Air Pollution: हरियाली ही बचाएगी लाडले की सांसें, वायु प्रदूषण और वनों की कटाई से चार राज्यों के लोग चिंतित
Air Pollution दिल्ली सहित देश के चार बड़े शहरों में कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। इस सर्वे में लोगों ने माना है कि प्रदूषण की वजह मौजूदा पीढ़ी की सांसों पर तो संकट है ही लेकिन सबसे ज्यादा चिंता आने वाली पीढ़ी की है।
नई दिल्ली [संजीव कुमार मिश्र]। दिल्ली ही नहीं देश के अन्य बड़े शहरों में भी प्रदूषण से हवा जहरीली होती जा रही है। प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ रहा है। इससे न सिर्फ बच्चों के फेफड़े खराब हो रहे हैं, बल्कि कई अन्य तरह की बीमारियां भी हो रही हैं। ऐसे में प्रदूषण को लेकर लोगों की चिंता बढ़ रही है। दिल्ली सहित देश के चार बड़े शहरों में कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। इस सर्वे में लोगों ने माना है कि प्रदूषण की वजह मौजूदा पीढ़ी की सांसों पर तो संकट है ही, लेकिन सबसे ज्यादा चिंता आने वाली पीढ़ी की है। इन शहरों के लोगों का कहना है कि यदि बच्चों की सांसें बचानी हैं तो हरियाली बढ़ाने के साथ ही वनों को भी संरक्षित करना होगा।
दिल्ली महाराष्ट्र राजस्थान और बंगाल के लोगों पर हुआ सर्वे
दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कालेज, कलकत्ता विश्वविद्यालय और एमएलएस विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने प्रदूषण और पर्यावरण संरक्षण पर चार राज्यों में सर्वे किया है। यह सर्वे दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान और बंगाल के लोगों में किया गया। इसके जरिये ये पता लगाने की कोशिश की गई कि इन शहरों के लोग पर्यावरण और प्रदूषण के प्रति कितने चिंतित हैं।
60 फीसद से ज्यादा लोग प्रदूषण को मान रहे सबसे बड़ी समस्या
इस सर्वे में 60 फीसद से ज्यादा लोगों ने प्रदूषण को सबसे बड़ी समस्या माना और पेड़ों की कटाई पर चिंता व्यक्त की है। यह सर्वे हाल ही में इंटरनेशनल रिसर्च जनरल आफ मार्डनाइजेशन इन इंजीनियरिंग, टेक्नोलाजी एंड साइंस में भी प्रकाशित हुआ है। सर्वे में शामिल लोगों से दस सवाल पूछे गए थे, जिसमें प्रदूषण और इसके बचाव के लिए क्या करते हैं। ऐसे सवाल भी शामिल थे।
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