अब जनता और मुख्यमंत्री के बीच रखी गई बड़ी सी मेज, सीएम रेखा गुप्ता ने कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू की जन सुनवाई
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने हमले के बाद सिविल लाइन स्थित कैंप कार्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच जन सुनवाई कार्यक्रम फिर से शुरू किया। शहर के विभिन्न हिस्सों से आए लोगों ने अपनी शिकायतें रखीं और मुख्यमंत्री से मदद मांगी। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शिकायतों के निवारण के निर्देश दिए। लगभग 165 लोगों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराईं।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान उन पर हुए हमले के एक पखवाड़े बाद बुधवार सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अपने सिविल लाइन स्थित कैंप कार्यालय में जन सुनवाई कार्यक्रम फिर से शुरू किया।
सुबह आठ बजे शुरू हुए कार्यक्रम के दौरान शहर के विभिन्न हिस्सों से आए लोगों ने अपनी शिकायतें रखीं और मुख्यमंत्री से मदद मांगी। गुप्ता एक कुर्सी पर बैठी थीं, जबकि लोग सामने रखी गई बड़ी मेज के दूसरी ओर खड़े थे।
एक-एक करके उनके सामने अपने आवेदन एक सुरक्षा अधिकारी के माध्यम से जमा कर रहे थे और उनकी मेज के सामने लगे माइक्रोफोन के ज़रिए उनसे बातचीत कर रहे थे। इससे पहले, गुप्ता अपने आवास-सह-कैंप कार्यालय में 'जन सुनवाई' के लिए एकत्रित लोगों के बीच जाती थीं और उनसे खुलकर बातचीत करती थीं।
महिला सुरक्षाकर्मियों सहित पुलिसकर्मियों ने जन सुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री के चारों ओर एक आंतरिक घेरा बनाया हुआ था। किसी भी घटना को रोकने के लिए उचित सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, जिसमें मेटल डिटेक्टर से प्रतिभागियों की तलाशी लेना और सीसीटीवी कैमरों से कार्रवाई की निगरानी करना शामिल था।
20 अगस्त को राज निवास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री जन सेवा सदन, उनके कैंप कार्यालय में जन सुनवाई के दौरान गुप्ता पर राजकोट (गुजरात) के एक व्यक्ति ने हमला किया था।
एक्स पर एक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने शहर भर के नागरिकों से मुलाकात की और अधिकारियों को उनकी शिकायतों के तत्काल निवारण के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा क जनता से बातचीत मुझे हमेशा एक नई ऊर्जा से भर देती है और सेवा के प्रति मेरी प्रतिबद्धता को और गहरा करती है। जन सुनवाई एक नई परंपरा है। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 165 लोगों ने मुख्यमंत्री को अपनी शिकायतें और सुझाव दिए, जिन पर उन्होंने आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
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