दिल्ली में पुराने वाहनों को पेट्रोल नहीं देने का अभियान दूसरे भी जारी, कैमरे में कैद हुए कई ओल्ड व्हीकल
दिल्ली में पुराने वाहनों को पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल न देने के अभियान का असर दिखा। कई पंपों पर लगे कैमरों ने पुराने वाहनों को पकड़ा लेकिन कुछ तकनीकी कमियां भी सामने आईं। पुलिस और परिवहन विभाग की कम मौजूदगी के कारण एक वाहन भागने में सफल रहा। पंप संचालकों के अनुसार वाहन चालक अब सतर्क हो गए हैं और पड़ोसी राज्यों से पेट्रोल भरवा रहे हैं।

जागरण टीम, नई दिल्ली। अवधि पूरी कर चुके वाहनों को पेट्रोल पंपों पर पेट्रो पदार्थ न देने के अभियान का बुधवार को व्यापक असर दिखा। खबर लिखे जाने तक एक दो मामलों को छोड़कर दिल्ली के अधिकतर पंपों पर लगे एनपीआर कैमरों की जद में ऐसे वाहन नहीं आए।
वहीं, दूसरे दिन पंपों तथा आसपास यातायात पुलिस कर्मी व यातायात विभाग का एनफोर्समेंट दस्ता भी नदारद दिखा। इसके चलते एक उम्रदराज वाहन पंप से भागने में सफल भी हुआ।
दूसरे दिन पंपों पर कैमरों तथा स्पीकर संबंधित शिकायतों को दूर कर दिया गया है, तब भी कई जगह कैमरों के काम नहीं करने की शिकायतें आई है।
पंप संचालकों के अनुसार, इस अभियान से अवधि पूरी कर चुके वाहन चालकों में सतर्कता आ गई है, इसलिए वे अब उसे पंपों पर लेकर नहीं आ रहे हैं। वहीं, कुछ मामलों में ये वाहन पड़ोसी राज्यों से पेट्रो पदार्थ भरवाने में भलाई समझ रही है।
बुधवार, को ग्रेटर कैलाश स्थित पंप पर दोपहर में महाराष्ट्र नंबर की होंडा जैज कार पहुंची, जिसका नंबर पढ़कर पंप पर लगा स्पीकर बोलने लगा, जिसपर पंप कर्मियों ने उसे पेट्रो पदार्थ देने से मना कर दिया। इस दौरान वहां न तो परिवहन विभाग की एनफोर्समेंट टीम मौजूद थी और न ही कोई पुलिसकर्मी। इस पर चालक वाहन समेत वहां से भाग गया।
कैमरों व स्पीकर की गड़बड़ी की नई शिकायतें आई। दक्षिणी दिल्ली में मां आनंदमयी मार्ग स्थित वालिया सर्विस स्टेशन पर एएनपीआर कैमरे और स्पीकर सिस्टम तो लगे हुए हैं, मगर बुधवार को भी वह काम नहीं कर रहे थे।
पंप कर्मियों ने बताया कि सुबह एक व्यक्ति सिस्टम जांचने आया थाा। मगर दोपहर तक वहां सिस्टम ठीक नहीं हुआ था। हालांकि, परिवहन विभाग की टीमें तैनात रही और संदेह के आधार पर वहां आ रही गाड़ियों के नंबर मशीन से जांच रही थी।
इसी तरह, पूर्वी दिल्ली के शाहदरा जीटी रोड पर झिलमिल स्थित पेट्रोल पंप कैमरा ऐसी जगह लगा हुआ है, जहां सड़क पर चलने वाले वाहन भी उसकी जद में आ रहे हैं। सड़क से कोई उम्रदराज वाहन गुजर रहा है तो पंप पर लगे स्पीकर पर उद्घोषणा होने लगती है।
इससे पंप कर्मियों में अफरातफरी मच जाती है और कर्मी उम्रदराज वाहन को तलाशने लगते हैं। सबसे बड़ी समस्या यह आ रही है स्पीकर एक ही बार उम्रदराज वाहन के नंबर की उद्घोषणा करता है।
कर्मियों के पास ऐसा कोई विकल्प नहीं है जिससे वह पता कर सकें की स्पीकर ने किस वाहन नंबर की उद्घोषणा की है। उधर, पुरानी दिल्ली के आसफ अली राेड स्थित पंप पर अभी भी एक ही कैमरे से काम चल रहा है। पंप के प्रबंधक के अनुसार, एक और कैमरा लगाने को लेकर अधिकारियों से उसकी बातचीत चल रही है।
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