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    मायूसी और परेशानी से अब बाहर निकलना चाहते हैं ओल्ड राजेंद्र नगर के लोग, रास्ता खुलवाने के लिए पुलिस को लिखा पत्र

    दिल्ली के राव कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से आईएएस की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की मौत के बाद से ओल्ड राजेंद्र नगर चर्चा में है। ओल्ड राजेंद्र नगर के निवासी अब मायूसी और परेशानी से अब बाहर निकलना चाहते हैं। बाजार संगठन ने दिल्ली पुलिस को रास्ता खुलवाने की मांग को लेकर पत्र लिखा है। रास्ता बंद होने से दुकानों की बिक्री घट गई है।

    By Nimish Hemant Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Tue, 06 Aug 2024 08:32 AM (IST)
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    ओल्ड राजेंद्र नगर में छात्रों के आंदोलन के चलते खाली मुख्य मार्ग। फोटो- जागरण

    नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। तीन छात्रों की मौत के बाद से ओल्ड राजेंद्र नगर (Old Rajinder Nagar) राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में है। इस इलाके का बड़ा बाजार रोड आंदोलन का केंद्र बना हुआ है।

    सोमवार को भी यहां धरना-प्रदर्शन जारी रहा। हालांकि, उसमें आंदोलनकारियों की संख्या काफी कम रह गई है। उसमें यहां के छात्र कम, बल्कि बाहरी लोग अधिक दिखाई पड़ रहे हैं। अब भी यहां पुलिस बल तैनात है।

    आंदोलन के चलते मुख्य मार्ग बंद

    आंदोलन के चलते मुख्य मार्ग बैरिकेडिंग से बंद है। केवल पैदल गुजरने की अनुमति है। वाहनों के लिए वैकल्पिक रास्तों से ओल्ड राजेंद्र नगर में प्रवेश व निकासी की व्यवस्था है।

    इन सब कारणों से यहां रहने वाले लोग भविष्य को लेकर चिंतित दिखाई देते हैं। राजेंद्र नगर मार्केट एसोसिएशन ने मध्य जिले के डीसीपी एम हर्षवर्धन व स्थानीय एसएचओ को पत्र लिखकर रास्ता खुलवाने की मांग की है।

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    सीवर की सफाई न होने से हुई दुर्घटना

    ओल्ड राजेंद्र नगर आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष भीष्म लाल कहते हैं कि पहले कभी भी यहां का माहौल इतना तनावपूर्ण नहीं था। शासन-प्रशासन की उदासीनता के चलते अब तक मुख्य बाजार के सड़क नीचे से गुजर रहा नाला पक्का नहीं हुआ है।

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    साथ ही सीवर की सफाई नहीं हुई, जिसके चलते यह दुर्घटना हुई। टूटी सड़कें दुरुस्त हो, लटकते तार हटाए जाएं। पेड़ों की छंटाई हो। साथ ही यह बंद रास्ता भी खुले। यहां के लोगों के अनुसार रास्ता बंद होने से लोगों को गलियों से गुजरना पड़ रहा है, जबकि स्कूल बसें नहीं आ पा रही हैं।

    दुकानों का कारोबार घटकर रह गया आधा

    मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष ओपी चुग कहते हैं कि 10 दिनों से यहां की दुकानों का कारोबार घटकर आधा रह गया है। पूसा रोड से शंकर रोड के बीच करीब 500 दुकानें है, जिसमें खाने-पीने और दैनिक जरूरतों के सामानों की बिक्री होती है।

    एक रेस्तरां टेंपल स्ट्रीट के मैनेजर ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि उनके रेस्तरां का कारोबार आधा रह गया है, क्योंकि बैरिकेड्स के चलते बाहर से लोग नहीं आ पा रहे हैं। यूपीएससी के छात्र सुरेश यादव के मुताबिक जब से यह दुर्घटना हुई है उसके बाद से यहां स्थित कोचिंग सेंटर बंद है।

    पटेल नगर और रंजीत नगर में छह और संपत्तियां सील

    ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद निगम की सीलिंग की कार्रवाई जारी है। सोमवार को निगम ने छह और संपत्तियों को सील किया है। साथ ही भवन निर्माण के नियमों के उल्लंघन में नोटिस जारी किए हैं।

    निगम के अनुसार, यह कार्रवाई करोल बाग जोन में दक्षिणी पटेल नगर और रंजीत नगर में की गई। छह संपत्तियों के बेसमेंट और भूतल को सील किया गया है। इनमें अवैध रूप से लाइब्रेरी और जिम संचालित हो रहे थे।