दिल्ली में बिजली पर सियासत तेज, अब यहां के उपभोक्ताओं को भरना होगा ज्यादा बिल; NDMC ने दी मंजूरी
दिल्ली में बिजली बिलों पर चल रही राजनीति के बीच एनडीएमसी क्षेत्र के निवासियों को अब अधिक बिजली बिल चुकाना होगा। दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग ने हाल ही में बीएसईएस और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के पीपीएसी में कटौती की थी लेकिन NDMC को 15.77 प्रतिशत की वृद्धि की अनुमति दी है। इससे एनडीएमसी क्षेत्र में बिजली बिल दिल्ली के अन्य क्षेत्रों की तुलना में सबसे अधिक होगा।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली।NDMC Electricity Bill Hike: दिल्ली में बिजली बिल पर चल रही राजनीति के बीच नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र में रहने वाले उपभोक्ताओं को अब अधिक बिल चुकाना होगा।
पिछले दिनों दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग (डीईआरसी) ने बीएसईएस की दोनों कंपनियों और टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के पीपीएस में 16 से 25 प्रतिशत तक कटौती की थी। वहीं, एनडीएमसी को 15.77 प्रतिशत वृद्धि की अनुमति दे दी है।
जनवरी से मार्च तक इसी दर पर देना होगा पीपीएसी
पहले एनडीएमसी उपभोक्ताओं से 38.75 प्रतिशत पीपीएसी वसूला जाता था। अब यह बढ़कर 54.52 प्रतिशत हो गया है। जनवरी से मार्च तक इसी दर पर उपभोक्ताओं को पीपीएसी देना होगा। इससे एनडीएमसी क्षेत्र में दिल्ली के अन्य क्षेत्रों की तुलना में सबसे अधिक बिजली बिल देना होगा।
इस इलाके में उपभोक्ताओं को 600 यूनिट बिजली पर 4313 रुपये
अप्रैल से जून के लिए एनडीएमसी को 50.86 प्रतिशत की दर से पीपीएसी वसूलने की अनुमति मिली है। पीपीएसी बढ़ाए जाने से एनडीएमसी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को प्रति माह 600 यूनिट बिजली खपत पर 5398 रुपये देने होंगे। मार्च के बाद यह कम होकर 5281 रुपये हो जाएगा।
टीपीडीडीएल क्षेत्र में उपभोक्ताओं को 600 यूनिट बिजली खपत पर 4313 रुपये, बीआरपीएल में 4239 रुपये और बीवाईपीएल में 4093 रुपये का बिल देना पड़ता है। एनडीएमसी क्षेत्र में लगभग 70 हजार बिजली कनेक्शन हैं जिसमें से 60 प्रतिशत से अधिक घरेलू हैं।
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