दिल्ली हाई कोर्ट में की गई छह नए जजों की नियुक्ति, मुख्य न्यायाधीश 21 जुलाई को इन्हें दिलाएंगे शपथ
दिल्ली हाई कोर्ट को छह नए न्यायाधीश मिले हैं जिन्हें 21 जुलाई को शपथ दिलाई जाएगी। सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम की सिफारिश पर केंद्र सरकार ने विभिन्न हाई कोर्ट से इन न्यायाधीशों का स्थानांतरण किया है। इससे दिल्ली हाई कोर्ट में जजों की संख्या बढ़ेगी और लंबित मामलों को निपटाने में मदद मिलेगी। नए जजों के आने से न्यायालय के कार्य में तेजी आएगी।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट में लगातार कम होती न्यायाधीशों की संख्या के बीच छह नए न्यायाधीशों की नियुक्ति को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल चुकी है।
विभिन्न हाई कोर्ट से दिल्ली हाई कोर्ट स्थानांतरित किए गए छह न्यायाधीश को मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय आगामी 21 जुलाई को शपथ दिलाएंगे। इस संबंध में हाई कोर्ट रजिस्ट्रार जनरल अरुण भारद्वाज द्वारा आदेश जारी किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने मई माह में विभिन्न हाई कोर्ट के न्यायाधीशों का दिल्ली हाई कोर्ट में स्थानांतरण करने की संस्तुति की थी।
हाल ही में केंद्र सरकार ने सिफारिशों को अपनी मंजूरी दे दी थी। कर्नाटक हाई कोर्ट से न्यायमूर्ति वी कामेश्वर राव काे उनके मूल दिल्ली हाई कोर्ट वापस भेजा गया है।
वहीं, बाम्बे हाई कोर्ट से न्यायमूर्ति नितिन वासुदेव साम्ब्रे, इलाहाबाद हाई कोर्ट से न्यायमूर्ति विवेक चौधरी व ओपी शुक्ला, पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट से न्यायमूर्ति अनिल क्षेत्रपाल और राजस्थान हाई कोर्ट से न्यायमूर्ति अरुण कुमार मोंगा का दिल्ली हाई कोर्ट स्थानांतरण किया गया है।
जजों के कार्यभाल संभालने के बाद दिल्ली हाई कोर्ट में जजों की संख्या स्वीकृत 60 जजों पर 41 हो जाएगी। इससे हाई कोर्ट की विभिन्न पीठ के समक्ष लंबित मामलों को तेजी से निपटाने में मदद मिलेगी।
जून माह में हाई कोर्ट द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार विभिन्न पीठ के समक्ष 1.20 लाख मामले लंबित हैं।बीते दिनों कुछ न्यायमूर्तियों के सेवानिवृत्त होने व कुछ के स्थानांतरण होने से दिल्ली हाई कोर्ट में न्यायमूर्तियों की संख्या में कमी आई थी।
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