यमुनापार में तय किए गए 18 नए बस रूट, आईआईटी दिल्ली की मदद से लास्ट माइल कनेक्टिविटी में होगा सुधार
आईआईटी दिल्ली की मदद से यमुना पार क्षेत्र में 18 नए बस रूट चिन्हित किए गए हैं। यह रूट रेशनलाइजेशन योजना डीटीसी के तीन डिपो - ईस्ट विनोद नगर शास्त्री पार्क और गाज़ीपुर से शुरू होगी। इस योजना का उद्देश्य लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना ट्रैफिक जाम को कम करना और दिल्ली मेट्रो सेवाओं से बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना है।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। आईआईटी दिल्ली की तकनीकी सहायता से रूट रेशनलाइजेशन के बाद राजधानी यमुना पार क्षेत्र में 18 नए बस रूट चिह्नित किए गए हैं।
इससे डीटीसी बसों की लास्ट-माइल कनेक्टिविटी बढ़ने के साथ ट्रैफिक जाम की समस्या भी कम होगी और मेट्रो रूटों से बसों की बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी।
योजना के अंतर्गत डीटीसी के तीन प्रमुख बस डिपो– ईस्ट विनोद नगर, शास्त्री पार्क और गाजीपुर से कई नए रूट की पहचान की गई है।
ईस्ट विनोद से ये 11 रूट किए तय
रूट रेशनलाइजेशन के जरिए ईस्ट विनोद नगर डिपो से 11 रूट तय किए गए हैं। इनमें पटपड़गंज इंडस्ट्रियल एरिया से प्रियदर्शनी विहार, गणेश नगर से शास्त्री पार्क मेट्रो, कड़कड़डूमा मेट्रो स्टेशन से न्यू मंडोली इंडस्ट्रियल एरिया, उस्मानपुर-2 पुश्ता से मंडोली जेल रोड हैं।
इनमें साथ ही आनंद विहार आईएसबीटी से अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन, मयूर विहार फेज़-वन से मयूर विहार मेट्रो स्टेशन, गीता कॉलोनी से मानसरोवर पार्क मेट्रो, आईपी एक्सटेंशन मेट्रो से न्यू अशोक नगर, ईस्ट आजाद नगर से ताहिरपुर क्रॉसिंग, प्रीत विहार मेट्रो से प्रीत विहार और न्यू अशोक नगर मेट्रो से न्यू अशोक नगर मेट्रो कनेक्टिविटी शामिल है।
शास्त्री पार्क से चार रूट डिजाइन किए
इसी तरह शास्त्री पार्क बस डिपो से चार रूट डिजाइन किए गए हैं। इसमें सीलमपुर मेट्रो स्टेशन से शिव विहार, मौजपुर-बाबरपुर से करावल नगर टर्मिनल, गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन से सभापुर गांव, और मौजपुर-बाबरपुर से मौजपुर-बाबरपुर मेट्रो कनेक्टिविटी स्टेशन शामिल है।
गाजीपुर से तीन नए बस रूट प्रस्तावित
गाजीपुर बस डिपो से तीन नए रूट प्रस्तावित किए गए हैं, जिनमें गाज़ीपुर डेयरी फार्म से मयूर विहार फेज- वन मेट्रो स्टेशन, आनंद विहार मेट्रो से हर्ष विहार जेल रोड और अशोक नगर एक्सटेंशन से मेट्रो स्टेशन तक है।
सभी मार्गों को इस तरह से डिजाइन किया गया है ताकि यह लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के साथ ही अधिक से अधिक लोगों को सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से जोड़ सकें जिससे सड़कों पर लगने वाले ट्रैफिक जाम को भी कम किया जा सके। साथ ही न्यू मंडोली, पटपड़गंज और ताहिरपुर जैसे औद्योगिक केंद्रों को सीधी बस कनेक्टिविटी प्रदान करने का प्रयास किया गया है।
योजना के जरिए बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाना, कनेक्टिविटी में सुधार कर दिल्ली के सुदूर इलाकों को जोड़कर दिल्ली मेट्रो सेवाओं से बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना है। जिससे अधिक से अधिक लोग डीटीसी की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था से जुड़ सकें।
परिवहन मंत्री डाॅ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि डीटीसी को पर्यावरण के अनुकूल जिम्मेदार इकाई बनाने के साथ ही सहज मोबिलिटी पर फोकस करने के लिए बीते छह महीनों में ही डीटीसी के बेड़े में 3,800 नई इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया गया है।
इससे दिल्ली के लगभग 40 लाख बस यात्रियों को फायदा मिल रहा है। इन सुधारों के जरिए हमारी सरकार का मकसद दिल्ली परिवहन निगम को घाटे से उबारकर लाभप्रद संस्था बनाने का लक्ष्य हासिल कर वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाना है।
रूट रेशनलाइजेशन के स्वीकृत रूट को दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा, ताकि सार्वजनिक परिवहन का लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके।
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