NEET Exam 2025: बॉयोलाजी रहा आसान, इस विषय में उलझे परीक्षार्थी; सुरक्षा के थे कड़े इंतजाम
रविवार को देश भर में नीट परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा के बाद छात्रों ने फिजिक्स और केमिस्ट्री के सवालों को कठिन बताया जिससे उन्हें काफी परेशानी हुई। बायोलॉजी के सवाल आसान थे। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और छात्रों को गहन जांच के बाद ही प्रवेश मिला। इस वर्ष प्रश्न पत्र कुछ ज़्यादा ही सोच-विचार वाला लगा।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। देशभर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए सबसे बड़ी प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) रविवार को राजधानी में कड़ी निगरानी में आयोजित की गई। इसमें देशभर से लाखों छात्र शामिल हुए। परीक्षा के बाद केंद्रों से बाहर निकलते छात्र थोड़े निराश दिखे।
फिजिक्स और केमिस्ट्री ने छात्रों को उलझाया
छात्रों ने बताया कि परीक्षा में बायोलॉजी का सवाल आसान था। वहीं, फिजिक्स और केमिस्ट्री के सवाल उन्हें कठिन लगे। इन्हें हल करने में छात्रों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान परीक्षा केंद्रों पर कड़ी चेकिंग व्यवस्था रही।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से दोपहर दो बजे से शाम पांच बजे तक एक ही शिफ्ट में परीक्षा आयोजित की गई। इस दौरान परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त रही। मेटल डिटेक्टर, जैमर व सीसीटीवी कैमरे के साथ ही महिला अभ्यर्थियों की विशेष जांच के लिए अलग से महिला स्टाफ भी तैनात किया गया था, ताकि परीक्षा में किसी तरह का व्यवधान न हो।
वहीं, विद्यार्थी भी तय समय से पहले ही अपने अभिभावकों के साथ परीक्षा केंद्रों पर पहुंच गए। केंद्रों पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने भी अभ्यर्थियों के पहचान पत्र व एडमिट कार्ड की जांच करने के बाद ही छात्रों को केंद्रों में प्रवेश दिया। इसके अलावा इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, जूते, रिबन, चूड़ियां व कलावा पहनकर पहुंचे विद्यार्थियों को उनका सारा सामान उतरवाने व तीन स्तर पर जांच के बाद ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया गया।
परीक्षा को लेकर छात्रों की प्रतिक्रिया
बायोलाजी के प्रश्न सीधे और एनसीईआरटी आधारित थे। लेकिन, फिजिक्स के न्यूमेरिकल सवालों को हल करने में काफी समय खराब हुआ। इस कारण अंतिम सेक्शन में भाग दौड़ करनी पड़ी।
- मयंक, परीक्षार्थी।
केमिस्ट्री में खासकर ऑर्गेनिक वाले सवालों ने काफी उलझाया। इस वर्ष प्रश्न पत्र में अभिकथन- कारण जैसे सवालों की संख्या बढ़ाई गई है। जो काफी मुश्किल थे। बायो आसान था, लेकिन बाकी दो ने बैलेंस बिगाड़ दिया।
- तन्वी, परीक्षार्थी।
पिछले साल के मुकाबले इस बार पेपर थोड़ा ज़्यादा सोच-विचार वाला लगा। फिजिक्स में थ्योरी प्रश्न भी घुमा-फिराकर पूछे गए थे। समय प्रबंधन सबसे बड़ी चुनौती रही।
-राहुल गुप्ता, परीक्षार्थी।
ओवरऑल पेपर ठीक था, लेकिन हाई स्कोर उन्हीं का होगा जिनकी बेसिक क्लियर हो। सुरक्षा इतनी कड़ी थी कि घड़ी तक पहनने नहीं दी गई। पहली बार इतना सख्त माहौल देखा।
-शशांक, परीक्षार्थी।
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