डीटीसी के ड्राइवरों-कंडक्टरों के व्यवहार और बोलचाल में आएगा बदलाव, नैतिकता का पाठ पढ़ाएगी दिल्ली सरकार
दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों के चालकों और कंडक्टरों को जल्द ही नैतिकता का पाठ पढ़ाया जाएगा। परिवहन मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने डीटीसी की छवि सुधारने के लिए यह पहल की है। ड्राइवरों को नैतिक मूल्यों ग्राहक सेवा और सुरक्षित ड्राइविंग तकनीकों पर प्रशिक्षित किया जाएगा। ओवरस्पीडिंग और गलत ड्राइविंग पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीटीसी बसों से लाखों यात्री सफर करते हैं।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। अगर आप दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों में रोजाना सफर करते हैं, तो बहुत जल्द इनके ड्राइवरों और कंडक्टरों के व्यवहार, बोलचाल की भाषा और नैतिकता में बड़ा बदलाव नजर आएगा। डीटीसी की सार्वजनिक छवि सुधारने के लिए दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री डा पंकज कुमार सिंह ने एक नई पहल शुरू करने के लिए निर्देश दिए हैं।
इन निर्देशों के तहज बहुत जल्द डीटीसी के सभी ड्राइवरों और कंडक्टरों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने के साथ साथ मानसिक रूप से जागरूक करने की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। सभी ड्राइवरों और कंडक्टरों को नैतिक मूल्यों, ग्राहक सेवा और सुरक्षित ड्राइविंग तकनीकों पर खास तौर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि डीटीसी ड्राइवरों के स्टाप पर बस नहीं रोकने, ओवर स्पीडिंग, रेश ड्राइविंग करने, अपनी लेन में बसें नहीं चलाने, दरवाजे खोलकर बस चलाने, रेडलाइट जंपिंग और जेब्रा क्रासिंग क्रास करने पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। यात्री बस नंबर के आधार पर परिवहन विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
डीटीसी बसों में लगे हाईटेक सीसीटीवी कैमरे से सभी बस ड्राइवरों और कंडक्टरों के काम और व्यावहार दोनों की पूरी निगरानी के साथ रेगुलर काउंसिलिंग भी की जाएगी। इस जागरूकता अभियान में मौखिक परीक्षण के साथ ही व्यावहारिक अभ्यास की भी ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ड्राइवर और कंडक्टर कुशल व्यावहार के साथ ही सुरक्षित ड्राइविंग तकनीकों को भी पूरी तरह से समझ सकें।
डीटीसी अधिकारियों को भी जरूरी निर्देश दिए गए हैं कि इस ट्रेनिंग में इस पर खास फोकस किया जाए कि डीटीसी बस ड्राइवर किसी भी सूरत में ओवर स्पीडिंग न करें। लेन में बस चलाने के साथ रेडलाइट जंप नहीं करें।
बस ड्राइवरों को जागरूक करने के लिए इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य यह है कि सड़कों पर चलते वक्त दूसरी गाड़ियों से पर्याप्त दूरी बनाकर रखें। स्कूल, अस्पताल और भीड़-भाड़ वाले बाजार जैसी जगहों से गुजरते वक्त ड्राइवर सावधानीपूर्वक बसों को चलाएं और किसी भी सूरत में ड्रंकन ड्राइविंग न करें।
दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक राजधानी दिल्ली में लाखों की संख्या में लोग डीटीसी बसों के जरिए सफर करते हैं। खास तौर पर राजधानी दिल्ली के ग्रामीण और दूर-दराज वाले इलाकों में लास्ट माइल कनेक्टिविटी के लिए डीटीसी बसें सार्वजनिक परिवहन की सबसे सुलभ साधन भी है।
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