दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों का किया जाएगा सुंदरीकरण, एक वर्ष के रखरखाव के लिए जारी किया गया टेंडर
दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) ने भूली भटियारी का महल बिजरी खां मकबरा और मकबरा-ए-पाक के सुंदरीकरण के लिए ऑनलाइन टेंडर जारी किए हैं। 47.15 लाख रुपये की लागत से एक वर्ष के रखरखाव के साथ बागवानी और भूनिर्माण कार्य किया जाएगा। निविदाकर्ताओं को साइट का निरीक्षण करने की सलाह दी गई है।

राज्य ब्यूराे, नई दिल्ली: दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (DTTDC) ने राष्ट्रीय राजधानी में भूली भटियारी का महल, बिजरी खां मकबरा और मकबरा-ए-पाक स्थलों पर बागवानी और भूनिर्माण कार्य के विकास के लिए टेंडर जारी किए हैं।
इनके एक वर्ष के रखरखाव के लिए 47.15 लाख रुपये की लागत का अनुमान है। डीटीटीडीसी द्वारा बृहस्पतिवार को जारी निविदा सूचना के अनुसार कार्य के दायरे में बागवानी कार्य का विकास शामिल है।
जिसमें करोल बाग के सेंट्रल रिज रिजर्व फॉरेस्ट में भूली भटियारी का महल, आरके पुरम में बिजरी खां मकबरा और एनएच-1 बाईपास के साथ मुकरबा पार्क में मकबरा-ए-पाक में एक वर्ष के रखरखाव के साथ भूनिर्माण कार्य शामिल है।
निविदाकर्ताओं को साइट का निरीक्षण करने और कार्य की प्रकृति, साइट की स्थिति और पहुंच बिंदुओं से खुद को परिचित करने की सलाह दी गई है।
करोल बाग के पास सेंट्रल रिज में स्थित भूली भटियारी का महल, 14वीं शताब्दी का एक शिकारगाह है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसका निर्माण तुगलक वंश के दौरान हुआ था।
यह स्मारक, जो अब दिल्ली के संरक्षित रिज वन का हिस्सा है, अक्सर स्थानीय लोक कथाओं से जुड़ा हुआ है और अब काफी हद तक वीरान हो चुका है।
आरके पुरम स्थित बिजरी खान का मकबरा मुगलकालीन वास्तुकला का एक उदाहरण है, हालांकि यह कम जाना जाता है, और एक व्यस्त शहरी परिदृश्य के बीच स्थित है, जिसकी ऐतिहासिक अखंडता को बनाए रखने के लिए अक्सर रखरखाव की आवश्यकता होती है।
मुकरबा चौक के पास स्थित मकबरा-ए-पाक एक और कम पहचानी जाने वाली विरासत संरचना है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसका निर्माण मुगल काल के अंत में हुआ था, जो आधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास से घिरा हुआ है और जिसके पुनरुद्धार की आवश्यकता है।
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