राजधानी में ऐसा पहली बार... महिला कांवड़ियों के ठहरने के लिए लगाए गए पिंक शिविर
पूर्वी दिल्ली में पहली बार महिला कांवड़ियों के लिए पिंक कांवड़ शिविर लगाए गए हैं। यमुनापार में तत्व सेवा समिति और नंद नगरी में भारत माता मंदिर ट्रस्ट ने यह पहल की है। शिविरों में महिला स्वयंसेवक सेवा कर रही हैं। पिंक टेंट इनकी पहचान है। शिविरों में ठहरने वाली महिला कांवड़ियों ने इसे सराहनीय बताया है। सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। राजधानी में पहली बार महिला कांवड़ियों के दो पिंक कांवड़ शिविर लगे हैं। संस्थाओं ने अपने स्तर पर पहल कर इन शिविरों को लगाया है। पिंक टेंट इनकी पहचान है। साथ ही इनमें सेवा करने के स्वयं सेवी भी महिलाएं ही हैं। इनमें ठहरने वाली महिला कावंड़ियों की संख्या कम है, लेकिन जो रुक कर जा रही हैं, वह इसे सराहनीय पहल बता रही हैं।
यमुनापार में जीटीबी एन्क्लेव ई-पॉकेट में तत्व सेवा समिति पिंक कावंड़ शिविर चला रही है। शिविर संचालक समिति की अध्यक्ष दीप्ति जोशी ने बताया कि उनकी संस्था ने पहली बार ही कांवड़ शिविर लगाया है। जब इसके विचार कर रहे थे तो यही तय हुआ कि कुछ अलग किया जाए। चर्चा करते हुए सबकी सहमति बनी की केवल महिला कांवड़ियों के लिए ही शिविर लगाया जाए।
शिविर का रिकॉर्ड बताता है कि इसमें अब तक चार महिला कांवड़िया ठहर कर जा चुकी हैं। शिविर से जुड़े स्वयं सेवकों का कहना है कि यह नई शुरुआत है। ठहरने वालों की संख्या अभी कम है, लेकिन आने वाले तीन दिनों में भीड़ होने की उम्मीद है।
यह शिविर बाहर से देखने में पता चलता है कि यह महिलाओं के लिए ही है। इसका टेंट पिंक रंग का है। अंदर की साज सज्जा और कुर्सियां भी इसी रंग की हैं। सभी स्वयं सेवी तो नहीं, लेकिन सेवा में लगी कुछ महिलाएं पिंक सूट या साड़ी पहन रही हैं। शौचालय और स्नानागार की भी व्यवस्था है। यहां ठहर कर जा चुकी लक्ष्मी ने फोन पर बताया कि शिविर में अच्छी व्यवस्था थी। जहां पुरुष होते हैं, वहां ठहरने में थोड़ी दिक्कत महसूस होती है।
इसी तरह नंद नगरी मेन वजीराबाद रोड पर बैंक कालाेनी बस स्टैंड के पास भारत माता मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी महिला कांवड़ शिविर लगाया गया है। इसमें बीते दिन तीनों में कांवड़ लेकर आने वाली 20 से अधिक महिलाएं रुक चुकी हैं। इसमें भी कांवड़ियों की सेवा महिलाएं ही कर रही हैं। कांवड़िये के आने पर सेवा भाव के साथ सब उनकी मदद करने में जुट जाती हैं।
शिविर की सचिव सुनीता का कहना है कि भले ही तीन दिनों में महिला कांवड़ियों की संख्या कम रही है, लेकिन आने वाले दिनाें में भीड़ अधिक रहने की उम्मीद है। इनके यहां पर पिंक टेंट लगाया गया है। बैनर पर स्पष्ट रूप से महिला कांवड़ शिविर लिखा है। प्रत्येक शिविर में दवा के लिए डेस्क है, सुरक्षा के लिए पुलिस बल है।
इस बार संस्थाओं ने महिला कांवड़ियों के लिए दो पिंक शिविर लगाए गए हैं। इससे महिला कावंड़ियों को अच्छा महसूस हो रहा है। कांवड़ के आखिरी दिनों में इन शिविरों में ठहरने के लिए अधिक संख्या में महिलाएं आएंगी। - कपिल मिश्रा, कैबिनेट मंत्री, दिल्ली सरकार
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