मिट्टी के बनाए बर्तन... सलून में कटवाई दाढ़ी; दिल्ली की कुम्हार कॉलोनी पहुंचे Rahul Gandhi का दिखा अनोखा अंदाज
Rahul Gandhi met Kumbhkar families कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज सुबह अचानक दिल्ली के उत्तम नगर स्थित कुम्भकार कॉलोनी पहुंचे। उन्होंने वहां के कुम्भकार परिवारों से मुलाकात की और उनके हालचाल जाने। इस दौरान उन्होंने कुम्भकारी के बारे में जाना और इस क्षेत्र में आ रही समस्याओं को लेकर चर्चा की। राहुल गांधी ने इस दौरान सलून में दाढी भी कटवाई।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिंदापुर की कुम्हार कालोनी में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े छह बजे पूर्व प्रधान स्व. हरिकिशन के घर पहुंचे और परिवार वालों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने हरिकिशन की पत्नी रामरती से मिट्टी के दिये, गमले आदि को तैयार करने की बारीकियां सीखीं। साथ ही उन्होंने चरखा चलाकर तीन दिये और एक छोटा सा कुल्हड़ भी बनाया।
राहुल गांधी ने दो दियों पर आरजी लिखकर ऑटोग्राफ भी दिए हैं। करीब दो घंटे तक वह उनके घर रहें। यही नहीं राहुल गांधी ने उनके घर चाय की चुस्की भी ली। इसके बाद वह उनके पड़ोसी के घर भी गए और दिये की डिजाइन के बारे में लोगों से बातचीत की।
यहां से निकलने के बाद थोड़ी ही दूरी पर राहुल गांधी का काफिला एक सलून की दुकान पर रुका। वहां पर उन्होंने ट्रिमर से अपनी दाढ़ी सैट कराई और वह निकल गए। आसपास के लोगों का कहना है कि अचानक से राहुल गांधी का यहां आना हमारे लिए एक उपहार है, इसलिए हम सब काफी खुश हैं।
उत्तम नगर के बिंदापुर की कुम्हार कालोनी में रहने वाले पूर्व प्रधान स्व. हरिकिशन का कोरोना काल में निधन हो गया था। उनके परिवार में पत्नी रामरती और उनकी छह बेटियां हैं, जिसमें से दो विवाहित हैं। पत्नी रामरती ने बताया कि शुक्रवार सुबह तड़के जब हमें पता चला कि घर पर राहुल गांधी आ रहे हैं तो हम काफी खुश हुए। आज बहुत अच्छा लग रहा है।
Delhi News: हरिकिशन की पत्नी रामरती के साथ चलते राहुल गांधी। #rahulgandhi pic.twitter.com/R1QnNON7XR
— मोनू कुमार (@monu_kumar22) October 25, 2024
वह सुबह करीब साढ़े छह बजे हमारे घर आए। उन्होंने हमारी बेटियों से भी मुलाकात की। उन्होंने हमसे पूछा कि हम मिट्टी के लिए कहां से लाते हैं, किस तरह काम करते हैं और उन्हें क्या मजदूरी मिलती है। साथ ही यह भी जाना की यहां का बना सामान किन जगहों पर सप्लाई किया जाता है। इन्हें तैयार करने में समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली।
जब हमारी बेटियों ने उनसे चाय के लिए पूछा तो उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि बास (रामरती) चाय पिलाएंगी तो पिऊंगा। उन्होंने हमारे घर पर चाय भी पी। उन्होंने यह भी कहा कि लगता है कि मुझे तीन महीने तक मिट्टी का यह काम सीखना ही पड़ेगा। उन्होंने चरखा चलाकर तीन दिये बनाए और एक कुल्लड़ सा बनाया है।
राहुल गांधी ने दिये पर ऑटोग्राफ भी किए।
फिर इस पर राहुल गांधी ने अपने ऑटोग्राफ भी दिए। करीब दो घंटे तक वह हमारे घर पर रुके हैं। इसके बाद राहुल गांधी उनके पड़ोसी सुरेश कुमार के घर गए। उनके बेटे यश ने बताया कि उन्होंने दिये और मंदिरों को किस तरह से डिजाइन करते हैं इस बारे में जानकारी ली और हमारे काम की प्रशंसा भी की।
नाई के साथ राहुल गांधी ने सलून में खिंचवाई फोटो। फोटो जागरण
सलून की दुकान पर दाढ़ी ट्रिमर से कराई सैट
कुम्हार कालोनी (potters colony) की गली से बाहर निकलते ही राहुल गांधी का काफिला एक सैलून वाले की दुकान पर रुका। राहुल ने दुकानदार अजीत से उनकी आमदनी, खर्चे, घर के किराए के संबंध में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने कहा कि आपको एक सैलून किट भिजाउंगा।
फिर उन्होंने दुकानदार के साथ फोटो खिंचवाई। इसके बाद दुकानदार से उन्होंने दाढ़ी सैट कराई। दुकानदार ने ट्रिमर से उनकी दाढ़ी सैट की। फिर वह अपनी कार में बैठकर निकल गए।
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