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    GST की दरों में कटौती का नवरात्रि में नहीं दिखा असर, विशेषज्ञों ने बताई वाहनों की कम खरीदारी की वजह

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 08:06 AM (IST)

    दिल्ली में जीएसटी दरें कम होने और नवरात्रि के बावजूद वाहनों का पंजीकरण घटा है। सितंबर में 60021 वाहन पंजीकृत हुए जबकि पिछले महीने यह आंकड़ा अधिक था। विशेषज्ञ मानते हैं कि जीएसटी कटौती का असर दीवाली पर दिखेगा। सुप्रीम कोर्ट द्वारा पुराने वाहनों पर रोक हटने से भी नए पंजीकरण पर असर पड़ा है क्योंकि लोग पुराने वाहनों का उपयोग कर रहे हैं।

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    जीएसटी की दरों में कटौती के बाद भी कम रहा वाहनों का पंजीकरण

    वी के शुक्ला, नई दिल्ली। जीएसटी की दरों में कटौती और नवरात्रि होने के बाद भी पिछले दो माह से सितंबर में वाहनों का पंजीकरण कम रहा है। दिल्ली में इस माह वाहनों का कुल पंजीकरण 60021 रहा, जबकि अगस्त में यह संख्या 61630 थी और जुलाई में 67428 तक पंजीकरण पहुंच गया था।

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    वैसे अगर पिछले साल से तुलना करें तो इस साल सितंबर में वाहनों को पंजीकरण 15000 बढ़ा है। विशेषज्ञों की मानें तो जीएसटी कम होने का असर दीवाली पर नजर आएगा।

    इस साल सितंबर की बात करें तो 60021 में से 30 हजार वाहन नवरात्रि के दौरान ही पंजीकृत हुए हैं। 22 सितंबर काे जब नवरात्रि शुरू हुई तब तक वाहनों का पंजीकरण 28 हजार तक ही पहुंचा था। जो 25 सितंबर तक बढ़कर 35301 हुआ है। इसमें मुख्यरूप से 5693 कारें और 23000 मोटरसाइकिल शामिल थीं।

    बताया गया कि 26 सितंबर वाहनों का यह संख्या 42609 पर पहुंची, जिसमें कारों की संख्या 7440 पर और दोपहिया की संख्या 28680 पर पहुंची। इसी तरह 27 सितंबर काे वाहनाें की कुल संख्या 50130 पर पहुंची जिसमें 9026 कारें और 34217 दो पहिया शामिल थे। 30 सितंबर को यह संख्या 60021 हुई जिसमें कुल कारों का पंजीकरण 11486 और दोपहिया की संख्या 40581 रही। इसी तरह अगर हम सितंबर 2024 की बात करें तो उसे माह में 45762 वाहनों का पंजीकरण हुआ था। जिसमें कारों की संख्या 9759 रही थी और दोपहिया वाहन 29998 रहे थे।

    क्या कहते हैं विशेषज्ञ

    परिवहन विभाग के पूर्व उपायुक्त व परिवहन विशेषज्ञ अनिल छिकारा कहते हैं कि दरअसल यह किसी को पता नहीं था कि केंद्र सरकार जीएसटी कम करने जा रही है। ऐसे में जिसने मनाया बनाया था उसने वाहन खरीद लिया। वैसे भी वाहनों का पंजीकरण दीवाली पर ही ज्यादा होता है। जीएसटी कम होने की अगर बात करें तो जीएसटी में कटाैती नवरात्रि शुरू होने पर लागू की गई।

    नवरात्रि में उन्होंने वाहन पंजीकरण कराए जो वाहन लेने के लिए पहले ही मन बना चुके थे। अन्स लोगों को इतना समय नहीं मिल सका कि वह इस बारे में और अधिक विचार कर पाते। ऐसे में अब लोग प्लान कर रहे हैं और दीवाली पर वाहन घर लेकर आएंगे। निश्चित रूप से दीवाली पर वाहनों का पंजीकरण बढ़ेगा।

    दिल्ली के एक वाहन डीलर कहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा उम्र पूरी कर चुके वाहनों पर कार्रवाई पर रोक लगाई जाने से भी नए वाहन के पंजीकरण पर असर पड़ा है। उनकी मानें तो दरअसल अब बहुत से लोग अपने रिस्क पर सड़कों पर अपने पुराने वाहन उतार रहे हैं क्योंकि उन्हें इस बात का भय नहीं है कि अब उनका वाहन कोई पकड़ेगा।

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    वहीं, ऐसे में जो लोग अभी तक उम्र पूरी कर चुके अपने वाहन को बेचकर नया वाहन पंजीकरण की प्लानिंग कर रहे थे। वे कुछ समय के लिए रुक गए हैं और अपने पुराने वाहन का ही इस्तेमाल कर रहे हैं।

    दिल्ली में अप्रैल 2025 से सितंबर 2025 तक वाहनों का पंजीकरण

    माह कुल पंजीकृत वाहन कार दोपहिया

    सितंबर 60021 11486 40581

    अगस्त 61630 13144 40664

    जुलाई 67428 15003 44 473

    जून 58381 13574 37881

    मई 69448 13867 46838

    अप्रैल 58856 15786 34 744