रिंग रोड पर एम्स क्लोवरलीफ से नौरोजी नगर तक जाम का झाम, बिना एलिवेटेड काॅरिडोर नहीं सुधरेंगे हालात
नई दिल्ली के रिंग रोड पर एम्स से नौरोजी नगर तक भयंकर जाम लगा हुआ है जिसका मुख्य कारण बोटलनेक है। जाम सरोजिनी नगर से आरके पुरम तक पहुंच रहा है। पांच साल पहले एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का प्रस्ताव था जो ठंडे बस्ते में चला गया। विशेषज्ञों का कहना है कि आईएनए से धौला कुआं तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने से ही इस समस्या का समाधान हो सकता है।

वीके शुक्ला, नई दिल्ली। रिंग रोड पर एम्स क्लोवरलीफ से लेकर सराेजनी नगर तक यातायात जाम का बड़ा कारण यहां का बॉटलनेक पिछले कई सालों से बना हुआ है, इसके कारण अब जाम का दायरा और बढ़ रहा है, ऐसे में यहां का जाम सरोजनी नगर से आगे आरके पुरम तक पहुंच जा रहा है।
सरकार का इस पर ध्यान नहीं है। यहां के जाम से इस क्षेत्र के पूरे रिंग रोड का यातायात प्रभावित होता है। इसके समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया तरो भविष्य में हालात और बिगड़ने के आसार हैं।
क्योंकि भारत सरकार द्वारा इसी मार्ग पर आगे जाकर नौरोजी नगर में बहुमंजिला व्यावसायिक केंद्र बनाए गए हैं। व्यावसायिक केंद्र के पूरी तरह से संचालित होने पर इस मार्ग पर बढ़ेगा और जाम।
इसे देखते हुए पांच साल पहले सराय काले खां से आईजीआई एयरपोर्ट तक एक अतिरिक्त एलिवेटेड काॅरिडोर बनाने की बनाने का था प्रस्ताव, लेकिन ठंडे बस्ते में चली गई योजना।
रिंग रोड पर एम्स फ्लाईओवर के क्लोवरलीफ के पास से रिंग रोड पर यातायात का दबाव पिछले कई साल से बना रह रहा है। यहां पर एम्स और सफदरजंग दो बडे अस्पताल हैं।
क्लोवरलीफ सफदरजंग अस्पताल के सामने रिंग रोड में मिलता है। यहीं से रिंग रोड पर बाेटलनेक बनना शुरू हो जाता है। रिंग रोड पर पीछे से लाजपत नगर की ओर से यहां काफी यातायात आता है।
वहीं एम्स क्लोवरलीफ से सफदरजंग मकबरा और बारापुला एलिवेटेड काॅरिडोर की ओर से आने वाले वाहन धौला कुआं की ओर जाने वाले लोग भी एम्स क्लोवरलीफ से चढ़कर यहां से रिंग राेड पकड़ते हैं।
ऐसे में यहां यातायात दाे गुना हो जाता है तो यहां पर बॉटलनेक बन जाता है, जो आगे नाैराेजी नगर से लेकर कई बार आर के पुरम तक के यातायात को प्रभावित करता है। कुछ समस्या सफदरजंग अस्पताल के सामने सड़क पर कारें खड़ी होने से भी होती है।
यहां के जाम की समस्या को दूर करने के प्रयास के तहत क्लोवरलीफ से ऊपर चढ़ने पर कई साल पहले रोड को चौड़ा किया गया है।
मगर अब लोक निर्माण विभाग को यहां और कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है। उनकी मानें तो रिंग रोड पर यातायात का दबाव इतना बढ़ जा रहा है कि सभी व्यवस्थाएं चाैपट हो जा रही हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो रिंग रोड के इस भाग में जाम की और भयंकर समस्या और बढने जा रही है। दरअसल सफदरजंग अस्पताल से करीब एक किलाेमीटर आगे आर के पुरम की तरफ नौरोजी नगर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का उद्घाटन हो चुका है।
यह वाणिज्यिक टावर लगभग 34 लाख वर्ग फीट में बना है। अब धीरे धीरे यहां व्यावसायिक गतिविधियां बढ़ेंगी, तमाम अाफिस यहां आएंगे। यहां के वाहन भी इसी रिंग रोड पर आएंगे, ऐसे में रिंग रोड पर एकाएक वाहन बढ़ेंगे।
विशेषज्ञों की नजर में यह समस्या पांच साल पहले ही आ चुकी थी, जब यहां पर वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को बनाने की योजना बनी थी मगर उस समय विशेषज्ञों ने सरकार को प्रस्ताव दिया था।
कहा था कि आईएनए से धौला कुआं तक एक अलग एलिवेटेड कॉरिडोर बना दिया जाए, इसे बारापुला फेज चार परियोजना नाम दिया गया था इसे धौलाकुआं तक बनाया जाना था। इससे रिंग रोड पर वाहनों का दबाव कम हो जाता।
5 साल पहले अगर आईएनए से धौलाकुआं तक नए एलिवेटेड काॅरिडोर पर काम शुरू हो गया होता तो आज रिंग रोड पर जाम की स्थिति नहीं होती और न ही जाम पर यहां चिंता करने की बात होती।
सफदरजंग से लेकर आरके पुरम तक भयंकर जाम सुबह शाम लग रहा है, इसका यही रास्ता है कि आईएनए से लेकर धौलाकुआं तक एलिवेटेड काॅरिडोर बनाया जाए अन्य कोई बेहतर रास्ता नजर नहीं आता है।
- बृजपाल सिंह, सड़क परिवहन विशेषज्ञ व पूर्व वरिष्ठ अभियंता, लोक निर्माण विभाग
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