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    अब दिल्ली-NCR की सड़कों से उड़ती धूल होगी गायब... जानिए कैसे बदलेंगे फुटपाथ, ग्रीनरी और सड़कें

    Updated: Wed, 11 Jun 2025 12:26 PM (IST)

    दिल्ली-एनसीआर में धूल प्रदूषण से निपटने के लिए CAQM ने CSIR-CRRI और SPA के साथ समझौता किया है। इसका उद्देश्य सड़कों का पुनर्विकास कर धूल कम करना है जिसमें फुटपाथों को पक्का करना और हरियाली लाना शामिल है। पहले चरण में दिल्ली फरीदाबाद गुरुग्राम समेत कई शहर चुने गए हैं।

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    एनसीआर में सड़कों के धूल प्रदूषण से निपटने को सीएक्यूएम ने किया करार।

    राज्य ब्यूरो, जागरण . नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में सड़कों के धूल प्रदूषण से निपटने की दिशा में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CQAM) ने करार किया है।

    सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CSIR- CRRI) और स्कूल आफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA) नई दिल्ली के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (MOU) साइन किया है।

    रास्ते और फुटपाथ किए पक्के, ग्रीनरी का रखा जाएगा ध्यान

    इसका उद्देश्य दिल्ली-एनसीआर में धूल प्रदूषण को कम करने के लिए शहरी सड़कों के पुनर्विकास के लिए मानकों के अनुसार इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान केंद्रित करना है।

    इन मानकों में मुख्य रूप से रास्तों और फुटपाथों को पक्का करना करना है, इसके साथ ही ग्रीनरी करने और उसे बढ़ाना है।

    पीएमसी के जरिये की जाएगी कामों की निगरानी

    त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन का उद्देश्य सीएक्यूएम में एक परियोजना निगरानी प्रकोष्ठ (PMC) बनाना और उसे चलाने के लिए सुविधा देना है।

    पीएमसी सड़कों के प्रभावी विकास और पुनर्विकास के लिए एनसीआर राज्यों में मानक इंफ्रास्ट्रक्चर को चरणबद्ध तरीके से लागू करने देखरेख करेगा, इसमे सहयोग भी करेगा।

    पहले चरण में एनसीआर के इन शहरों को चुना गया है

    पहले चरण में, आयोग ने दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, भिवाड़ी और नीमराना को चुना है।

    समझौता ज्ञापन के तहत, सीएसआईआर-सीआरआरआई और एसपीए सीएक्यूएम में स्थापित किए जा रहे पीएमसी को संस्थागत सहायता और तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।

    मानक ढांचे पर सड़कों के विकास और पुनर्विकास की निगरानी में काम पर रखे गए संसाधनों का मार्गदर्शन करने में सीएक्यूएम का समर्थन करेंगे।

    सड़क परियोजनाओं को ट्रैक करने के लिए बनेगा डैशबोर्ड

    विशिष्ट सड़क परियोजनाओं की डेटा ट्रैकिंग और निगरानी सुनिश्चित करने के लिए एक  डैशबोर्ड भी बनाया जाएगा।

    वैज्ञानिक डिजाइन, टिकाऊ हरियाली और आधुनिक तकनीकों के माध्यम से शहरी सड़कों को बदलना सड़कों से धूल प्रदूषण को कम करने और क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रमुख दीर्घकालिक समाधानों में से एक है।

    उठाए जाएंगे ये कदम

    • विभिन्न सड़कों और राइट ऑफ वे (आरओडब्ल्यू) की चौड़ाई के लिए क्राॅस सेक्शन डिजाइन

    • ग्रीनरी बढ़ाने के तरीकों से राइट-ऑफ-वे के भीतर सड़क की धूल को खत्म किया जाएगा 

    • सड़क के रखरखाव व्यवस्था के लिए वेब-जीआईएस-आधारित सड़क प्रबंधन प्रणाली (आरएएमएस) होगी।

    • सड़क निर्माण और रखरखाव में नई तकनीकों को अपनाना जाएगा।

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