यमुनापार में 300 नई इलेक्ट्रिक देवी बसें शुरू, IIT दिल्ली की मदद से यमुनापार के बस रूट हुए सुव्यवस्थित
पूर्वी दिल्ली में परिवहन व्यवस्था को सुधारने के लिए 300 नई इलेक्ट्रिक मिनी बसें शुरू की गई हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इन बसों को हरी झंडी दिखाई। IIT दिल्ली की मदद से रूटों को सुव्यवस्थित किया गया है जिससे यमुनापार के हर क्षेत्र में बसों की उपलब्धता होगी। 2026 तक दिल्ली में केवल इलेक्ट्रिक बसें चलाने का लक्ष्य रखा गया है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। यमुनापार की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए रविवार को 300 नई मिनी इलेक्ट्रिक बस (देवी) सड़कों पर उतार दी गईं। ईस्ट विनोद नगर स्थित डीटीसी डिपो में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने केंद्रीय राज्यमंत्री एवं सांसद हर्ष मल्होत्रा, परिवहन मंत्री डा. पंकज कुमार सिंह, पटपड़गंज विधायक रवि नेगी और त्रिलोकपुरी विधायक रविकांत के साथ इन बसों को हरी झंडी दिखाई।
साथ ही, देवी बसों के लिए सुव्यवस्थित रूटों (रूट रेशनलाइजेशन) को लागू कर दिया गया। परिवहन विभाग ने आइआइटी दिल्ली की मदद से सर्वे के आधार पर रूटों को सुव्यवस्थित किया है। इसके तहत यमुनापार के हर क्षेत्र में इन बसों की उपलब्धता होगी। अब ऐसा नहीं होगा कि किसी रूट पर अधिक और कहीं कम बसें चल रही हैं। सर्वे में लोगों की जरूरत का पता करके बसों के चक्कर भी निर्धारित किए गए हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि सेवा पखवाड़े के अंतर्गत यह कार्यक्रम किया गया है। यमुनापार में नई बसों को सड़कों पर उतारा गया है। साथ ही इस क्षेत्र में सुव्यवस्थित कर नए सिरे से रूट प्लान बनाकर लागू किया है। उन्होंने कहा कि पहले दिल्ली परिवहन विभाग को घाटे का सामना करना पड़ रहा था, क्योंकि कई रूटों पर बसें खाली और कुछ पर भरी रहती थीं।
इस समस्या को हल करने के लिए आइआइटी दिल्ली के साथ यमुनापार से रूटों की स्टडी करवाई गई और नए सिरे से बस रूट डिजाइन किए गए। जल्द पूरी दिल्ली में बस रूटों को सुव्यवस्थित किया जाएगा। जिससे यात्रियों को सुविधा मिले और संसाधनों का सही उपयोग हो।
वर्ष 2026 के अंत तक यह सुनिश्चित किया जाएगा राष्ट्रीय राजधानी में सिर्फ इलेक्ट्रिक बसें ही चलें, ताकि पर्यावरण का ख्याल रखा जा सके। उन्होंने कहा कि देवी बसों में यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा गया है। इसमें पैनिक बटन है, साथ ही आटोमैटिक फेयर कलेक्शन की सुविधा है। कामन मोबिलिटी पास से भुगतान किया जा सकता है। पेमेंट के अन्य माध्यमों का प्रयोग भी कर सकते हैं।
उन्होंने पटपड़गंज के पूर्व विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां के पहले विधायक खोखले नायक और खोखली शिक्षा क्रांति के जननायक बनते थे। उनके राज में बुरी स्थिति में स्कूल में चल रहे थे। किताबें नहीं थी, ड्रेस नहीं थी। तभी चुनाव आया तो सीट बदल ली। दिल्लीवालों ने बता दिया कि कहीं चले जाओ वोट नहीं मिलने वाले लेकिन वह अब भी नहीं सुधर रहे। उनके लोग वर्षा होते ही कैमरा लेकर सड़कों पर उतरे हुए नजर आए।
अभी हमारी सरकार को सात माह हुए हैं। वो भी यही, हम भी यहीं, अगले वर्षा के मौसम में पानी ढूंढ के दिखाना। केंद्रीय राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि भाजपा सरकार में दिल्ली सात माह में बदल रही है, जिसका श्रेय दिल्लीवासियों को जाता है। पिछले मुख्यमंत्री 11 सालों में केवल होर्डिंग में नजर आए, लोगों के बीच नहीं जाते थे।
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