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    100 करोड़ की लागत से बने एयरपोर्ट ड्रेन का द्वारका के लोगों को नहीं मिल रहा फायदा, हो रहा जलभराव

    Updated: Mon, 07 Jul 2025 06:57 AM (IST)

    एयरपोर्ट ड्रेन परियोजना के बावजूद द्वारका सेक्टर आठ में जलभराव की समस्या बनी हुई है। उपराज्यपाल ने इसे जलभराव से मुक्ति दिलाने की बात कही थी लेकिन स्थानीय निवासियों का कहना है कि एयरपोर्ट से निकलने वाला पानी सड़कों और पार्कों में फैल जाता है जिससे उन्हें परेशानी होती है। डीडीए द्वारा जल निकासी की उचित व्यवस्था न करने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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    एयरपोर्ट ड्रेन का द्वारका के लोगों को नहीं मिल रहा फायदा।

    गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली। करीब तीन वर्ष पूर्व प्रदेश के उपराज्यपाल वीके सक्सेना जब 100 करोड़ रुपये की लागत से डीडीए द्वारा बनाई जा रही एयरपोर्ट ड्रेन परियोजना का जायजा ले रहे थे, तब उन्होंने कहा था कि इस परियोजना के पूरा होने पर न सिर्फ एयरपोर्ट बल्कि इससे सटे द्वारका सेक्टर आठ व आसपास के क्षेत्रों में होने वाले जलभराव की समस्या से लोगों को निजात मिल जाएगी।

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    लेकिन आज हालात कुछ और ही हैं। तीन वर्ष बाद ड्रेन निर्माण के करीब करीब पूरा होने के बाद एयरपोर्ट को तो वर्षा जल के भराव से निजात मिल गई है, लेकिन सेक्टर आठ के लोगों को जलभराव की समस्या से निजात नहीं मिली है।

    जलभराव को लेकर डीडीए नहीं ले रहा कोई सुध

    सेक्टर आठ के निवासियों का कहना है कि वर्षा के दौरान एयरपोर्ट का जो पानी ड्रेन से निकलकर बाहर आता है, वह सेक्टर आठ की सड़काें, पार्कों में फैल जाता है। यह पानी कभी घंटों तो कभी कई दिनों तक सड़क पर जमा रहता है। लोग परेशान होते हैं। लेकिन डीडीए को इसकी कोई फिक्र नहीं है। डीडीए ही क्यों, कोई भी सरकारी एजेंसी इस समस्या के समाधान में रुचि नहीं दिखा रही है।

    सेक्टर आठ निवासी अमित बताते हैं कि जिस ड्रेन के लोग इलाके के लिए वरदान मान रहे थे, आज वही ड्रेन अभिशाप बन चुका है। डी ब्लॉक में ड्रेन का पानी खुले हिस्से में फैल जाता है, जो कई कई घंटे तक जमा रहता है। समस्या यह है कि डी ब्लॉक की सड़कों की दशा भी सही नहीं है। वर्षा जल की निकासी के लिए सही नालियां नहीं हैं। कुल मिलाकर यहां रहने वाले मुसीबत के भंवर में फंसे हैं।

    क्या थी योजना

    आइजीआई एयरपोर्ट के ड्रेन से वर्षा के समय प्रति सेकेंड 70 क्यूबिक मीटर पानी निकलता है। इस पानी की निकासी के लिए आइजीआई एयरपोर्ट के परिसर और दीवार से सटे हिस्से में ड्रेन बनाकर सेक्टर आठ के नाले से होते हुए इसे भारत वंदना पार्क के जलाशय में जोड़ने की योजना थी। एयरपोर्ट का यह ड्रेन 20 मीटर चौड़ा और दो मीटर गहरा बनाया गया है।

    डीडीए ने ड्रेन बनाकर एयरपोर्ट को तो जलभराव की समस्या से निजात दिला दी। स्थानीय लोगाें का कहना है कि डीडीए ने एयरपोर्ट से वर्षा जल की निकासी का तो इंतजाम कर लिया लेकिन यह वर्षा जल जलाशय या किसी बड़े नाले में पहुंचे इसकी सही निकास की व्यवस्था नहीं की। इसी कारण एयरपोर्ट का पानी सेक्टर 8 में फैल जाता है और लोगों की मुसीबत का कारण बनता है। इस संबंध में डीडीए के अभियंता से उनका पक्ष लेने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।