लुटियंस दिल्ली बनेगा देश का नया Art District, ' विकास भी, विरासत भी' के तहत NDMC का प्लान तैयार; जानिए कहां से होगी शुरुआत
एनडीएमसी क्षेत्र को आर्ट डिस्ट्रिक्ट के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके तहत देश के जाने-माने मूर्तिकारों द्वारा तैयार की गई मूर्तियां दिल्ली की सड़कों पर लगाई जाएंगी। साथ ही एक वार्षिक सांस्कृतिक कैलेंडर भी तैयार होगा जिसमें सभी आयोजनों की जानकारी होगी। खान मार्केट में कला प्रदर्शित करने की सुविधा भी मिलेगी। नेहरू पार्क स्थित ‘सृजन आर्ट गैलरी’ को पुनर्जीवित किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : लुटियंस दिल्ली के गलियारे सियासी रंग लिए हैं। आने वाले समय में ये कला, संस्कृति और साहित्य का भी गढ़ बनेगा।
वैसे, मंडी हाउस ने इस मामले में अपनी वैश्विक पहचान बनाई है। अब बारी संपूर्ण एनडीएमसी क्षेत्र की है, जो लुटियंस दिल्ली को Art District के रूप में भी विकसित किया जाएगा।
इसी तरह, एनडीएमसी क्षेत्र का अपना वार्षिक सांस्कृतिक कैलेंडर भी तैयार होगा, जिसमें संपूर्ण आयोजनों की जानकारी होगी।
यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकास भी, विरासत भी और विकसित भारत 2047 के नजरिये को साकार करने के लिए दिशा में अहम कदम है। जिसकी शुरुआत मंडी हाउस से ही होगी।
इस परियोजना के तहत देश के 10 मूर्तिकार आमंत्रित किए गए
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने बताया कि इस परियोजना के तहत देश के 10 जाने माने मूर्तिकारों को आमंत्रित किया गया है। जिसमें से आठ ने अपनी सहमति दी है।
यह कलाकार 10 से 15 फीट ऊंची मूर्तियां तैयार करेंगे। जिन्हें मंडी हाउस, एनएसडी, इंडिया गेट, श्रीराम सेंटर, फिक्की सभागार, त्रिवेणी कला संगम और अन्य सांस्कृतिक स्थलों पर लगाया जाएगा।
कुलजीत चहल के अनुसार, मूर्तिकारों में पद्मश्री बिमान बी. दास, पद्मश्री राजेंद्र टिक्कू, राघव आर. कनेरिया, वेद नायर, के. राधाकृष्णन, अरुण पंडित और दिवंगत सतीश गुजराल व नागजी पटेल शामिल हैं।
कला की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए एनडीएमसी एक सलाहकार समिति का गठन करेगा। जो कलाकारों, सामग्री और स्थानों के चयन में मार्गदर्शन देगी।
अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकला संगोष्ठी और राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला होगी
एनडीएमसी द्वारा अंतरराष्ट्रीय मूर्तिकला संगोष्ठी और राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें भारत और विदेशों से कुल 20 से अधिक कलाकार भाग लेंगे। उनके द्वारा कलाकृतियां लाइव बनाई जाएंगी और बाद में प्रदर्शनी के रूप में प्रस्तुत की जाएंगी।
साथ ही एक वार्षिक सांस्कृतिक कैलेंडर भी तैयार किया गया है। जिसमें कार्तिक नृत्य महोत्सव, भक्ति नाद, आर्ट फ्ली मार्केट, साउंड गार्डन, वेस्ट टू वैल्यू आर्ट, पपेट शो और पार्कों में सिनेमा जैसे आयोजन शामिल होंगे।
ये कार्यक्रम नेहरू पार्क, सेंट्रल पार्क, लोधी आर्ट डिस्ट्रिक्ट, तलकटोरा स्टेडियम, खान मार्केट सहित अन्य प्रमुख स्थलों पर आयोजित किए जाएंगे।
खान मार्केट में कला प्रदर्शित करने की सुविधा
इसके साथ ही खान मार्केट में कलाकारों को नाममात्र शुल्क पर अपनी कला प्रदर्शित और बेचने की सुविधा मिलेगी। नेहरू पार्क स्थित ‘सृजन आर्ट गैलरी’ को पुनर्जीवित कर जुलाई महीने से शुरू किया जाएगा।
चहल ने कहा कि यह पहल केवल कलाकारों के लिए नहीं बल्कि आम जनता के लिए भी होगा। इसका उद्देश्य दिल्ली को ऐसा सांस्कृतिक हब बनाना है। जहां लोग खुलकर कला को देख सकें और उससे जुड़ सकें।
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