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    जुर्माने के बावजूद दिल्ली में खुलेआम पी जा रही शराब और जनता परेशान; भाजपा विधायक भी कर रहे विरोध

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 11:14 PM (IST)

    दिल्ली में शराब की दुकानों के आसपास खुलेआम शराब पीने का चलन बढ़ रहा है। रिहायशी इलाकों में दुकानें खुलने से लोग परेशान हैं और विरोध कर रहे हैं। नियमों का उल्लंघन हो रहा है और शराब की दुकानों के बाहर रेहड़ियां सजती हैं जहाँ लोग सड़क पर ही शराब पीते हैं जिससे आसपास का माहौल बिगड़ता है। आबकारी विभाग ने पांच दुकानों को स्थानांतरित करने का आदेश दिया है।

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    दिल्ली में सड़काें पर छलकते हैं जाम, जनता हो रही परेशान।

    वीके शुक्ला, नई दिल्ली। दिल्ली में भले ही सड़क या सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने की अनुमति नहीं है और ऐसा करने पर 5000 का जुर्माना है। मगर दिल्ली में खुलेआम यह काम हो रहा है।

    शराब की दुकानों के आसपास रेहडी पर कहीं जूस वाला शराब पीने की सुविधा दे रहा है तो कहीं कबाब चिकन वाला शराब पिलाने में लोगों की मदद कर रहा है, कहीं दुकानों के आसपास नमकीन बेचने वाला भी यह सुविधा दे रहा है।

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    शराब की दुकानों के आसपास खाने का सामान बेचने वालों के यहां शराब पीने की सहूलियत मिल रही है। यही कारण है कि रिहायशी इलाकों में खुल चुकीं शराब की दुकानों का वहां के लोग लगातार विरोध कर रहे हैं। मगर दिल्ली में सरकार बदली है अधिकारियों का मिजाज अभी भी नहीं बदला है।

    शायद यही कारण है कि भाजपा के विधायक भी अपने इलाके में खुली हुई दुकानों का विरोध कर रहे हैं। वे यह बात खुले आम स्वीकार करते हैं कि शराब की दुकानों के आसपास माहौल बिगड़ता है बावजूद हालात जस के तस हैं।

    दिल्ली में शराब की दुकानों की बात करें तो विवादित नई आबकारी नीति के वापस को जाने के बाद दिल्ली में शराब की दुकान खोलने और चलाने का अधिकार सरकार के चार निगमों के पास है। दिल्ली में इस समय 792 शराब की दुकानें हैं।

    मगर कई जगह शराब की दुकानें खोलने को लेकर विरोध हो रहा है। स्थिति पर गौर करें ताे पांच साल पहले रोहतास नगर विधानसभा में शराब की तीन दुकानें थीं,अब इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 11 शराब की दुकानें हो गई हैं।

    चंद्रलोक काॅलोनी में एक ही मोहल्ले में 50 मीटर के भीतर तीन दुकानें हैं। स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे है, इलाके के भाजपा विधायक जितेंद्र महाजन तीन बार चंद्रलोक काॅलोनी में जनता के साथ धरना प्रदर्शन कर चुके हैं।

    उनका कहना है कि विधानसभा सदन में सवाल पूछने पर आबकारी विभाग द्वारा सवालों का स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है। इसकी शिकायत उन्हाेंने मुख्यमंत्री से की है और इलाके में कम से कम शराब की दुकानों की मांग की है।

    घोंडा इलाके के तहत उस्मानपुर से खजूरी चौक तक सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से 500 मीटर से भी कम दूरी पर छह दु़कानें चल रही हैं आबकारी अधिनियमत कहता है कि ऐसे मार्गों से 500 से कम की दूरी तक शराब की दु़कान नहीं चल सकती हैं।

    इलाके के विधायक अजय महावर ने नियमों का उल्लंघन की बात सामने लाकर इस दुकानों को बंद करने की मांग करते हैं। दिल्ली विधानसभा में यह मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि उनके स्टेट हाइवे पर भी गोकुलपुरी और भजनपुरा के पास दाे दुकानें हैं। महावर भी सरकार से बात करने की बात करते हैं।

    करावल नगर रोड से मुस्तफाबाद जाने वाले मार्ग पर शराब की दुकान से शाम के समय जाम लग रहा है। दिल्ली विधानसभा में उपाध्यक्ष व इलाके से विधायक मोहन सिंह बिष्ट कहते हैं कि उनके इलाके में आप सरकार के समय नियमों की अनदेखी की शराब की दुकानें खोली गई हैं, ये तुरंत बंद होनी चाहिए।

    उधर, आबकारी विभाग के अधिकारियों को कहना है कि शराब की दुकान खोलने से पहले सरकारी अधिकारियों की एक टीम माैके पर जाकर निरीक्षण करती है और सभी व्यवस्थाओं को देखकर शराब की दुकान खोलने की अनुमति देती है।टीम में इलाके के एसडीएम तहसीलदार शामिल होते हैं।

    बाहरी दिल्ली

    शराब की दुकानों के आसपास मदिरापान करने का चलन बढ़ता जा रहा है। रोहिणी और सुल्तानपुरी में कई जगहों पर शराब की दुकानों के इर्दगिर्द नमकीन विक्रेता से लेकर मीट की रेहड़ियों पर शाम सरेआम जाम छलकते हैं।

    रोहिणी सेक्टर 20 में शराब कई दुकानों के अगल-बगल रेहड़ियों पर नमकीन की बिक्री होती है। लोग रेहड़ियों के पास बैठकर शराब पीते हैं। सुल्तानपुरी स्थित राजापार्क के अलावा मछली मार्केट में शराब की दुकानें हैं।

    यहां लोग शराब खरीदते हैं और इसके बाद कई लोग रेहड़ी व दुकानों में बैठकर शराब का सेवन करते हैं। सार्वजनिक स्थानों पर शराब के सेवन को लेकर आसपास के दुकानदार व स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

    पश्विमी दिल्ली

    पश्चिमी दिल्ली में नजफगढ़ मेन रोड की बात करें तो मुख्य सड़क सड़क के किनारे ही कई शराब की दुकानें ऐसी हैं जहां लोग शराब खरीदने के बाद वहीं बोतल खोलकर पीने लगते हैं। इससे आसपास न सिर्फ गंदगी फैलती है बल्कि वहां का माहौल भी खराब होता है।

    मुख्य सड़क के किनारे जहां शराब की दुकानें हैं, वहां फुटपाथ का पूरा हिस्सा शराब का सेवन करने वाले कब्जा किए रहते हैं। फुटपाथ पर ही बैठकर शराब पीते हैं।

    कई लोग नशे की हालत में वहीं सो भी जाते हैं। इससे महिलाओं को काफी असहज महसूस होता है। उत्तम नगर ईस्ट, उत्तम नगर वेस्ट मेट्रो स्टेशन के पास ऐसी स्थिति खूब देखने को मिलती है।

    पांच दुकानें स्थानांतरित करने के आदेश

    आबकारी विभाग ने कुछ दिन पहले ही दिल्ली में ऐसी पांच दुकानों को स्थानांतरित करने के आदेश जारी किए हैं, जिन्हें लेकर पिछली आम आदमी पार्टी की सरकार के समय विरोध हो रहा था। इनमें डी ब्लाॅक, वसंत विहार, पटेल नगर, विनोद नगर व पांडव नगर की दुकानें शामिल हैं।

    इनमें मयूर विहार फेज एक के तहत प्रताप नगर में चल रही दुकान कुछ समय पहले बंद की जा चुकी है। यहां के भाजपा विधायक रवि नेगी का कहना है कि जब वह पटपड़गंज से विधायक नहीं थे तभी से इन दुकानों को स्थानांतरित करने की मांग उठा रहे थे और विधायक के बनने के बाद उन्होंने तीन दुकानों के आदेश जारी कर दिए हैं।

    जिसमें प्रताप नगर की दुकान बंद की जा चुकी है और जल्द ही विनोद नगर और पांडव नगर की दुकान को भी स्थानांतरित किया जाएगा।

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