सीएम रेखा गुप्ता ने शुरू किया एनडीएमसी स्कूलों में 'विकास भी विरासत भी' पाठ्यक्रम
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एनडीएमसी स्कूलों में नए पाठ्यक्रम का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों द्वारा दिए गए संस्कार भारत के भविष्य को आकार देंगे। नए पाठ्यक्रम का उद्देश्य विकास के साथ विरासत को जोड़ना है जो विद्यार्थियों को आधुनिक ज्ञान के साथ भारतीय संस्कृति से जोड़ेगा। इस पाठ्यक्रम में योग अंकगणित और प्राचीन ज्ञान को शामिल किया गया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। एनडीएमसी स्कूलों के नए पाठ्यक्रम की पहल का अनावरण दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज जो मूल्य और संस्कार, शिक्षक बच्चों के जीवन में बोते हैं, वही आगे चलकर भारत के भविष्य की भव्य तस्वीर को आकार देते हैं।
जिस प्रकार एक छोटा सा बीज देखभाल और पोषण पाकर वटवृक्ष बन जाता है, उसी प्रकार शिक्षक के मार्गदर्शन में विद्यार्थी मजबूत, जिम्मेदार और राष्ट्रनिर्माण में योगदान देने वाले नागरिक बनते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस नए पाठ्यक्रम का उद्देश्य केवल विकास तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें विरासत को भी जोड़ा गया है। यह पहल विद्यार्थियों को आधुनिक ज्ञान के साथ-साथ भारतीय संस्कृति, जीवन मूल्यों और परंपराओं से जोड़ने का कार्य करेगी।
एनडीएमसी उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने बताया कि विकास भी , विरासत भी " पाठ्यक्रम - नई शिक्षा प्रणाली के तहत नए पाठ्यक्रम के साथ बदलाव की विरासत भी है।
प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए आदर्श वाक्य - "विकास भी, विरासत भी" के तहत, इस नए पाठ्यक्रम में योग, अंकगणित और प्राचीन ज्ञान परंपराओं को शामिल किया गया है।
इसमें नई परंपरा और ज्ञान की शिक्षा भी साथ साथ दी जाएगी, जो विकसित भारत के कदमों के तहत भारतीय विरासत को अगली पीढ़ी तक पहुंचाएगी।
इस पर दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री प्रवेश वर्मा, सांसद बांसुरी स्वराज और एनडीएमसी चेयरमैन केशव चंद्रा आदि लोग मौजूद रहे।
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