Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस हथियार से खुले में शौच पर वार, 'शर्म का एहसास' कराएगी खास टीम

    By Amit MishraEdited By:
    Updated: Sun, 20 Aug 2017 10:03 PM (IST)

    पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 50 जगहों की पहचान की गई है जहां लोग अभी भी सुबह-सुबह लोटा लेकर खुले में बैठे दिख जाते हैं।

    इस हथियार से खुले में शौच पर वार, 'शर्म का एहसास' कराएगी खास टीम

    नई दिल्ली [सुधीर कुमार]। बार-बार समझाने के बावजूद सुबह-सुबह खुले में लोटा लेकर जाने वालों को सुधारने के लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने नायाब तरीका निकाला है। एक ओर जहां नगर निगम के दस्ते ऐसे लोगों को खोजकर उनका चालान काट रहे हैं वहीं दूसरी ओर आने वाले समय में सिविल डिफेंस के वॉलंटियर्स मौके पर जाकर लोगों को 'शर्म का एहसास' कराएंगे। उन्हें खुले मे शौच से होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी देंगे और शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित करेंगे। इतने पर पर भी नहीं सुधरे तो फिर सख्ती से कार्रवाई होगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    खुले में शौच से मुक्त अभियान 

    प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के तहत ही देश भर को खुले में शौच से मुक्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत पूर्वी दिल्ली नगर निगम में सभी 64 वार्डों को खुले में शौच से मुक्त करने की कवायद चल रही है। कई वार्डों को खुले में शौच से मुक्त वार्ड घोषित किया जा चुका है। हालांकि, पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 50 ऐसे जगहों की पहचान की गई है जहां लोग अभी भी सुबह-सुबह लोटा लेकर खुले में बैठे दिख जाते हैं।

    सामने आए स्वयंसेवी संगठन

    शाहदरा दक्षिणी क्षेत्र के उपायुक्त अतीक अहमद के अनुसार जिन इलाकों को चिह्नित किया गया था उनमें से अधिकतर जगहों पर सामुदायिक शौचालय की स्थायी या अस्थायी व्यवस्था कर दी गई है। नियमत: 500 मीटर के दायरे में पर्याप्त शौचालय होना जरूरी है। इन जगहों पर लोगों को समझाने का कार्य पिछले कई माह से किया जा रहा है।

    अभी तक निगम के सफाई कर्मचारी के अलावा क्योर और सी-फॉर नाम के स्वयंसेवी संगठनों के वॉलंटियर इस कार्य में लगे हुए थे। अब निगम के अस्पतालों के नर्सों को भी इस कार्य में लगाया गया है। शीघ्र ही सिविल डिफेंस के वॉलंटियर्स इस श्रृंखला में जुड़ जाएंगे।

    खुले में शौच करने वाले 37 लोगों का चालान

    वहीं जिन क्षेत्रो में शौचालय उपलब्ध करवा दिए गए हैं और लोगों को समझाने का कार्य भी कई-कई बार किया जा चुका है वहां चालान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। निगम के शाहदरा दक्षिणी जोन में 37 चालान किए गए हैं।

    यह भी पढ़ें: ...तो इस वजह से 26 वर्षों तक नहीं बन सका शौचालय, 2 गुटों में बंटे हैं दुकानदार

    यह भी पढ़ें: दिल्ली के दयानंद अस्पताल का सच, 2 दिन में 3 नवजात की मौत, लापरवाही का आरोप