राम लीला मंचन की अनुमति लेना होगा आसान, CM रेखा गुप्ता ने आयोजकों को दिया परेशानी दूर करने का भरोसा
दिल्ली में रामलीला मंचन समितियों को अनुमति लेने में परेशानी होती है जिस पर मुख्यमंत्री ने समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों और आयोजकों के साथ बैठक की और एनओसी में देरी की शिकायत सुनी। मुख्यमंत्री ने रामलीला को नैतिक मूल्यों का जागरण बताते हुए हर संभव सहयोग का वादा किया और युवा पीढ़ी को इससे जोड़ने पर जोर दिया।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। रामलीला मंचन समितियों को विभिन्न विभागों से अनुमति लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आयोजकों को इसके समाधान का विश्वास दिया है। कहा, रामलीला मंचन में किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने शनिवार को दिल्ली सचिवालय में मंत्री आशीष सूद व कपिल मिश्रा के साथ रामलीला मंचन के आयोजकों व अधिकारियों के साथ बैठक की। आयोजकों ने कहा कि उन्हें रामलीला मंचन के लिए विभिन्न विभागों से अनापति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेना पड़ता है। विभाग एनओसी देने में विलंब करते हैं जिससे उन्हें परेशानी होती है। कई अन्य समस्याएं भी उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने रखी। उन्होंने रामलीला मंचल स्थलों पर एंबुलेंस उपलब्ध कराने की भी मांग की।
लोकमानस में नैतिक मूल्यों को जागृत करने का माध्यम
मुख्यमंत्री ने कहा, रामलीला मंचन केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं, बल्कि लोकमानस में नैतिक मूल्यों को जागृत करने का माध्यम है। उन्होंने आयोजकों को आश्वासन दिया कि दिल्ली सरकार इस सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और विस्तार के लिए हर संभव सहयोग करती रहेगी। एकल खिड़की प्रणाली से सभी विभागों से एओसी दिलाने का प्रयास होगा।
उन्होंने रामलीला को युवा पीढ़ी से जोड़ने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। कहा, कांवड़ शिविरों की व्यवस्था की तरह रामलीला आयोजन की भी तैयारी की जाएगी। आयोजकों ने मुख्यमंभी रामलीला मंचन में आने का निमंत्रण भी दिया।
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