दिल्ली में फ्लैट कब्जाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, बुजुर्ग की मौत के बाद बेच देता था घर; मां-बेटे समेत तीन गिरफ्तार
द्वारका में एक बुजुर्ग की मौत के बाद उनके फ्लैट पर कब्जा कर उसे बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने मां-बेटे समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर फ्लैट को एक करोड़ 85 लाख रुपये में बेच दिया था। गिरोह का मास्टरमाइंड पवनदीप उर्फ प्रिंस है जिसे पहले भी हत्या के मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। द्वारका इलाके के एक फ्लैट के मालिक की मौत हो जाने के बाद उस फ्लैट के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसे एक करोड़ 85 लाख रुपये में बेचने के मामले में पुलिस ने मां-बेटे सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान तिलक नगर के सरबजीत, उनकी मां राजेंदर कौर व राजौरी गार्डन के पवनदीप उर्फ प्रिंस के रूप में हुई है। फ्लैट पर कब्जा कर बेचने वाले गिरोह का पवनदीप मास्टरमाइंड है। उसे हत्या के मामले में पुलिस ने पहले भी गिरफ्तार किया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि द्वारका साउथ थाना पुलिस को एक संपत्ति के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करके संपत्ति हड़पने की शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि उनकी बहन की वर्ष 2019 में मौत हो गई थी।पिछले वर्ष उनके बहनोई की भी मृत्यु हो गई। उनकी कोई संतान नहीं थी।
फर्जी दस्तावेज के जरिए फ्लैट एक करोड़ 85 लाख में बेचा
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उनके बहनोई की मृत्यु के बाद कुछ जमीन हड़पने वालों ने संपत्ति के फर्जी दस्तावेज बनाकर उस संपत्ति को सनी यादव नामक व्यक्ति को एक करोड़ 85 लाख रुपये में बेच दिया है। द्वारका साउथ थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस ने पहले आरोपी सरबजीत सिंह को गिरफ्तार किया
इसके बाद पुलिस ने संपत्ति बेचकर पैसे लेने वाले सरबजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान सरबजीत सिंह ने बताया कि पवनदीप सिंह उर्फ प्रिंस नामक प्रॉपर्टी डीलर इस मामले का मास्टरमाइंड है। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर सरबजीत की मां राजेंदर कौर के नाम पर द्वारका सेक्टर छह के अपार्टमेंट के फ्लैट के फर्जी दस्तावेज बनाए। फर्जी दस्तावेज बनाने के बाद यह फ्लैट उन्होंने सनी यादव को एक करोड़ 85 लाख रुपये में बेच दिया।
प्रॉपर्टी डीलर और मास्टरमाइंड पवनदीप भी गिरफ्तार
जब पवनदीप को पता लगा कि पुलिस ने सरबजीत को गिरफ्तार कर लिया है तो वह फरार हो गया। कुछ समय बाद पवनदीप सिंह को भी हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के दौरान पवनदीप ने बताया कि उसे पहले भी हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। जेल में वह कुछ कैदियों के संपर्क में आया और उसने खाली प्लॉट और फ्लैट के फर्जी दस्तावेज बनाने और आसान कमाई करने के लिए उन्हें बेचने की योजना बनाई।
आरोपित ने बताया कि उन्हें पता लगा था कि द्वारका सेक्टर छह के बधवार अपार्टमेंट के एक फ्लैट के मालिक की मौत होने के बारे में पता लगा। इसके बाद उसने 70 वर्षीय राजेंदर कौर के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार किए व फ्लैट को सनी यादव को बेच दिया। बेटे की गिरफ्तारी के बाद से राजेंदर कौर भी फरार थी।
बधवार अपार्टमेंट के एक फ्लैट के मालिक की मौत होने के बाद प्रॉपर्टी डीलर पवनदीप सिंह और सरबजीत सिंह ने बुजुर्ग के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसे सनी यादव को बेच दिया। इसमें सरबजीत की मां राजेंदर कौर भी शामिल थी। शिकायत के बाद पुलिस ने सभी को दबोच लिया। - पीड़ित शिकायतकर्ता
सरबजीत की मां राजेंदर कौर को भी किया गिरफ्तार
द्वारका कोर्ट ने उसे भगोड़ा करार दे दिया था। इसके बाद उसे संत नगर एक्सटेंशन से गिरफ्तार कर लिया गया।राजेंदर कौर ने बताया कि पवनदीप ने उसे लालच दिया था कि अगर वह उसके नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाने की अनुमति देगी तो वे उसे पैसे देगा। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
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