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    RML अस्पताल जाने वाले मरीजों की बड़ी टेंशन हुई दूर, OPD कार्ड के फॉर्मेट में किया गया बदलाव

    Updated: Mon, 10 Mar 2025 01:44 PM (IST)

    दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल अस्पताल) में इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों की एक बड़ी टेंशन दूर हो गई है। अस्पताल प्रशासन ने ओपीडी का ...और पढ़ें

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    RML अस्पताल में मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल अस्पताल) में मरीजों को जारी होने वाले ओपीडी कार्ड के फॉर्मेट में बदलाव किया गया है। इस वजह से मरीजों को दवा लेने में किसी तरह की गलती नहीं होगी। साथ ही ओपीडी पंजीकरण की प्रक्रिया भी तेज हो गई है।

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    अब तीन सेकेंड में तैयार हो जाता है ओपीडी कार्ड

    अब ओपीडी कार्ड जारी होने में पहले की तरह 20 सेंकेंड समय नहीं लगता। बल्कि महत तीन सेकेंड में ओपीडी कार्ड तैयार हो जाता है। इसलिए ओपीडी पंजीकरण के लिए मरीजों को अधिक देर तक लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। अस्पताल के आइटी डिविजन के प्रभारी डॉ. समिक भट्टाचार्य ने बताया कि ओपीडी कार्ड के कलर कोड में भी बदलाव किया गया है।

    पर्ची लिखी दवा लेने में अब मरीजों से नहीं होगी गलती

    सामान्य ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों को ब्लू रंग का और इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों को पिंक रंग की पर्ची जारी होगी। इससे यह पता चल सकेगा कि मरीज सामान्य ओपीडी का है या इमरजेंसी का। इसके अलावा ओपीडी कार्ड पर डायग्नोसिस, जांच, दवा इत्यादि लिखने की जगह निर्धारित कर दी गई है।

    दवा को आसानी से समझ सकेंगे मरीज

    दवा के स्थान पर कार्ड पर यह पहले से अंकित है दवा दिन में कितने बार लेनी है। उसके सामने सिर्फ दवा का नाम लिखना है। यदि कोई कोई दवा एक, दो या तीन बार लेनी है तो दावा का नाम लिखकर दवा कितने बार लेना है उसे घेरा लगा देना है। इससे मरीज आसानी से समझ सकेंगे कि उन्हें दवा कितनी बार लेनी है। इससे दवा लेने में गलती नहीं होगी।

    अब कैसी रहेगी पर्ची?

    पहले ओपीडी कार्ड प्रिंट होने में 20 सेंकेंड समय लगता था। अब प्रिटिंग तकनीक में बदलाव किया गया है। अब एक स्लिप प्रिंटर इस्तेमाल की जा रही है। इससे तीन सेंकेंड में एक स्लिप प्रिंट हो जाती है जिस पर मरीज का नाम, उम्र, पता, पहचान नंबर इत्यादि जानकारी होती है। इस स्लिप को कार्ड पर चिपका दिया जाता है।

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