डार्क स्पाॅट से लेकर गड्ढों तक की होगी रियलटाइम मॉनीटरिंग, दिल्ली सरकार तकनीक से करेगी तुरंत समाधान
दिल्ली सरकार अब सड़कों की निगरानी के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करेगी। इस तकनीक से गड्ढों डार्क स्पॉट्स और जलभराव की समस्या का पता चलेगा। भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना संस्थान (बीआईएसएजी-एन) और पीडब्ल्यूडी विभाग के साथ हुई बैठक में इस पर सहमति बनी। सरकार का लक्ष्य है कि तकनीक के माध्यम से सड़कों को सुरक्षित बनाया जा सके और समस्याओं का तुरंत समाधान किया जा सके।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली सरकार सड़कों की निगरानी के लिए तकनीक का सहारा लेगी। डार्क स्पाॅट से लेकर गड्डों तक की पहचान तकनीक के माध्यम से की जा सकेगी। सरकार का डिजिटल प्लेटफार्म्स वास्तविक समय में निगरानी कर त्वरित प्रतिक्रिया से लेकर समस्याओं का दीर्घकालीन समाधान भी बताएगा।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को भास्कराचार्य राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग और भू-सूचना संस्थान (बीआईएसएजी-एन) और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में दिल्ली की सड़कों के बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा के लिए तकनीकी समाधानों के एकीकरण पर जोर दिया गया। इस दौरान चर्चा में आया कि सड़क संपत्ति मैपिंग, परियोजना निगरानी प्रणाली, गड्ढों और जलभराव डैशबोर्ड, डार्कस्पाट निगरानी और स्ट्रीट लाइटों की निगरानी की जा सकती है।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए लोक निर्माण मंत्री प्रवेश वर्मा ने जल्द से जल्द इस पर काम शुरू करने के आदेश दिए।
सड़क संपत्ति की निगरानी
सड़क संपत्ति मैपिंग एप्लिकेशन की समीक्षा की गई, जो निर्माणाधीन है। यह समाधान सभी सड़क संपत्तियों का जियो-टैगिंग के साथ डिजिटल इन्वेंट्री बनाएगा।
यह प्रणाली एक डैशबोर्ड के माध्यम से ब्लैक स्पाॅट, अतिक्रमण और सड़क सुरक्षा बुनियादी ढांचे में कमियों की पहचान करने में भी मदद करेगी।
परियोजना निगरानी
परियोजना निगरानी प्रणाली की समीक्षा की गई, जो एक करोड़ से अधिक की महत्वपूर्ण पीडब्ल्यूडी परियोजनाओं की निगरानी करेगी।
यह प्रणाली अधिकारियों को प्रगति की निगरानी करने, समस्याओं की पहचान करने और हितधारकों से वास्तविक समय के अपडेट के साथ सुधारात्मक कार्रवाई करने में सक्षम बनाएगी।
स्ट्रीट लाइट निगरानी
खराब स्ट्रीट लाइटों की वास्तविक समय में निगरानी के लिए प्रस्तावित डिजिटल तंत्र की भी समीक्षा गई। यह प्रणाली दिल्ली पुलिस, निर्वाचित प्रतिनिधियों और नागरिकों से प्राप्त रिपोर्टों को एकीकृत करेगी, जिससे तेजी से मरम्मत और सुरक्षित सड़कें सुनिश्चित होंगी।
डार्क स्पाॅट निगरानी
डार्क स्पाॅट मॉनीटरिंग सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जो बिना स्ट्रीट लाइट वाले क्षेत्रों को डिजिटल रूप से कैप्चर करेगा। यह प्लेटफार्म दिल्ली में सार्वजनिक सुरक्षा बढ़ाने के लिए डार्क स्पाॅट क्षेत्रों में सुधार की प्रक्रिया को तेज करेगा।
गड्ढों और जलभराव निगरानी
गड्ढों और जलभराव की शिकायतों के लिए एक डैशबोर्ड भी बनाया जा रहा है, जहां नागरिकों, विभागों और सार्वजनिक प्रतिनिधियों की रिपोर्टों को तुरंत ट्रैक किया जाएगा और उनका समाधान किया जाएगा।
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