दिल्ली में मोहब्बत के निशान लगा रहे धरोहरों पर दाग, ASI सुस्त; युवा और स्कूली छात्र ज्यादा शामिल
दिल्ली में ऐतिहासिक धरोहरों की दीवारों को पर्यटक नुकसान पहुंचा रहे हैं। दीवारों पर नाम लिखना और चित्र बनाना आम बात हो गई है। पुरातत्वविद पर्यटकों और छात्रों को जागरूक करने की बात कर रहे हैं। स्मारकों को नुकसान पहुंचाने पर जुर्माने का प्रावधान है लेकिन सख्ती से पालन नहीं होता। एएसआई अब स्मारकों की सफाई के लिए अभियान चलाने की योजना बना रहा है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। राजधानी में स्थित ऐतिहासिक धरोहरों की दीवारें कुछ पर्यटकों की वजह से खराब हो रही हैं, यहां पहुंचने वाले कई पर्यटक दीवारों पर लिख कर या चित्र बनाकर उन्हें खराब कर रहे हैं, इनमें युवा या स्कूली छात्र ज्यादा शामिल हैं।
पुरातत्वविद धरोहरों को खराब होने से बचाने के लिए पर्यटकों और छात्रों को जागरुक करने की बात करते हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के पूर्व निदेशक पद्मश्री डॉ. के के मोहम्मद की मानें तो इस मामले में पर्यटकों और स्कूली छात्रो को जागरुक किया जाना चाहिए कि जिससे वे अपनी धरोहर के महत्व को समझ सकें और इन्हें खराब नहीं करें।
उन्होंने बताया कि स्मारक को बदरंग करने या नुकसान पहुंचाने पर पांच हजार के जुर्माने और छह माह की सजा का भी प्रविधान है, मगर सामान्य तौर पर एएसआई में ऐसा नहीं किया जाता है। मगर अब अपनी धरोहरों काे बदरंग करने की समस्या बढ़ रही है।
उन्होने कहा कि वह एएसआई में रहते हुए स्कूलों में इस तरह के अभियान चलाकर बच्चों को अपनी धरोहर को गंदा न करने की शपथ दिलाते थे, उसके सकारात्मक परिणाम भी मिलते थे।
ऐतिहासिक धरोहरों के मामले में दिल्ली का नाम प्रमुख शहरों में आता है, यहां कुतुबमीनार, लालकिला और हुूमायूं का मकबरा यानी तीन विश्व धरोहर स्मारक हैं, इन्हें मिलाकर कुल 174 राष्ट्रीय स्मारक एएसआइ की सूची में दर्ज हैं। जबकि दिल्ली में कुल पुरातात्विक धराेहरें 1000 से अधिक हैं।
यहां पर लोग अपने प्यार का इजहार दीवारों पर लिखकर करते हैं, ऐसे लोगों की खराब मानसिकता से ऐतिहासिक धरोहरें बदसूरत हो रही हैं। आप दिल्ली के जिस भी स्मारक में जाएंगे वहां आप को दीवारों पर नाम लिखे मिलेंगे और चित्र भी बने हुए मिल जाएंगे।
यहां के टिकट वाले स्मारक पुराना किला, सफदरजंग का मकबरा, कोटला फिरोज शाह, तुगलकाबाद के किला से लेकर अन्य स्मारक भी इसी श्रेणी में आते हैं। बगैर टिकट वाले स्मारकों में भी यह खूब हो रहा है। विश्व धराेहर हुमायूं का मकबरा में दीवार पर लिखने और तोड़फाेड़ करने का प्रयास करने का कुछ सेकेंड का वीडिया सामने आया है।
गत दिनों इस मकबरे के मुख्य भाग में बनी एक कब्र पर एक महिला भी बच्चे को लिटाते हुए देखी गई थी, जिसे सुरक्षा कर्मी ने हटाया था। मगर इस मामले में एएसआई के उन कर्मचारियाें और सुरक्षा गाडों की लापरवाही भी सामने आ रही है जिनकी जिम्मेदारी स्मारकों को गंदा किए जाने से बचाने की है।
एएसआई के एक अधिकारी कहते हैं कि कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि स्मारकों की दीवारें गंदी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि अगले कुछ समय में स्मारकों की दीवारें साफ करने के लिए अभियान चलाया जाएगा और इस कार्य में जनता को भी जाेड़ा जाएगा।
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