अब नहीं बच पाएंगे पुराने वाहनों के मालिक, ऐसे होगी पहचान; इस दिन से नहीं मिलेगा ईंधन
दिल्ली सरकार अब पुराने वाहनों को पेट्रोल पंपों पर ईंधन नहीं देने जा रही है। पेट्रोल पंपों पर लगे एआइ कैमरों की मदद से वाहनों की आयु की पहचान की जाएगी और अगर वाहन पुराना है तो उसे ईंधन नहीं दिया जाएगा। यह व्यवस्था 15 से 20 अप्रैल के बीच शुरू होने की उम्मीद है। इनमें 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहन शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार पेट्रोल पंपों पर ऐसी व्यवस्था स्थापित करने जा रही है कि ऐसे वाहन जो अपनी आयु पूरी कर चुके हैं, उन्हें पेट्रोल पंप पर ईंधन नहीं दिया जाएगा। वहां लगे एआइ कैमरों की मदद से वाहनों की आयु की पहचान की जाएगी।
इसका मतलब यह है कि पेट्रोल पंप पर मौजूद कर्मचारियों समेत सभी को यह जानकारी मिल जाएगी कि वहां कोई पुराना वाहन आया है। अगर वाहन पुराना है तो लाउडस्पीकर पर घोषणा होने पर वाहन मालिकों को पेट्रोल-डीजल नहीं दिया जाएगा। यह सुविधा पहले एक अप्रैल से शुरू होने वाली थी, लेकिन तैयारियां पूरी न होने के कारण अब इसके 15 से 20 अप्रैल के बीच शुरू होने की उम्मीद है।
इस तरह कैमरे से होगी पहचान
ये एआइ कैमरे वाहन पोर्टल से जुड़े रहेंगे। ये वाहन के प्रदूषण प्रमाण पत्र, वाहन पुराना है या नहीं और इंश्योरेंस की भी जानकारी देंगे। प्रदूषण प्रमाण पत्र न होने पर वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजा जाएगा। सूत्रों का कहना है कि ट्रायल के तौर पर कुछ पेट्रोल पंपों पर प्रदूषण प्रमाण पत्र न होने का मैसेज भेजने की व्यवस्था शुरू की गई है, जो सफल रही है।
सूत्रों ने बताया कि पहले कहा जा रहा था कि दो घंटे की चेतावनी के बाद पेट्रोल पंपों पर पहुंचने वाले बिना पीयूसीसी वाले वाहनों का 10 हजार रुपये का चालान काटा जाएगा, लेकिन नई सरकार ने इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है।
इस सिस्टम के तहत पेट्रोल पंपों पर लगाए जा रहे स्पीकर ऑटोमेटिक अनाउंसमेंट करके अपनी उम्र पूरी कर चुके वाहनों की जानकारी देंगे। सिस्टम के तहत एआई कैमरा वाहन के पुराने होने के बारे में अलर्ट देगा जो पेट्रोल पंप के डैशबोर्ड पर फ्लैश होगा और फिर स्पीकर वाहन की उम्र बताने की घोषणा करने लगेगा।
वाहन की उम्र पूरी होने की पता लगाएगी सिस्टम
दरअसल, ये एआई कैमरे सरकार के वाहन पोर्टल से जुड़े होंगे, जिसके जरिए सिस्टम वाहन की उम्र पूरी होने की जानकारी हासिल कर सकेगा।
दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में मौजूद लगभग सभी 400 पेट्रोल पंपों पर यह व्यवस्था की जा रही है। पिछले साल तक दिल्ली में 59 लाख वाहनों का पंजीकरण रद्द किया जा चुका है। इनमें 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहन शामिल हैं।
इनमें से कितने वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं, इसका कोई सटीक आंकड़ा नहीं है। लेकिन, कुछ वाहन स्क्रैप हो चुके हैं और कुछ ने एनओसी लेकर दूसरे राज्यों में अपने वाहनों का पंजीकरण करा लिया है। दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष निश्चल सिंघानिया ने कहा कि दिल्ली के पेट्रोल पंप मालिक प्रदूषण रोकने में सरकार के साथ हैं।
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