बाढ़ से बचाव के लिए दिल्ली सरकार की नहीं है कोई तैयारी... यमुना का जलस्तर बढ़ने से खतरे पर कांग्रेस ने घेरा
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने यमुना के बढ़ते जल स्तर को लेकर दिल्ली पर बाढ़ का खतरा बताया है। उन्होंने सरकारों पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि बाढ़ प्रबंधन केवल कागजों पर नहीं बल्कि जमीनी स्तर पर दिखना चाहिए। उन्होंने भाजपा सरकार से जिम्मेदारी निभाने का आग्रह किया और कहा कि 2023 की बाढ़ से सबक लेना चाहिए।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि यमुना का जल स्तर तेजी से बढ़ने से दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। सरकारों की लापरवाही के कारण हल्की सी वर्षा में ही डूब जाने वाली दिल्ली के लिए बाढ़ की स्थिति अत्यंत गंभीर और भयावह होगी।
यादव ने कहा कि यमुना में बढ़ते जल स्तर के कारण दिल्लीवासियों का जीवन दांव पर लगा है। भाजपा की सरकार का यह समय सियासी बयानबाजी का नहीं, बल्कि जिम्मेदारी निभाने और जवाबदेही का है।
उन्होंने कहा कि सरकार तत्काल सभी आवश्यक सावधानियां बरते और बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में रहने वाले लोगां का समय पर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम करे। बाढ़ प्रबंधन, नालों की सफाई और आपदा की तैयारियां केवल दस्तावेजों में नही, बल्कि जमीनी हकीकत पर दिखनी चाहिए।
यादव ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सत्ता में आते ही जल भराव और यमुना को लेकर बड़े-बड़े वादे और दावे किए थे। दिल्ली सरकार और बाढ़ विभाग सहित अन्य संबंधित एजेंसियों ने वर्ष 2023 में आई बाढ़ से कोई सबक सीखना है, जब राजधानी के कई इलाको जैसे आईटीओ, सुप्रीम कोर्ट, सिविल लाइन्स, गांधी स्मृति, यमुना नदी के किनारे जेजे
क्लस्टर में बाढ़ का पानी भर गया था, क्योंकि नालियां, नालों, सड़कों में गाद जमा होने सहित आईटीओ बैराज तक साफ नही करने के कारण जाम हो गया था।
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