नई दिल्ली जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) एवं जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में इस साल भी छात्र संघ चुनाव होना मुश्किल नजर आ रहा है। इसका कारण यह है कि दोनों ही विश्वविद्यालयों में अभी दाखिला प्रक्रिया चल रही है। डीयू में स्नातक व स्नातकोत्तर दोनों की दाखिला प्रक्रिया चल रही है। जबकि जेएनयू में अभी स्नातकोत्तर की दाखिला प्रक्रिया चल रही है। साथ ही पीएचडी में दाखिला के लिए अभी प्रवेश परीक्षा होना बाकी है।
दो साल से कोरोना महामारी के कारण नहीं हो सके छात्र संघ चुनाव
उल्लेखनीय है कि दोनों विश्वविद्यालयों में वर्ष 2019 में छात्र संघ चुनाव हुए थे। पिछले दो साल से कोरोना महामारी के कारण छात्र संघ चुनाव नहीं हो सके थे। जबकि छात्र संगठनों का कहना है कि हम चुनाव के लिए तैयार हैं और इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग भी कर चुके हैं। दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद परीक्षाओं से समय निकालकर जल्दी से जल्दी विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्र संघ चुनाव कराने चाहिए। क्योंकि केंद्रीय विश्वविद्यालयों में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत छात्र संघ के माध्यम से छात्रों का प्रतिनिधित्व होना अति आवश्यक है। इस बार संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) की वजह से सत्र शुरू होने में देरी हुई है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित लिंगदोह समिति की सिफारिशों के अंतर्गत छात्र संघ के चुनाव सत्र शुरू होने के छह से आठ हफ्ते के अंदर हो जाने चाहिए। डीयू में स्नातक का सत्र दो नवंबर से शुरू हुआ है। इस मामले में जेएनयू प्रशासन से फोन और मैसेज के माध्यम से पूछा गया तो कोई जवाब नहीं मिला।
चुनाव के लिए समय निकालना मुश्किल-कुलसचिव
डीयू के कुलसचिव डा. विकास गुप्ता का कहना है कि छात्र संघ चुनाव के लिए हम तैयार हैं। कुछ छात्र संगठन हमसे मिले भी हैं, मगर पहले हमें दाखिला प्रक्रिया पूरी करनी होगी। स्नातकोत्तर और एलएलबी के दाखिले अभी नहीं हुए हैं, यह नवंबर आखिर-दिसंबर पहले हफ्ते तक होंगे। मगर इसके बाद दिसंबर, जनवरी और फरवरी-मार्च में अलग-अलग सेमेस्टर की परीक्षाएं हैं। ऐसे में चुनाव के लिए स्लाट देखना मुश्किल है। हालांकि, दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद हम इस पर विचार करेंगे।

- परीक्षाओं को प्रभावित किए बिना जब भी विश्वविद्यालयों के पास समय हो तो छात्र संघ चुनाव कराने चाहिए। चाहे देर से चुनाव होने के कारण कार्यकाल थोड़ा छोटा ही रहे। डा. अभिषेक टंडन अध्यक्ष अभाविप दिल्ली प्रदेश
- दोनों विश्वविद्यालयों में दाखिला प्रक्रिया में देरी होने की वजह से छात्र संघ चुनाव में देरी हुई है। हम कई बार डीयू और जेएनयू प्रशासन से चुनाव कराने की मांग भी कर चुके हैं। दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बाद हम जोर शोर से इस मांग को उठाएंगे। अन्य राज्यों में भी दाखिला प्रक्रिया में देरी के बावजूद चुनाव हुए हैं, तो यहां भी इस पर ध्यान देना चाहिए। प्रसनजीत कुमार, राष्ट्रीय महासचिव आइसा
- सबसे पहले विश्वविद्यलयों को सभी कोर्सेज की दाखिला प्रक्रिया पूरी करके कक्षाओं को सुचारू रूप से संचालित कराना चाहिए। फिर परीक्षाओं पर ध्यान देना चाहिए। इसके बाद चुनाव के लिए भी समय निकालना चाहिए। छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए छात्र संघ चुनाव भी होने जरूरी हैं।
- चंद्रमणि देव, अध्यक्ष सीवाईएसएस