दिल्ली के इस इलाके में बनेगी 6 किमी लंबी एलिवेटेड रोड, लोगों को मिलेगी ट्रैफिक जाम से राहत
पूर्वी दिल्ली के पुश्ता रोड पर बनने वाली 6 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड से सोनिया विहार के लोगों को जाम की समस्या से निजात मिलेगी। इस प्रोजेक्ट की लागत 500 करोड़ रुपये है और यह नानकसर गुरुद्वारे से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के ट्रोनिका सिटी तक जाएगी। एलिवेटेड रोड से दिल्ली के विकास को गति मिलेगी और यातायात की समस्या कम होगी।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। सोनिया विहार के लोग 20 वर्ष से पुश्ता रोड के चौड़ीकरण की राह देख रहे हैं। उन्हें ऐसा लगने लगा था कि यह महज सपना बनकर रह जाएगा। पुश्ता रोड सिंगल होने के कारण यहां रोजाना जाम लगता है। जाम में फंसकर लोगों को परेशानी से जूझना पड़ता है।
बनेगी छह किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड
शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा करावल नगर के विधायक और मंत्री कपिल मिश्रा के साथ पुश्ता रोड पर पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभाग और जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ पहुंचे। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने घोषणा की कि यातायात को सुगम बनाने के लिए पुश्ता रोड पर पांच सौ करोड़ रुपये की लागत से छह किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी।
पीडब्ल्यूडी इसका निर्माण जल्द शुरू करेगा। 11 जनवरी के अंक में दैनिक जागरण ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान पुश्ता सिंगल होने से लोगों हो रही है परेशानी की समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसमें सवाल उठाया गया था कि आखिर यहां के लोगों को जाम की समस्या से कब मुक्ति मिलेगी।
प्रवेश वर्मा ने कहा कि यह रोड नानकसर गुरुद्वारे से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के ट्रोनिका सिटी तक जाएगी। सिंचाई विभाग से एलिवेटेड रोड की अनुमति मिल गई है। सोनिया विहार के लोगों को जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए यह प्रोजेक्ट बहुत जरूरी था। पुश्ते पर पेड़ होने के कारण एलिवेटेड रोड बनाने का निर्णय लिया गया है।
एलिवेटेड रोड को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से भी चर्चा की गई थी और उन्होंने इस प्रोजेक्ट को स्वीकृति दे दी है। एलिवेटेड रोड से दिल्ली के विकास को गति मिलेगी और यातायात की समस्या कम होगी। मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि चुनाव में भाजपा की ओर से सोनिया विहार पुश्ते को जाम से निजात दिलाने का वादा किया जाएगा। भाजपा ने सत्ता में आते ही इसकी घोषणा की।

रोज दो लाख वाहनों का आवागमन
- पुश्ता दिल्ली को उत्तर प्रदेश से जोड़ता है। दिल्ली के चौहान पट्टी गांव के बाद उत्तर प्रदेश का औद्योगिक क्षेत्र ट्रोनिका सिटी शुरू हो जाता है। यह पुश्ता सिंगल है। माल वाहक वाहनों का आवागमन अधिक होता है।
- रोजाना दो लाख वाहनों का आवागमन होता है। पिछले साल इस रोड पर 28 सड़क हादसे हुए, जिसमें 10 लोगों की जान गईं।
- रोड सिंगल होने से आधे घंटे का जाम लगता है। यातायात विशेषज्ञों के अनुसार, एक घंटे के जाम में 70 हजार मैन पॉवर की बर्बादी होती है।
- कार का 0.9 और दोपहिया वाहनों का 0.5 लीटर ईंधन बर्बाद होता है।
- एलिवेटेड रोड के बन जाने से ईंधन की बचत होगी और पांच मिनट का सफर तय करने में आधे घंटे का समय नहीं लगेगा।
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