन किया गया।

    मातृ-पितृ भक्त श्रवण कुमार का मार्मिक प्रसंग मंचित किया गया। माता-पिता के साथ तीर्थयात्रा पर जाते समय राजा दशरथ के बाण से श्रवण कुमार की मृत्यु हो गई थी।

    कलाकारों ने रावण की तपस्या, कैलाश लीला और रावण के अत्याचारों का मंचन किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप भंडारी ने बताया कि संवादों में बृजभाषा और फारसी सहित कई भाषाओं के शब्दों के साथ-साथ उत्तराखंड की लोक संस्कृति की झलक भी दिखाई गई।

    शास्त्री पार्क स्थित डीडीए ग्राउंड में विष्णु अवतार रामलीला समिति ने अयोध्या में राम मंदिर की थीम पर एक मंच तैयार किया है। गणेश वंदना के बाद नारद मोह और विष्णु वरदान लीलाओं का मंचन किया गया। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।

    समिति के महासचिव दिवाकर पांडे ने बताया कि मंच के शीर्ष पर राम मंदिर जैसी ही भगवान श्री राम की मूर्ति स्थापित की गई है। इसमें ऑपरेशन सिंदूर के गौरव को भी दर्शाया गया है।

    बाबरपुर बस अड्डे पर श्री आज़ाद रामलीला कला केंद्र द्वारा गणेश पूजन एवं नारद मोह का मंचन किया गया। विवेक विहार, सीबीडी ग्राउंड, सबोली, ताहिरपुर और मयूर विहार फेज़ 3 सहित कई स्थानों पर रामलीला का मंचन शुरू हो गया है।