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    ट्रेन के सफर में बीमार होने पर नहीं पड़ेगा इलाज के लिए भटकना, हर स्टेशन के लिए बनी योजना

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 07:50 PM (IST)

    नई दिल्ली समेत बड़े रेलवे स्टेशनों पर आपातकालीन चिकित्सा कक्ष (ईएमआर) स्थापित होंगे जहां 24 घंटे इलाज मिलेगा। डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे। ट्रेन में तबीयत खराब होने पर 139 पर कॉल करके मदद मिल सकती है। यह सुविधा निजी भागीदारी से मिलेगी। एम्स की सिफारिशों के अनुसार मेडिकल बॉक्स उपलब्ध कराए जाएंगे और कर्मचारियों को प्राथमिक चिकित्सा का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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    यात्रा में हुए बीमार तो अब रेलवे स्टेशनों पर मिल जाएगा उपचार

    संतोष कुमार सिंह, नई दिल्ली। यात्रा के समय यदि किसी यात्री का स्वास्थ्य खराब होने या दुर्घटना में घायल होने पर उसे उपचार मिलना आसान नहीं होता है। न तो ट्रेन में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होती है और न रेलवे स्टेशन पर। इस समस्या के समाधान के लिए नई दिल्ली सहित अन्य बड़े रेलवे स्टेशनों पर आपातकालीन चिकित्सा कक्ष (ईएमआर) स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। यहां 24 घंटे उपचार की सुविधा होगी। आवश्यकता अनुसार मरीज को नजदीक के अस्पताल या ट्रामा सेंटर भेजा जाएगा।

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    तैनात रहेंगे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ

    त्योहार और अन्य भीड़ वाले दिनों में बड़े रेलवे स्टेशनों पर भीड़ अधिक होने पर आपातकालीन चिकित्सा की व्यवस्था की जाती है। लेकिन, अक्सर पैरामेडिकल स्टाफ ही वहां तैनात रहते हैं। उनके पास भी पर्याप्त संसाधन नहीं होता है।

    इससे बीमार मरीज को समय पर उपचार नहीं मिल पाता है। आपातकालीन चिकित्सा कक्ष शुरू होने से यह परेशानी दूर होगी। यहां डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ तैनात रहेंगे। जीवन रक्षक दवा व उपचार से संबंधित उपकरण उपलब्ध होंगे।

    139 पर कॉल कर दें सूचना

    ट्रेन में स्वास्थ्य खराब होने की स्थिति में यात्री 139 पर काॅल करके, मदद मोबाइल एप पर और ट्रेन टिकट परीक्षक (टीटीई) पर संपर्क कर चिकित्सा सहायता मांग सकता है। यदि यात्री का स्वास्थ्य अधिक खराब है तो ईएमआर वाले स्टेशन पर उसका उपचार हो सकेगा।

    नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहाड़गंज और अजमेरी गेट दोनों तरफ यह सुविधा उपलब्ध होगी। पुरानी दिल्ली, आनंद विहार टर्मिनल, हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली सराय रोहिल्ला, गाजियाबाद, मेरठ सिटी, पानीपत और रोहतक रेलवे स्टेशनों पर भी आपातकालीन चिकित्सा कक्ष शुरू करने का निर्णय किया गया है।

    निजी भागीदारी से मिलेगी सुविधा

    निजी भागीदारी से यह सेवा उपलब्ध होगी। इसके लिए दिल्ली मंडल ने निविदा आमंत्रित की है। दिल्ली मंडल के अधिकारियों का कहना है कि चिकित्सा विभाग द्वारा स्टेशनों पर सभी प्रकार की चिकित्सा आपात स्थितियों का प्रबंधन किया जा रहा है।

    यात्रियों की संख्या बढ़ने और आपातकालीन स्थितियों में त्वरित चिकित्सा की आवश्यकता को ध्यान में रखकर रेलवे बोर्ड के निर्देश पर प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर ईएमआर की स्थापना करने का निर्णय़ लिया गया है।

    सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर समिति गठित

    सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर स्टेशनों और ट्रेनों में प्राथमिक चिकित्सा उपलब्ध कराने को लेकर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली के विशेषज्ञों की समिति गठित की गई थी।

    समिति की सिफारिश के अनुसार रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में मेडिकल बाक्स उपलब्ध कराया जाता है जिसमें जीवन रक्षक दवा, उपकरणों और आक्सीजन सिलेंडर होता है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में बताया था कि सभी स्टेशनों व ट्रेनों में मेडिकल बाॅक्स उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।

    टीटीई, ट्रेन गार्ड, स्टेशन मास्टर और अन्य फ्रंट लाइन कर्मचारियों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। सभी रेलवे स्टेशनों पर नजदीक के स्टेशनों व डाक्टरों की सूची व नंबर उपलब्ध है।

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