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    Birth & Death Certificate बनवाना होगा आसान, दिल्लीवालों की सुविधा के लिए MCD लॉन्च करने जा रहा एप

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 07:09 PM (IST)

    दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) जल्द ही एक मोबाइल एप लॉन्च करने जा रहा है जिससे जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाना आसान हो जाएगा। नागरिक अब मोबाइल से ही प्रमाण पत्र डाउनलोड और नए प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कर सकेंगे। एमसीडी ने इस प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया है जिससे लोगों को दफ्तरों के चक्कर काटने से मुक्ति मिलेगी और समय की बचत होगी।

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    मोबाइल से ही बन सकेगा जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र।

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाना अब मोबाइल से भी आसानी से बन सकेगा। इसके लिए दिल्ली नगर निगम का आईटी विभाग एप तैयार कर रहा है।

    जहां नागरिक बिना लैपटाॅप और कंप्यूटर के मोबाइल से ही जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र न केवल डाउनलोड कर सकेंगे बल्कि नए जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकेंगे।

    अभी तक यह सुविधा निगम की वेबसाइट पर तो उपलब्ध है, लेकिन मोबाइल के अनुकुल नहीं होती है। ऐसे में एमसीडी जल्द ही जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए एप लाॅन्च करेगी। ताकि नागरिक मोबाइल से ही यह सुविधा ले सकें।

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    एमसीडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एप बनाने का कार्य अंतिम चरण में हैं। इसे हम जल्द ही लाॅन्च कर देंगे। इस एप को हम एमसीडी 311 एप से भी जोड़ेंगे। साथ ही नागरिक अलग से इसे डाउनलोड करना चाहे तो इसका भी विकल्प होगा।

    उन्होंने बताया कि एप से नया जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र डाउनलोड करना आसान हो जाएगा। साथ ही इसके लिए आवेदन करना भी सहूलियत भरा होगा।

    अधिकारी ने आगे बताया कि निगम ने एकीकृत जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र पोर्टल करीब चार वर्ष पहले लाॅन्च किया था। इसमें निगम ने इस पूरी प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया था।

    अब नागरिकों को जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनवाने के लिए एमसीडी के जोनल कार्यालय या फिर मुख्यालय जाने की जरूरत नहीं है। नागरिक निगम की वेबसाइट से ही आवेदन कर सकते हैं।

    इससे पहले जहां जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनने में एक माह का समय लगता था वह औसतन सात दिन हो गया है। अधिकारी ने बताया कि वैसे एमसीडी अधिकार क्षेत्र में तो जो जन्म और मृत्यु अस्पताल में होती है उसके लिए नया आवेदन करने की जरुरत नहीं होती है।

    अस्पताल में हुए जन्म और मृत्यु पर 21 दिन के भीतर स्वत: सर्टिफिकेट जारी हो जाता है। जिन लोगों का जन्म और मृत्यु अस्पताल से इतर घर या अन्य स्थान पर हुई है तो उन्हें आवेदन करना होता है। साथ ही नाम जुड़वाने और संशोधित कराने की व्यवस्था भी आनलाइन ही है।

    उल्लेखनीय है कि दिल्ली में 102737 जन्म पंजीकरण अस्पतालों में हुए वर्ष 2024 में दर्ज हुए थे जबकि 11995 पंजीकरण गैर संस्थागत थे। इसी प्रकार 139480 मृत्यु पंजीकरण दिल्ली में हुए जिसमें से 90883 पंजीकरण संस्थागत थे जबकि 48597 पंजीकरण गैर संस्थागत थे।

    अस्पतालों में डिस्चार्ज के साथ ही मिल रहा जन्म प्रमाणपत्र

    एनडीएमसी ने भी जन्म और मृत्यृ प्रमाण पत्र प्रक्रिया को काफी सरल कर दिया है। अस्पतालों में होने वाले जन्म के डिस्चार्ज से पहले प्रमाणपत्र देने की प्रक्रिया एनडीएमसी ने आरएमएल से शुरू की थी जिसकाो विस्तार अब एम्स और पालिका मेटरनिटी सेंटर तक हो गया है।

    जहां पर माता के अस्पताल से डिस्चार्ज होने से पहले ही जन्म प्रमाणपत्र दिया जा रहा है। अभी एनडीएमसी नार्थन रेलवे के अस्पताल और सुचिता कृपलानी (लेडी हार्डिंग) अस्पताल में भी यह व्यवस्था अगले सप्ताह से शुरू कर देगी।

    अधिकारी ने बताया कि आरएमएल में प्रतिदिन 10 से 12 जन्म प्रमाण पत्र माता के अस्पताल से डिस्चार्ज होने से पहले दिए जा रहे हैं। इसी प्रकार एम्स में भी 10-12 जन्म प्रमाणपत्र जारी हो रहे है।पालिका मेटरनिटी में 3 से चार जन्म प्रमाण पत्र बच्चे की मां को अस्पताल से डिस्चार्ज होने से पहले दिए जा रहे हैं।

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