शैक्षणिक सत्र शुरू होने के दो माह बाद प्रेमनगर सर्वोदय स्कूल को मिले 18 शिक्षक, कई स्कूलों से ट्रांसफर
दिल्ली के प्रेमनगर सर्वोदय विद्यालय में शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों को हो रही परेशानी को देखते हुए 18 नए शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। जागरण की ओर से इस मुद्दे को उठाया गया था जिसके बाद शिक्षा विभाग ने यह कदम उठाया। हालांकि अभी भी कई पद खाली हैं और एक सामाजिक संस्था ने इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।

धर्मेंद्र यादव, बाहरी दिल्ली। शिक्षकों की कमी से जूझ रहे किराड़ी के प्रेमनगर सर्वोदय विद्यालय के 3200 विद्यार्थियों को शैक्षणिक सत्र शुरू होने के दो महीने बाद 18 अध्यापक मिले।
हिंदी-इंग्लिश, गणित, विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों के अभाव में पढ़ाई से वंचित बच्चों को इन 18 अध्यापकों की नियुक्ति से कुछ राहत मिलेगी। इन 18 अध्यापकों में से सुबह और शाम की पाली के स्कूल को नौ-नौ शिक्षक मिलेंगे।
इन नियुक्तियों के बावजूद कुल स्वीकृति पदों (127) की तुलना में अब भी 61 अध्यापकों के पद रिक्त हैं। सांध्य पाली में 40 और सुबह की पाली में 21 अध्यापकों की कमी बनी हुई है।
प्रेमनगर सर्वोदय विद्यालय की दोनों पाली में अध्यापकों की कमी के मुद्दे को जागरण ने प्रमुखता से उठाया था। जिसके चलते दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने अलग-अलग स्कूलों से शिक्षकों को प्रेमनगर विद्यालय में स्थानांतरित करने के आदेश जारी किए।
इनमें पांच हिंदी, तीन गणित, तीन अंग्रेजी व तीन संस्कृत के अलाव दो-दो सामाजिक विज्ञान व नेचुरल साइंस के अध्यापक शामिल हैं। इन 18 अध्यापकों में से सुबह और सांध्य पारी को नौ-नौ अध्यापक मिलेंगे। नौ अध्यापक मिलने के बाद सुबह की पाली में स्थिति कुछ बेहतर हो गई।
इन नई नियुक्ति के बाद सुबह की पाली में अध्यापकों की संख्या बढ़कर 44 हो गई। इसके बावजूद स्वीकृत पदों की तुलना में अब भी 21 अध्यापकों की कमी है। इस पाली में 1660 छात्राएं पढ़ रही हैं।
नौ नए अध्यापक मिलने के बाद भी सांध्य पाली में 40 अध्यापकों की कमी बनी हुई है। नई नियुक्ति से पहले यहां 1550 छात्रों को पढ़ाने के लिए केवल 13 अध्यापक थे, अब यह संख्या बढ़कर 22 हो गई, जबकि यहां 62 अध्यापकों की जरूरत है।
यानि, अब भी 40 अध्यापकों की और आवश्यकता है। दोनों पाली नए अध्यापक आने के बाद हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान विषयों की शिक्षकों की कमी कुछ हद तक दूर हुई है, लेकिन जैव विज्ञान, भौतिकी व रसायन विज्ञान, वाणिज्य समेत कई अन्य विषयों के शिक्षकों की अब भी कमी बनी हुई है।
शिक्षकों की कमी को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया
प्रेमनगर सर्वोदय विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी के मामले को लेकर एक सामाजिक संस्था ने दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
उद्घाटन के बावजूद बंद प्रेमनग सर्वोदय स्कूल को खुलवाने के लिए गत मई माह में हाई कोर्ट में सिविल रिट पिटीशन दायर करने वाली हमारा प्रयास सामाजिक उत्थान समिति ने फिर से एप्लिकेशन दाखिल की।
एप्लीकेशन में बताया गया है कि इस स्कूल की सुबह की पाली में 46.15 व सांध्य पाली में 79.63 प्रतिशत शिक्षकों की कमी है।
शिक्षा विभाग की निष्क्रियता की वजह से प्रेमनगर सर्वोदय विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों का शैक्षिक भविष्य खतरे में पड़ रहा है। समिति ने कोर्ट से आग्रह किया है कि शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए तत्काल सरकार को निर्देश दिया जाए।
समिति के अध्यक्ष मोहन पासवान ने बताया कि इस याचिका पर हाई कोर्ट बुधवार को सुनवाई करेगा। बता दें कि मई माह में दायर की गई पिटीशन में हाई कोर्ट ने शिक्षा विभाग पर फटकार लगाई थी और 15 जुलाई तक स्कूल संचालन का आदेश दिया था।
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