दिल्ली-NCR में भीषण ट्रैफिक जाम से लोग परेशान, सड़कों पर रेंगती रही गाड़ियां; देखें PHOTOS
Delhi Traffic Jam दीपावली से एक दिन पहले खरीदारी के लिए लोग बाजारों में उमड़े। जिस वजह से यमुनापार में भीषण जाम देखने को मिला। एनएच-नौ और आनंद विहार बस अड्डे के पास घंटो जाम से वाहन चालक जूझे। इस कारण से चलती गाड़ियों खासकर बस के पीछे अपने-अपने घर जाने वाले यात्री दौड़ते दिखे। यही हाल रेलवे स्टेशनों और आस-पास के इलाके में देखने को मिली।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दीपावली से एक दिन पहले खरीदारी के लिए लोग बाजारों में उमड़े। जिस वजह से यमुनापार में भीषण जाम लगा। एनएच-नौ व गाजीपुर से अप्सरा बार्डर की ओर जाने वाला रोड सबसे ज्यादा प्रभावित रहा।
यहां चार से पांच किलोमीटर लंबा जाम लगा। लोग समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच सके। जाम खुलवाने में पुलिस के भी पसीने छूट गए। जाम में फंसे वाहन चालकों का बुरा हाल हो गया।
वाहन एनएच-नौ की सर्विस लेन पर किए खड़े
गाजीपुर मंडी में फूलों की खरीदारी करने के लिए सुबह से ही लोग जुटने लगे। दिनभर खरीदारी का सिलसिला चला। लोगों को मंडी में वाहनों के खड़ा करने की जगह नहीं मिली तो उन्होंने अपने वाहन एनएच-नौ की सर्विस लेन पर खड़े कर दिए।
सेक्टर- 62 के पास एनएच -नौ पर खड़े यात्री जिसके कारण लगा जाम।
इससे गाजीपुर से लेकर अक्षरधाम तक जाम लग गया। दस मिनट का रास्ता तय करने में लोगों को डेढ घंटे का समय लगा। वाहनों की पार्किंग की वजह से वहां बोटलनेक की स्थिति बन गई। आनंद विहार बस अड्डे के अंदर व बाहर काफी संख्या में यात्री पहुंचे।
एनएच-नौ व दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर पांडव नगर के पास लगा लंबा जाम।
गाजीपुर से अप्सरा बॉर्डर की ओर जाने वाले रोड पर भीषण जाम
फुटओवर ब्रिज खचाखच भरा रहा। स्थिति ऐसी थी कि लोग एक दूसरे के सहारे से आगे बढ़ रहे थे। बसों के इंतजार में लोग बस अड्डे के बाहर खड़े हुए थे।
पुलिस के समाने ही लोग डीएमई पर कूद गए।
गाजीपुर से अप्सरा बॉर्डर की ओर जाने वाले रोड पर भीषण जाम लगा रहा। यात्रियों की संख्या अधिक होने की लोगों को बसों के लिए दो से तीन घंटे इंतजार करना पड़ा।
फोटो में यात्री हाईवे पर खड़े दिखाई दे रहे हैं।
करीब 5000 बिकी नई कारें तो 300 करोड़ रुपये के बिके बर्तन
धनतेरस 2024 पर दिल्ली की सड़कों पर लगभग 5000 नई कारें आईं। जिसमें एसयूवी कारों की हिस्सेदारी लगभग 60 फीसदी रही। वहीं लग्जरी सेगमेंट में भी 200 कारें बिकीं। बर्तन बाजार की बात करें तो इसमें भी चहल-पहल देखी गई और अनुमान है कि करीब 300 करोड़ रुपये के बर्तन बेचे गए। इस त्योहारी मौसम में दिल्ली में 1200 करोड़ रुपये के बर्तनों की बिक्री की संभावना है।
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