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    हर जोन में बनाया जाएगा शेल्डर होम, दिल्ली में आवारा कुत्तों के आतंक से निपटने के लिए MCD ने उठाया कदम

    Updated: Wed, 23 Jul 2025 07:31 PM (IST)

    दिल्ली में आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या को देखते हुए एमसीडी ने हर जोन में शेल्टर होम बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए स्थायी समिति की अध्यक्षा सत्या शर्मा ने नौ सदस्यीय उप समिति बनाई है जो एक महीने में रिपोर्ट देगी। समिति शेल्टर होम के निर्माण और संचालन की योजना तैयार करेगी जिसमें जन-सुरक्षा और पशु कल्याण का ध्यान रखा जाएगा।

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    हर जोन में बनेेंगा आवारा कुत्तों का एक शेल्टर होम, एमसीडी ने बनाई समिति।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली में बढ़ रही आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए MCD ने हर जोन में एक शेल्टर होम बनाने का निर्णय लिया है।

    इसके लिए स्थायी समिति की अध्यक्षा सत्या शर्मा ने नौ सदस्यीय एक उप समिति का गठन किया है। यह कमेटी एक माह में अपनी रिपोर्ट देगी। साथ ही हर जोन में एक-एक स्थान चिह्नित करेगी, जहां शेल्टर होम होंगे।

    समिति का चेयरमैन स्थायी समिति के उपाध्यक्ष सुंदर सिंह को बनाया गया है। साथ ही पूर्व उप महापौर योगेश वर्मा को विशेष आमंत्रित सदस्य के तौर पर सदस्य नियुक्त किया है।

    शेष सदस्य स्थायी समिति के सदस्य हैं। साथ ही अतिरिक्त आयुक्त पशु चिकित्सा सेवाएं और निदेशक पशु चिकित्सा सेवाएं को भी सदस्य बनाया है।

    स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा ने बताया कि यह उप समिति शेल्टर होम के निर्माण से लेकर संचालन तक की पूरी कार्ययोजना तैयार करेगी।

    इसमें उपयुक्त स्थान चिन्हित करने, संसाधनों का आकलन, बजट निर्धारण, जन-स्वास्थ्य और पशु कल्याण से जुड़ी स्वयंसेवी संस्थाएं व विशेषज्ञ संस्थाओं से समन्वय आदि बिंदुओं पर काम किया जाएगा।

    समिति प्रत्येक जोन के लिए उपयुक्त माॅडल तैयार कर एक माह के भीतर अपनी रिपोर्ट स्थायी समिति को सौंपेगी।

    समिति न केवल पशुओं के कल्याण को दृष्टिगत रखेगी, बल्कि यह सुनिश्चित करेगी कि आवारा कुत्तों से संबंधित जन-सुरक्षा, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के विषयों का भी समाधान हो सके।

    सत्या शर्मा ने बताया कि स्थायी समिति की पिछली बैठक में आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या को गंभीरता से उठाया गया था।

    इस मुद्दे को संज्ञान में लेते हुए स्थायी समिति ने एक उप-समिति के गठन का निर्णय लिया है, ताकि इस समस्या का प्रभावी और स्थायी समाधान निकाला जा सके।

    उन्होंने बताया कि दिल्ली जैसे बड़े शहर में आवारा कुत्तों की समस्या एक प्रमुख शहरी जनस्वास्थ्य और नागरिक सुविधा का विषय बन चुकी है।

    इस समिति के माध्यम से हम न केवल इन कुत्तों को सुरक्षित आश्रय प्रदान करना चाहते हैं, बल्कि नागरिकों को भी एक सुरक्षित और साफ-सुथरा वातावरण देने की दिशा में ठोस पहल कर रहे हैं।

    कौन-कौन हैं सदस्य

    सुंदर सिंह (उप समिति के अध्यक्ष), सदस्य के तौर पर स्थायी समिति की सदस्य नीमा भगत, शिखा भारद्वाज, राजपाल सिंह, पंकज लूथरा, प्रवीण कुमार, विशेष आमंत्रित सदस्य योगेश वर्मा, अतिरिक्त आयुक्त (पशु चिकित्सा सेवाएं), निदेशक (पशु चिकित्सा सेवाएं) होंगे।

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    योगेश वर्मा को समिति में सदस्य के तौर पर इसलिए शामिल किया गया है क्योंकि वह इस मामले में कानूनी जानकार भी है। पूर्व में भी वह इन मामलों को गंभीरता से उठाते रहे हैं।

    केशवपुरम जोन में चेयरमैन रहते हुए उन्होंने बेसहारा गाय को गौशालाओं तक पहुंचाने के लिए भी विशेष अभियान चलाया था। जबकि पूर्व कालिक उत्तरी निगम में उप महापौर रहते हुए अवैध डेरी संचालन और आवारा कुत्तों की समस्या के खिलाफ कार्रवाई भी कराई थी।

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