प्रगति मैदान अंडरपास निर्माण को लेकर आई खुशखबरी, PWD के प्रस्ताव को मंजूरी; ITO के पास ट्रैफिक कम होगा
दिल्ली सरकार की प्रगति मैदान अंडरपास परियोजना को केंद्रीय मंत्रालय से मंज़ूरी मिल गई है। परियोजना में तकनीकी सुधारों को स्वीकार किया गया है। अब बिना अतिरिक्त बजट के निर्माण कार्य पूरा होगा पहले यह परियोजना बाधित थी। मंत्री प्रवेश वर्मा ने जनता के पैसे का सही इस्तेमाल करने की बात कही। अंडरपास से ITO के पास ट्रैफिक कम होगा।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रगति मैदान के पास निर्माणाधीन अंडरपास को लेकर एक बड़ अपडेट सामने आया है। दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा भेजे गए संशोधित प्रस्ताव को केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है।
अब बिना किसी अतिरिक्त बजटीय बोझ के इस महत्वपूर्ण परियोजना को पूरा करने का रास्ता साफ हाे गया है। पीडब्ल्यूडी द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में तीन अहम तकनीकी उपाय सुझाए गए थे, जिन्हें मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया है।
यह परियोजना पहले लंबे समय तक बाधित रही। पिछली सरकार में यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी है। भाजपा सरकार ने कहा है पिछली सरकार क ने न तो इसे प्राथमिकता दी और न ही समय पर कोई ठोस निर्णय लिया। मिट्टी के नीचे धंस जाने, रेलवे लाइन के नीचे निर्माण की तकनीकी जटिलता और विभागों के बीच समन्वय की कमी के कारण यह महत्त्वपूर्ण परियाेजना अधर में लटक गई थी। जबकि जनता के पैसे से इसका अधिकांश बजट पहले ही खर्च हो चुका था।
मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अब इस कार्य के लिए कोई नया बजट आवंटित नहीं किया जाएगा। यानी शेष कार्य उन्हीं निधियों में किया जाएगा जो पहले ही स्वीकृत हैं। इससे यह सुनिश्चित होगा कि जनता के पैसों का बिना किसी अनावश्यक खर्च के समुचित और पारदर्शी उपयोग हो। पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने पिछले माह साइट का निरीक्षण किया था और अधिकारियों को समाधान निकालकर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए थे।
उनके प्रयासों से तकनीकी अड़चनें दूर हुईं और केंद्र व राज्य के बीच समन्वय स्थापित हो सका है। मंत्री वर्मा ने कहा कि यह केवल एक फाइल को मंजूरी देना नहीं है, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है। अब देरी नहीं, सिर्फ डिलीवरी होगी। कहा कि हर एक रुपया जो जनता ने कर के रूप में दिया है, उसे परिणाम में बदलना हमारी प्राथमिकता है।
प्रगति मैदान अंडरपास मध्य आैर नई दिल्ली से पूर्वी हिस्सों को जोड़ने वाला एक महत्त्वपूर्ण ट्रांजिट मार्ग है। इसके पूरा होने से न केवल आइटीओ और प्रगति मैदान के पास ट्रैफिक कम होगा, बल्कि आइटीपीओ और अन्य आयोजनों के लिए भी सुगम यातायात सुनिश्चित होगा। पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए गए हैं कि कार्य तुरंत शुरू किया जाए और साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट मंत्री कार्यालय को सौंपी जाए।
इसके शुरू होने पर लोग भैरों मार्ग से रिंग रोड पर सराय काले खां की और तथा रिंग रोड से भैरों मार्ग पर जा सकेंगे। अभी इसकी एक लेन बनी है जिसमें दोनों तरफ का यातायात संचालित किया जाता है। दूसरी लेन में जुलाई 2023 में यमुना में आई बाढ़ का पानी भर जाने से आई तकनीकी समस्या काे दूर करने के प्रयास हो रहे हैं।
पीडब्ल्यूडी द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में तीन अहम तकनीकी उपाय सुझाए गए थे, जिन्हें मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया है।
- अंडरपास के लिए बनाए गए बाक्स के नीचे ग्राउटिंग का कार्य तुरंत शुरू किया जाए, जिससे मिट्टी की स्थिरता बनी रहे और आगे धंसने की समस्या न हो।
- रेलवे लाइन के नीचे स्थित बाक्सों की स्टिचिंग की जाए, जिससे ट्रैक की संरचनात्मक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
- कॉस्ट-इन-सिटू निर्माण पद्धति को अपनाया जाए, जिसमें अंडरपास की ऊंचाई और चौड़ाई को नई तकनीकी परिस्थितियों के अनुसार संशोधित किया गया है।
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