दिल्ली से महाकुंभ लाकर पत्नी की हत्या, दो महीने पहले भी बनाई थी योजना; आरोपी का कबूलनामा सुन पुलिस भी दंग
प्रयागराज कुंभ मेले में करोड़ों लोग पाप धुलने और पुण्य की कामना से आते हैं लेकिन दिल्ली के एक शख्स ने इस पवित्र आयोजन को अपनी पत्नी की हत्या के लिए चुना। उसने पत्नी को कुंभ मेले में लाकर संगम में स्नान कराया साथ में मेले में घूमने का वीडियो बनाया और फिर एक लॉज में उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज।Delhi Crime: महाकुंभ में करोड़ों लोग पाप धुलने और पुण्य की कामना से आ रहे हैं, लेकिन दिल्ली के एक व्यक्ति ने विश्व के इस सबसे बड़े धार्मिक आयोजन को अपनी पत्नी की हत्या के पाप के लिए चुना। पत्नी को महाकुंभ में लाकर संगम में स्नान किया। पत्नी संग मेले में घूमने का वीडियो बनाया।
इसके बाद झूंसी के एक लाज में पत्नी के गर्दन पर चाकू से वार करके हत्या कर दी और वहां से भाग गया। घर पर उसने बेटों को बताया कि मां मेले में खो गई है। तीन बेटों में दो जब परिचतों को लेकर प्रयागराज पहुंचे तो आरोपित उनके साथ पत्नी को ढूंढ़ने का नाटक करता रहा।
मेले में खोया-पाया शिविर में उद्घोषणा करवाता रहा। इस बीच बड़ा बेटा झूंसी थाने में मां की फोटो लेकर पहुंचा तो लाज में एक महिला की हत्या की जांच कर रही पुलिस को मानो बड़ी कड़ी मिल गई। आरोपित पति को गिरफ्तार कर पूछताछ करने पर सारी हकीकत सामने आ गई।
कत्ल की यह कहानी शुरू होती है 19 फरवरी की सुबह। झूंसी पुलिस को पता चलता है कि आजाद नगर स्थित लाज में एक महिला की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई है। बाथरूम में उसका शव पड़ा मिला। महिला कौन है? कहां से आई? किसने हत्या की। पुलिस इन सवालों में उलझ गई।
इस बीच, 21 फरवरी को दिल्ली के त्रिलोकपुरी का रहने वाला अश्वनी अपने भाई आदर्श, बुलंदशहर निवासी मामा प्रवेश व दो मित्रों के साथ झूंसी थाने जा पहुंचा। एसओ उपेंद्र प्रताप सिंह को फोटो दिखाते हुए बताया कि यह उसकी मां मीनाक्षी है। महाकुंभ स्नान करने आए उसके पिता अशोक वाल्मीकि ने बताया है कि महाकुंभ मेला से उसकी मां गायब हो गई।
शहर के दो थानों में गया तो वहां पता चला कि झूंसी में एक महिला का कत्ल हुआ है तो झूंसी थाने में आया है। एसओ ने पोस्टमार्टम हाउस में शव दिखाया तो वह मीनाक्षी का ही था। अश्वनी ने बताया कि पिता अशोक प्रयागराज में ही है। पुलिस के कहने पर अश्विनी ने फोन कर बहाने से पिता को बैरहना चौराहे के पास बुलाया। पुलिस ने उसे वहीं दबोच लिया। उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया।
बताया कि वह दिल्ली नगर निगम में सफाईकर्मी है और शाहदरा दक्षिणी जाेन के त्रिलोकपुरी वार्ड में तैनात है। 17 फरवरी को दिल्ली से पत्नी को लेकर निकला था। 18 फरवरी की शाम संगम स्नान किया। उसी रात कमरे की तलाश में उसकी मुलाकात सुरेंद्र बिंद से हुई। सुरेंद्र ने अपने मौसी के बेटे संजय का कमरा पांच सौ रुपये में किराये पर दिलवा दिया।
उसने कमरे में शराब पी। मीनाक्षी सो गई तो उसने मोबाइल पर क्राइम सीरियल देखा। इसमें एक व्यक्ति पत्नी का कत्ल करता है। कोई सुराग नहीं छोड़ता है। भोर में मीनाक्षी उठी तो उससे कई बार बोला कि मुझे माफ कर देना। मीनाक्षी कुछ समझ न सकी। वह जब बाथरूम में गई तो अशोक ने चाकू से उसके गर्दन में तीन से चार बार प्रहार किया। घरवालों को संदेह न हो, इसलिए फोन कर बेटों से बोला कि मीनाक्षी खो गई है। अशोक को जेल भेज दिया गया है।
हरिद्वार में बच गई थी मीनाक्षी
अशोक करीब दो माह पहले भी मीनाक्षी की हत्या के लिए उसे हरिद्वार लेकर गया था। वहां वह सफल नहीं हो पाया था। जहां किराये पर कमरा लिया था, वहां उससे आईडी ली गई थी।
अशोक का दूसरी महिला से था रिश्ता, वह भी वारदात में शामिल
मृतका मीनाक्षी के छोटे भाई दल्लूपुरा निवासी प्रवेश कुमार ने आरोप लगाया है कि आरोपित अशोक कुमार का दूसरी महिला से रिश्ता था। उनका आरोप है कि हत्या में वह महिला भी शामिल थी। इस बात का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि झूंसी पुलिस के पास आरोपित का भागते हुए एक सीसीटीवी फुटेज है, उसमें एक महिला उसका हाथ पकड़ कर भाग रही है।
वह वही महिला है, जिसके साथ अशोक का रिश्ता है। यह भी आरोप लगाया कि झूंसी पुलिस यह तथ्य छिपा कर मामले को यहीं समाप्त करना चाहती है। मृतका के भाई ने यह भी बताया कि यह महिला त्रिलोकपुरी चार-ब्लाक में रह रही है, इसके बच्चे भी हैं। अशोक ही इसे नोएडा से यहां लेकर आया था। इसको लेकर ही उनकी बहन का अशोक के साथ झगड़ा होता था। तभी अशोक ने वारदात की।
बेटाें ने ही किया अंतिम संस्कार
मीनाक्षी परिवार के साथ त्रिलोकपुरी 10-ब्लॉक में रहती थीं। इस घटना से मोहल्ले के लोग स्तब्ध हैं। रविवार सुबह उनका शव घर पहुंचा। थोड़ी ही देर में बेटों ने गाजीपुर श्मशान स्थल पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। मीनाक्षी के तीन बेटे अश्विनी, आशीष और आदर्श हैं। सबसे छोटा बेटा आदर्श विवाहित है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।