Delhi Metro के यात्रियों के लिए गुड न्यूज, FOB से जुड़ेगा नया व पुराना मेट्रो स्टेशन; मिलेगी खास सुविधा
दिल्ली मेट्रो के फेज-4 में जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर पर पीतमपुरा में एक नया मेट्रो स्टेशन बन रहा है। यह स्टेशन रेड लाइन के मौजूदा स्टेशन से 180 मीटर लंबे एफओबी (फुट ओवरब्रिज) से जुड़ेगा। इससे यात्रियों को इंटरचेंज की सुविधा मिलेगी। एफओबी में पांच पिलर होंगे। यह कॉरिडोर मजेंटा लाइन का विस्तार है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली में फेज-4 में निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम एलिवेटेड कॉरिडोर ऊंचाई के मामले में कुछ खास होगा। अब दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने इस कॉरिडोर पर पीतमपुरा मधुबन चौक के पास भारी भरकम स्टील के स्पैन से 50 मीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण पूरा कर लिया है, जो दिल्ली मेट्रो का चौथा और निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर का तीसरा सबसे ऊंचा प्वाइंट है।
इस कॉरिडोर पर पीतमपुरा में नया स्टेशन भी बनाया जा रहा है, जो मौजूदा रेड लाइन के स्टेशन के साथ इंटरचेंज स्टेशन होगा। ये दोनों स्टेशन 180 मीटर लंबे फुट ओवरब्रिज (एफओबी) से जुड़ेंगे।
एफओबी में पांच पिलर होंगे
पीतमपुरा में नया स्टेशन मौजूदा स्टेशन से दूसरी तरफ (रोहिणी की ओर) बनाया जा रहा है। जल्द ही एफओबी का निर्माण भी शुरू होगा। डीएमआरसी के अनुसार, यह एफओबी रेड लाइन के वर्तमान स्टेशन के प्लेटफार्म के तल और नए स्टेशन के कानकोर्स से जुड़ा होगा। नए स्टेशन का कानकोर्स सतह से 16.7 मीटर ऊंचा होगा। एफओबी में पांच पिलर होंगे।
मजेंटा लाइन का यह नया कॉरिडोर
निर्माणाधीन जनकपुरी पश्चिम-आरके आश्रम कॉरिडोर 27.452 किमी लंबा होगी और यह मजेंटा लाइन (बोटेनिकल गार्डन-जनकपुरी पश्चिम) की विस्तार परियोजना है। इसलिए मजेंटा लाइन का यह नया कॉरिडोर पीतमपुरा में वर्तमान रेड लाइन (रिठाला-शहीद स्थल न्यू बस अड्डा गाजियाबाद) के ऊपर से गुजर रहा है।
इसे जमीन से 22.54 मीटर की ऊंचाई पर 340 मीट्रिक टन वजन के स्टील स्पैन से बनाया गया। इस स्टील स्पैन की चौड़ाई 12 मीटर है। इसे तीन हिस्सों में क्रेन की मदद से रेड लाइन पर मेट्रो का परिचालन बंद किए बगैर बनाया गया।
नट बोल्ट के जरिये आपस में जोड़ा गया
सबसे पहले इस स्पैन के बीच का 12 मीटर लंबा सेग्मेंट पिलर पर चढ़ाया गया। इसका वजन 70 मीट्रिक टन है। इसके बाद 19-19 मीटर लंबाई के दो सेगमेंट से कॉरिडोर का निर्माण किया गया। स्टील के इस दोनों सेग्मेंट का वजन 127-127 मीट्रिक टन है। इन तीनों सेग्मेंट को 20 हजार नट बोल्ट के जरिये आपस में जोड़ा गया है। इस जगह पर बने स्टेशन पर तीन गेट, पांच लिफ्ट और 14 एस्केलेटर की सुविधा होगी।
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मेट्रो के नेटवर्क में एलिवेटेड कॉरिडोर के सबसे ऊंचे प्वाइंट
- हैदरपुर बादली मोड़ स्टेशन के पास मेट्रो पिलर नंबर 340 के पास मजेंटा लाइन की ऊंचाई : 28.362 मीटर
- हैदरपुर बादली मोड़ के पास 52.288 मीटर लंबे स्टील स्पैन से बने कारिडोर की जगह मजेंटा लाइन की ऊंचाई : 27.610 मीटर
- धौला कुआं स्टेशन के पास पिंक लाइन की ऊंचाई : 23.6 मीटर
- पीतमपुरा में मजेंटा लाइन की ऊंचाई : 22.54 मीटर
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