Cyber Fraud: पायलट की नौकरी के नाम पर लाखों की ठगी, 25 लाख में तय हुआ था सौदा
दक्षिणी दिल्ली में एक व्यक्ति को पायलट की नौकरी दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने अपने परिचित पर एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर ठगी करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित ने नौकरी के सिलसिले में एक व्यक्ति से संपर्क किया था।

जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली में सफदरजंग एन्क्लेव इलाके में बेटे को पायलट लगवाने के नाम पर एक व्यक्ति से 15 लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने अपने एक जानकार पर एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर उनसे रुपये ठगने का आरोप लगाया है। सफरदजंग थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के अनुसार पीड़ित अवनीश कुमार अपने बेटे के लिए किसी एयरलाइंस में नौकरी की तलाश कर रहे थे। अवनीश का एक जानकार प्रेम कुमार झा तिगड़ी इलाके में रहता है। प्रेम कुमार ठेकेदार है। कुछ समय पहले अवनीश की प्रेम कुमार से बात हुई तो उन्होंने उसे बताया कि वह अपने बेटे के लिए किसी एयरलाइंस में पायलट की नौकरी तलाश रहे हैं।
इस पर प्रेम कुमार ने उन्हें बताया कि वह सफदरजंग एन्क्लेव में रहने वाले एक व्यक्ति को जानते है। वह उनके बेटे की नौकरी लगवा सकता है। इस पर तीनों सफदरजंग एन्क्लेव स्थित एक अस्पताल में उस व्यक्ति से मिलने पहुंचे।
वहीं, बातचीत के दौरान व्यक्ति ने बताया कि उसकी एक नामी एयरलाइंस के कई बड़े अधिकारियों से पहचान है। वह 25 लाख रुपये में बेटे की नौकरी लगवा देंगे। गारंटी के तौर पर व्यक्ति ने 25 लाख रुपये का चेक यह कहकर देने का वादा किया कि नौकरी लग जाने पर उसे लौटाना होगा।
इस संबंध में एक लिखित दस्तावेज भी तैयार करने का आश्वासन दिया। उन पर भरोसा कर पीड़ित अवनीश ने एक लाख रुपये नकद व नौ लाख रुपये आरटीजीएस के जरिए उनके खाते में ट्रांसफर किए। जिसके बाद उन्हें बिना तारीख का 25 लाख रुपये का चेक देकर दस्तावेज पर साइन कराया गया।
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इसके बाद रुपये लेने वाले व्यक्ति ने यह कहकर उन्हें भेज दिया कि 10 दिन के अंदर बेटे के पास नौकरी संबंधी ईमेल आ जाएगा। लेकिन निर्धारित समय बीतने के बाद भी जब कोई जवाब नहीं आया तो पीड़ित ने व्यक्ति से संपर्क साधा। व्यक्ति ने उनसे 5 लाख रुपये और मांगे। पीड़ित ने उस व्यक्ति के खाते में रुपये ट्रांसफर करा दिए।
इसके बाद भी उनके बेटे के पास कोई ई-मेल नहीं आया। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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