अगले पांच वर्षों में दिल्ली का हर सरकारी स्कूल हो जाएगा स्मार्ट, शिक्षा मंत्री आशीष सूद का दावा
दिल्ली के जनकपुरी में पहली निपुण शाला का उद्घाटन किया गया। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने का संकल्प लिया। निपुण संकल्प योजना का उद्देश्य बच्चों की साक्षरता और संख्यात्मक कौशल को बेहतर बनाना है। दिल्ली सरकार दिव्यांगजनों और बुजुर्गों के लिए सुलभता पर भी ध्यान दे रही है।

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली। प्रदेश सरकार की निपुण संकल्प योजना के तहत जनकपुरी स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय, सी-3 नंबर 1 में दिल्ली की पहली निपुण शाला का उदघाटन बृहस्पतिवार को किया गया।
कार्यक्रम में जनकपुरी के विभिन्न हिस्सों से आए आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रदेश के शिक्षा मंत्री व जनकपुरी के विधायक आशीष सूद ने कहा कि पहले आपके बच्चे इन्हीं सरकारी स्कूलों में पढ़ते थे, लेकिन अब आप निजी स्कूलों को प्राथमिकता देने लगे हैं। आने वाले दिनों में दिल्ली सरकार इन स्कूलों को इतना सशक्त बनाएगी कि आप स्वयं अपने बच्चों और पोते-पोतियों के दाखिले के लिए इन्हीं स्कूलों की पैरवी करेंगे।
शिक्षा मंत्री ने कहा की दिल्ली सरकार का संकल्प है कि अगले पांच वर्षों में दिल्ली के हर सरकारी स्कूल को स्मार्ट स्कूल बनाया जाए। लगभग 21,000 कक्षाओं में स्मार्ट ब्लैकबोर्ड लगाए जा चुके हैं। शेष 17,000 कक्षाओं में भी शीघ्र ही लगेंगे। दिल्ली के हर बच्चे को क्रोमबुक, स्मार्ट क्लासरूम और तकनीकी शिक्षा का अनुभव मिलेगा। ये वही सुविधाएं हैं, जिनके लिए दिल्ली वाले आज निजी स्कूलों में बड़ी फीस चुकाते हैं।
निपुण संकल्प योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे सेवा पखवाड़े के अवसर पर सर्वोदय कन्या विद्यालय, सी-3 नंबर 1 में दिल्ली सरकार की शिक्षा नीति निपुण संकल्प योजना के तहत पहली निपुण शाला का लोकार्पण करते हुए इसके उद्देश्यों को भी स्पष्ट किया गया। यह बताया गया कि निपुण शाला बच्चों की आधारभूत साक्षरता और संख्यात्मकता परिणाम को सुदृढ़ बनाने की दिशा में दिल्ली सरकार की एक पहल है।
पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए प्रारंभिक साक्षरता और संख्यात्मक कौशल को सशक्त बनाने हेतु निपुण संकल्प योजना की शुरुआत की गई है। रोटरी क्लब के सहयोग से स्थापित यह निपुण शाला बच्चों के सीखने के स्तर में सुधार और सर्वेक्षण के परिणामों को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होगी। दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले तीन वर्षों में राजधानी का प्रत्येक विद्यालय निपुण सर्टिफाइड स्कूल बने।
शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया की हमारा लक्ष्य है कि हर कक्षा स्मार्ट क्लासरूम बने, बच्चे तकनीक और एआइ की समझ के साथ आगे बढ़ें। दिल्ली की सकूलों में एआइ का एथिकल यूज़ कर हम शिक्षकों का समय भी बचाया जा सकता है। जैसे अटेंडेंस फेस रिकग्निशन से , पेपर सेटिंग और असेसमेंट तकनीक आदि। इस प्रकार शिक्षा को तकनीक-सक्षम और प्रभावी बनाया जा रहा है।
नमो सुगम्य रथ एवं सुगम्य दिल्ली यात्रा का शुभारंभ
कार्यक्रम के दौरान नमो सुगम्य रथ एवम सुगम्य दिल्ली यात्रा का शुभारंभ किया गया। आशीष सूद ने कहा की दिल्ली सरकार राजधानी के सभी दिव्यांगजनों और बुजुर्गों की सुलभता के लिए अनेक ठोस कदम उठा रही है। केवल सरकारी इमारतों और संस्थानों को ही नहीं, बल्कि पार्क, बाजार, बस स्टाप और आवासीय क्षेत्रों को भी सरकार तकनीक और डिज़ाइन के माध्यम से एक्सेसिबल बनाने पर काम किया जा रहा है। इस पूरी कवायद में आरडब्ल्यूए की सक्रिय भूमिका की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा की हर ब्लाक और हर पार्क में एक पर्पल एम्बेसडर नियुक्त किया जाए जो यह सुनिश्चित करेगा कि उसका क्षेत्र दिव्यांगजनों और बुजुर्गों के लिए पूरी तरह से सुलभ हो। यह केवल एक सरकारी योजना नहीं बल्कि सामाजिक जागरूकता और सामूहिक भागीदारी का अभियान है, जो दिल्ली को एक सच्चे अर्थों में समावेशी और संवेदनशील शहर बनाएगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।