एनआईआरएफ 2025 में दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू की रैंकिंग सुधरी, शीर्ष 20 में आए दिल्ली के 10 काॅलेज
एनआईआरएफ 2025 में दिल्ली के संस्थानों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। डीयू यूनिवर्सिटी रैंकिंग में पांचवें स्थान पर है वहीं जेएनयू दूसरे स्थान पर बना हुआ है। डीयू के 10 कॉलेज शीर्ष 20 में शामिल हैं। आईआईटी दिल्ली ने भी अपनी रैंकिंग बरकरार रखी है। डीयू के कुलपति ने इस प्रदर्शन को विश्वविद्यालय के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण बताया।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) 2025 में दिल्ली विश्वविद्यालय और उसके काॅलेजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। यूनिवर्सिटी रैंकिंग में डीयू छठवें से एक पायदान आगे बढ़कर पांचवें स्थान पर आ गया है।
दूसरी ओर, दिल्ली से डीयू के 11 काॅलेज देशभर के शीर्ष 20 में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। हंसराज और किरोड़ीमल काॅलेज ने अपनी रैंकिंग में अप्रत्याशित सुधार किया है। वहीं, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी रैंकिंग में दूसरे और ओवरऑल रैकिंग में नौवें स्थान पर रहा। जबकि पिछले साल 10वें स्थान पर था।
आईआईटी दिल्ली ने हर कैटेगरी में अपनी रैंकिंग बरकरार रखी है। राजधानी दिल्ली के शैक्षणिक संस्थानों ने ओवरऑल, यूनिवर्सिटी, काॅलेज, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, आर्किटेक्चर और लाॅ लगभग सभी श्रेणियों में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है।
डीयू कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा, शोध संस्थान श्रेणी में विश्वविद्यालय 14वें से 12वें स्थान पर पहुंच गया, जहां केवल आईआईटी और समर्पित शोध संस्थान ही उससे ऊपर रैंक कर पाए।
उन्होंने कहा कि डीयू ने समग्र श्रेणी में भी अपना 15वां स्थान बरकरार रखा, जिससे भारत के अग्रणी उच्च शिक्षा संस्थानों में से एक के रूप में इसकी प्रतिष्ठा और मजबूत हुई।
प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि काॅलेज श्रेणी में, डीयू ने एक बार फिर राष्ट्रीय परिदृश्य पर अपना दबदबा बनाया है। भारत के सभी शीर्ष पांच काॅलेज डीयू के हैं, जबकि शीर्ष 20 काॅलेजों में से 10 काॅलेज इसके घटक हैं, जो स्नातक शिक्षा में डीयू की बेजोड़ ताकत को दर्शाता है।
उन्होंने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा, “एनआईआरएफ में डीयू का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन विश्वविद्यालय के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण और अपार गौरव का स्रोत है।
कुलपति ने कहा कि इस मान्यता के साथ, दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान और सामुदायिक जुड़ाव में उत्कृष्टता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है, और एक प्रमुख राष्ट्रीय और वैश्विक संस्थान के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत करता है।
ओवरऑल कैटेगरी: जेएनयू में सुधार, आईआईटी-दिल्ली स्थिर
ओवरऑल रैंकिंग में आईआईटी-दिल्ली ने अपना चौथा स्थान बरकरार रखा। एम्स दिल्ली सातवें से खिसककर आठवें स्थान पर पहुंच गया है। जबकि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) 10वें से सुधर कर नौवें स्थान पर आ गया।
जेएनयू की कुलपति प्रो. शांतिश्री डी पंडित ने कहा, जेएनयू के सभी हितधारकों के लिए यह अत्यंत गौरव की बात है कि लगातार चौथे वर्ष हमें सर्वश्रेष्ठ बहु-विषयक सार्वजनिक विश्वविद्यालय घोषित किया गया है।
जहां उत्कृष्टता, समता और उद्यमशीलता के साथ-साथ ईमानदारी और समावेशिता के साथ नवाचार भी देखने को मिलता है। मैं भारत सरकार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और हमारे शिक्षा मंत्री को उनके निरंतर समर्थन और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद देती हूं।
यूनिवर्सिटी कैटेगरी में जामिया खिसका
यूनिवर्सिटी कैटेगरी में जेएनयू लगातार दूसरे स्थान पर कायम है। जामिया मिलिया इस्लामिया इस बार एक स्थान खिसक कर चौथे पर आ गया, जबकि डीयू पांचवें स्थान पर रहा है।
जामिया के कुलपति प्रो. मजहर आसिफ ने संकाय सदस्यों से कहा कि वे “युवा मस्तिष्कों को प्रोत्साहित और प्रेरित करके राष्ट्रीय और वैश्विक मंच पर ज्ञान और सद्भाव के प्रतीक के रूप में चमकने वाले भारत के निर्माण के लिए काम करते रहें।
उन्होंने शिक्षकों से एनआईआरएफ के 11वें संस्करण में जामिया की समग्र रैंकिंग को और बेहतर बनाने का संकल्प लेने का भी आग्रह किया।
हंसराज और किरोड़ीमल की बड़ी छलांग
काॅलेज श्रेणी में दिल्ली विश्वविद्यालय के काॅलेजों का दबदबा कायम रहा। हिंदू काॅलेज लगातार दूसरे साल पहले स्थान पर रहा। मिरांडा हाउस ने दूसरा स्थान बनाए रखा।
हंसराज काॅलेज ने सबसे बड़ा सुधार किया और पिछले साल 12वें स्थान से सीधे तीसरे स्थान पर पहुंच गया। किरोड़ी मल काॅलेज 9वें से चौथे स्थान पर आया।
सेंट स्टीफेंस काॅलेज को कुछ नुकसान हुआ है। तीन से पांचवें स्थान पर खिसक गया है। आत्मा राम सनातन धर्म काॅलेज पांच से गिरकर सातवें स्थान पर पहुंचा।
काॅलेज ने उच्च गुणवत्ता वाले शोध कार्य में योगदान दिया है। यहां के फैकल्टी और छात्र शोध पत्रिकाओं में नियमित रूप से प्रकाशित होते हैं और महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। छात्रों के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के लिए विविध गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। तकनीकी सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। यही वजह है कि हम लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।
- प्रो. बिजयलक्ष्मी नंदा, प्राचार्य, मिरांडा हाउस काॅलेज
मैं गौरवांवित महसूस कर रही हूं। काॅलेज लगातार बेहतर कार्य कर रहा है। हम शोध को बढ़ावा दे रहे हैं। हमारा प्रयास है कि यहां से पढ़ने के बाद जो छात्र विदेश जा रहे हैं, वह भारत में ही पढ़ें। एक कदम आगे बढ़कर विदेशी छात्र यहां पढ़ने आएं। ताकि विकसित भारत का सपना जल्द साकार हो सके।
- प्रो. अंजू श्रीवास्तव, प्राचार्य , हिंदू कॉलेज
किरोड़ीमल कालेज के प्राचार्य प्रो. दिनेश खट्टर ने कहा, काॅलेज ने अंतरमहाविद्यालयीन शोध परियोजनाएं शुरू की हैं। इसमें शिक्षक व छात्र मिलकर शोध कार्य कर रहे हैं। उनके शोध पत्र स्कोपस इंडेक्स में प्रकाशित हुए हैं। इसके अलावा हमनें हैंड्सऑन लर्निंग के लिए प्रिंसिपल इंटरर्नशिप योजना चलाई है। साथ ही बेहतर शोध कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है। यही वजह है कि काॅलेज ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
- प्राे. दिनेश खट्टर, प्राचार्य, किरोड़ीमल काॅलेज
यह पुरस्कार चिकित्सा शिक्षा, नवीन अनुसंधान और रोगी देखभाल में उत्कृष्टता के लिए हमारे संस्थान की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही भारत में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के विकास में सार्थक योगदान देने के हमारे संकल्प को मजबूती प्रदान करता है। युवा दूरदर्शी चिकित्सकों को उच्चतर रोगी देखभाल प्रदान करने के लिए हर तरह से तैयार भी करता है।
- प्रो. एम श्रीनिवास, निदेशक, एम्स
इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट में आईआईटी-दिल्ली बेहतर
इंजीनियरिंग श्रेणी में आईआईटी-दिल्ली ने लगातार दूसरे साल दूसरा स्थान बरकरार रखा। मैनेजमेंट कैटेगरी में भी इसका प्रदर्शन स्थिर रहा और यह लगातार चौथे स्थान पर बना रहा।
आईआईटी दिल्ली के डीन प्लानिंग प्रो. विवेक बुआ ने कहा, संस्थान लगातार शोध कार्यों को बढ़ा रहा है। अंतरराष्ट्रीय शोध सहयोग में बढ़ोतरी कर रहा है।
यही वजह है कि वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। एनआईआरएफ के साथ क्यूएस रैंकिंग में भी संस्थान ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
फार्मेसी, आर्किटेक्चर और ला में भी दिल्ली का नाम रोशन
जामिया हमदर्द ने एक बार फिर देश में पहला स्थान हासिल कर फार्मेसी श्रेणी में अपना वर्चस्व कायम रखा। जामिया मिलिया इस्लामिया ने आर्किटेक्चर और प्लानिंग कैटेगरी में सातवें से बढ़कर पांचवां स्थान पाया। लगातार संस्थान इसमें बेहतर कार्य कर रहा है। नेशनल ला यूनिवर्सिटी, दिल्ली लगातार दूसरे साल दूसरे स्थान पर रही।
एनआईआरएफ रैंकिंग 2025 बनाम 2024 में दिल्ली के संस्थान
श्रेणी | संस्थान | रैंकिंग 2025 | रैंकिंग 2024 |
ओवरऑल | आईआईटी दिल्ली | 4 | 4 |
ओवलऑल | एम्स दिल्ली | 8 | 7 |
ओवरऑल | जेएनयू | 9 | 10 |
विश्वविद्यालय | जेएनयू | 2 | 2 |
विश्वविद्यालय | जामिया | 4 | 3 |
विश्वविद्यालय | डीयू | 5 | 6 |
कॉलेज | हिंदू कॉलेज | 1 | 1 |
कॉलेज | मिरांडा हाउस | 2 | 2 |
कॉलेज | हंसराज कॉलेज | 3 | 12 |
कॉलेज | किरोड़ीमल कॉलेज | 4 | 9 |
कॉलेज | सेंट स्टीफेंस | 5 | 3 |
कॉलेज | एआरएसडी | 7 | 5 |
इंजीनियरिंग | आईआईटी दिल्ली | 2 | 2 |
मैनेजमेंट | आईआईटी दिल्ली | 4 | 4 |
फार्मेसी | जामिया हमदर्द | 1 | 1 |
ऑर्किटेक्चर एवं प्लानिंग | जामिया | 5 | 7 |
लॉ | नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली | 2 | 2 |
डीयू के छह काॅलेज शीर्ष 10 में आने के पांच बड़े कारण
- बेहतर अकादमिक प्रदर्शन और फैकल्टी क्वालिटी
डीयू के काॅलेजों में पिछले कुछ वर्षों में प्रोफेसरों की नियुक्तियों, गेस्ट फैकल्टी में कटौती और स्थायी पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया तेज हुई। शिक्षक-छात्र अनुपात बेहतर हुआ है, जिससे पढ़ाई की गुणवत्ता बढ़ी है।
- नए कोर्स और स्किल-बेस्ड एजुकेशन
स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया गया है। हैंड्स ऑन लर्निंग को अनिवार्य बनाया गया है। कई काॅलेजों में नए इंटरडिसिप्लिनरी कोर्स, रिसर्च प्रोजेक्ट और स्टार्टअप सेल शुरू किए गए।
- अनुसंधान पर फोकस
काॅलेजों में रिसर्च ग्रांट, रिसर्च पेपर पब्लिकेशन और इंडस्ट्री-एकेडेमिया कोलैबोरेशन बढ़े। छात्रों को रिसर्च इंटर्नशिप और प्रोजेक्ट्स में ज्यादा अवसर दिए जा रहे हैं।
- इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल अपग्रेडेशन
कई काॅलेजों ने लैब्स, लाइब्रेरी ऑटोमेशन और डिजिटल लर्निंग टूल्स में निवेश किया। ग्रीन कैंपस और सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर भी फोकस बढ़ा है।
- समग्र विकास पर जोर
डीयू के कॉलेज केवल अकादमिक नहीं बल्कि डिबेट, थियेटर, स्पोर्ट्स और को-करिकुलर एक्टिविटीज के लिए भी प्रसिद्ध हैं।
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